कौन है लॉरेंस बिश्नोई, जेल से कैसे चला रहा है अपना गैंग नेटवर्क? जानें सबकुछ #INA
Lawrence Bishnoi: सलमान खान को दी गई मौत की धमकी, सिद्धू मूसेवाला की नृशंस हत्या, दक्षिण दिल्ली में जिम मालिक की हत्या और अब एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या, इन सभी हाई-प्रोफाइल हत्याओं का एक नाम से जुड़ाव हुआ है और वो है लॉरेंस बिश्नोई. गुजरात की साबरमती जेल में बंद होने के बावजूद, बिश्नोई अपने गैंग का संचालन अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए कर रहा है. बता दें कि इस मामले ने मुंबई की पुरानी गैंगवॉर की यादें ताजा कर दी हैं, जिसे 1970 के दशक में दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन और अबू सलेम जैसे अंडरवर्ल्ड डॉन के साथ जोड़ा जाता है.
लॉरेंस बिश्नोई कौन है?
आपको बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई पंजाब के फिरोजपुर जिले के धत्तरांवाली गांव का रहने वाला है. वह बिश्नोई समुदाय से आता है, जो पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में फैला हुआ है. बिश्नोई का परिवार एक समृद्ध कृषि परिवार से है. उसने कक्षा 12 तक पढ़ाई की और 2010 में चंडीगढ़ शिफ्ट होकर DAV कॉलेज में दाखिला लिया. यहीं से उसकी जुड़ाव स्टूडेंट पॉलिटिक्स से हुआ और 2011-12 में वह पैनजाब यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन का अध्यक्ष बना. हालांकि, 2010 में उस पर पहली बार हत्या के प्रयास का केस दर्ज हुआ, जिसके बाद वह आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया. 2012 में पहली बार बठिंडा जेल में बंद हुआ और बाद में उसे तिहाड़ जेल भेजा गया. उसे कई गंभीर अपराधों के लिए मकोका (MCOCA) के तहत भी आरोपित किया गया है.
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जेल से कैसे चला रहा है नेटवर्क?
वहीं बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई के गैंग का नेटवर्क 5 राज्यों में फैला है और इसमें करीब 700 शार्पशूटर शामिल हैं. जेल में रहते हुए भी वह अपने गैंग का संचालन करने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) और VoIP कॉलिंग जैसी तकनीकों का उपयोग करता है, जिसे ‘डब्बा कॉलिंग’ भी कहा जाता है. इस तकनीक के जरिए कॉल्स को अनट्रेस किया जा सकता है और मोबाइल नेटवर्क से बचा जा सकता है.
साथ ही बता दें कि एनआईए (NIA) की रिपोर्ट के मुताबिक, बिश्नोई गैंग के 300 से ज्यादा शूटर सिर्फ पंजाब से हैं. इन शूटरों का इस्तेमाल हत्या और उगाही जैसी गतिविधियों में किया जाता है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग युवा लड़कों को सोशल मीडिया के जरिए विदेशी देशों में सेटलमेंट के वादे देकर भर्ती करता है.
गैंग के प्रमुख सदस्य और सहयोगी
बताते चले कि लॉरेंस बिश्नोई के गैंग का मुख्य सदस्य जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी था, जिसने गैंग का विस्तार पंजाब और राजस्थान के कई हिस्सों में किया. हालांकि, 2020 में हिमाचल प्रदेश में उसकी हत्या कर दी गई. गैंग के अन्य प्रमुख सदस्यों में गोल्डी बराड़, जग्गू भगवानीपुरिया और कालू जत्थेड़ी जैसे नाम भी शामिल हैं. गोल्डी बराड़ कनाडा से गैंग की जमीनी गतिविधियों का संचालन करता है और शूटर्स के साथ समन्वय में रहता है. लॉरेंस बिश्नोई का नाम कई हाई-प्रोफाइल मामलों से जुड़ा है, जिसमें पंजाब के गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी शामिल है. गोल्डी बराड़ ने विदेश से मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें बिश्नोई का सहयोग बताया गया था. इसके अलावा लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अन्य सदस्यों ने कई बड़े नेताओं की हत्या की जिम्मेदारी भी ली है.
सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई की दुश्मनी
इसके अलावा आपको बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई की सलमान खान से दुश्मनी 1998 के काले हिरण शिकार मामले से जुड़ी है. उस समय सलमान पर काले हिरण का शिकार करने का आरोप लगा था, जो बिश्नोई समुदाय में पूजनीय माना जाता है. लॉरेंस बिश्नोई ने खुलेआम कहा कि सलमान को माफी मांगनी होगी, वरना उसकी जिंदगी का एकमात्र मकसद सलमान खान को मारना है. बता दें कि 2023 में जेल से दिए गए एक इंटरव्यू में लॉरेंस बिश्नोई ने कहा, ”हमें पैसों की जरूरत नहीं, हमें सिर्फ ये चाहिए कि सलमान हमारे मंदिर आकर माफी मांगें. उन्होंने हमारे पूरे समुदाय का अपमान किया है और हमें ये मंजूर नहीं है.”
वहीं इसी साल अप्रैल में सलमान खान के बांद्रा स्थित घर के बाहर गोलियां चलने की घटना सामने आई थी, जिसमें संदिग्धों ने बिश्नोई गैंग से जुड़े होने की बात कबूल की थी. इसके अलावा, 2022 में सलमान खान के पिता सलीम खान को भी एक धमकी भरा पत्र मिला था, जिसमें मूसेवाला की हत्या का जिक्र करते हुए सलमान को उसी हश्र से गुजरने की धमकी दी गई थी.
क्या है लॉरेंस बिश्नोई का गैंग, जानें
बता दें कि एनआईए की रिपोर्ट के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई की जेल से बाहर निकलने की कोई मंशा नहीं है, बल्कि वह जेल में रहते हुए अपने गैंग को और भी मजबूत कर रहा है. उसकी रणनीति में बाहरी तत्वों, खासकर खालिस्तानी आतंकवादियों के साथ गठजोड़ करके अपराध करवाना शामिल है. पंजाब के आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा भी बिश्नोई के गैंग से जुड़ा है और पंजाब में लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए उसके शूटर्स का उपयोग करता है.
बाबा सिद्दीकी की हत्या में बिश्नोई का नाम
इलके अलावा बता दें कि हाल ही में एनसीपी नेता और सलमान खान के करीबी माने जाने वाले बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में भी बिश्नोई का नाम सामने आया है. इस घटना ने एक बार फिर से लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क की ताकत और उसकी पहुंच का खुलासा किया है. इस हत्या के पीछे बिश्नोई गैंग के तीन शूटर्स की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं, बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद, मुंबई पुलिस ने बिश्नोई गैंग के खिलाफ जांच और सख्त कर दी है.
बहरहाल, लॉरेंस बिश्नोई का जेल से बाहर होना या न होना उसके गैंग के संचालन पर कोई असर नहीं डालता है. वह अत्याधुनिक तकनीकों और बाहरी गठजोड़ों के माध्यम से न सिर्फ अपने गैंग को चला रहा है, बल्कि ये भी साबित कर रहा है कि उसकी जड़ें कितनी गहरी हैं.
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