खबर फिली – Sharda Sinha: एक तरफ बिटिया को दूध पिताली, दूसरी तरफ जारी रहता रियाज, जिद ने बनाया संगीत का सिरमौर – #iNA @INA

मशहूर लोकगायिका शारदा सिन्हा अब इस दुनिया में नहीं रहीं. दिल्ली के एम्स अस्पताल में शारदा सिन्हा ने 72 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली. अपनी गायकी के साथ-साथ वो राजनीतिक मुद्दों पर भी खुलकर अपनी राय रखा करती थीं. अक्सर उन्हें चुनाव और कई राजनीतिक मुद्दों पर बात करते हुए देखा दया है. शारदा सिन्हा के निधन की खबर से इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है. शारदा सिन्हा संगीत की दुनिया का काफी बड़ा नाम थीं.

जैसे ही उनके निधन की खबर सामने आई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत इंडस्ट्री के कई सितारों ने उन्हें याद किया. संगीत के लिए शारदा सिन्हा का समर्पण हर किसी के लिए मिसाल है. हर कोई उनका और उनके काम का काफी सम्मान करता है. अपने पुराने इंटरव्यू में खुद शारदा सिन्हा ने इस बात का खुलासा किया था कि चाहे कुछ वो हो जाए वो रोजाना 8 घंटे रियाज जरूर किया करती थीं. वो हर दिन के 8 घंटे अपने संगीत को समर्पण करती थीं.

बेटी को गोद में लिए करती थीं रियाज

द लल्लनटॉप को दिए गए इंटरव्यू के दौरान शारदा सिन्हा ने अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी बात की. उन्होंने बताया कि संगीत के साथ-साथ उन्होंने अपनी बेटी को किस तरह से पाला. उन्होंने बताया कि उनके रियाज के दौरान भी उनकी बेटी उनके साथ हुआ करती थी. शारदा सिन्हा की मानें तो जब वो रियाज करती थीं तो उनकी बेटी तबला और बाजा बजाने वाले अंकल की गोद में सो जाया करती थीं.

शारदा सिन्हा ने कहा, “चाहे कुछ भी हो जाए हम रियाज जरूर करते थे 8 घंटा. बिल्कुल 8-8 घंटे का रियाज हम किया करते थे. बाजा और तबला बज रहा है और ये दूसरे कमरे में रोएगी उससे अच्छा है कि यहीं पर सुला दें इसको. बीच में इसको सुला देते और हम रियाज करते रहते थे. यहां तक कि मैं दूध पिताली होती थी और कवर करके लेकिन बाजा बजाकर गाना नहीं छोड़ती थी.”


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News