खबर शहर , राहत: आज जनपद में 857 एमटी डीएपी और पहुंच जाएगी – INA

कासगंज। डीएपी व एनपीके उर्वरक की कमी से जूझ रहे किसानों के लिए राहत भरी खबर है। डीएपी व एनपीके की रैक जनपद को मिली है। इस रैक से 857 मीट्रिक टन डीएपी व 435 मीट्रिक टन एनपीके उर्वरक जनपद को मिलेगा। यह उर्वरक जनपद में सोमवार तक पहुंच जाएगा। वितरण अगले दिन से शुरु किया जाएगा। सरसों एवं आलू की बुवाई के लिए किसानों को फास्फेटिक एवं पोटेशियम उर्वरकों की आवश्यकता है। इस दौरान डीएपी के लिए किसान परेशान हो रहा है। कृषि विभाग ने आवश्यकता के अनुसार ही फास्फेटिक और पोटेशियम उर्वरकों का क्रय कर फसल की बुवाई करने की सलाह दी है। अधिक उर्वरक से खेत की मिट्टी को भी नुकसान होता है। डीएपी और एनपीके उर्वरक की खेप का सहकारी व निजी गोदामों तक सोमवार को पहुंच जाएगी और उसका वितरण भी शुरु हो जाएगा।
यह है वर्तमान में उर्वरक के स्टॉक की स्थिति
– 1210 मीट्रिक टन डीएपी
– 2005 मीट्रिक टन एनपीके
– 387 मीट्रिक टन एसएसपी
– 803 मीट्रिक टन एमओपी
वर्जन
857 मीट्रिक टन डीएपी व 435 मीट्रिक टन एनपीके उर्वरक की रैक जनपद सोमवार तक पहुंच जाएगी। शीघ्र ही वितरण होगा किसानों को उर्वरक की कमी का सामना नहीं करना होगा। किसान डीएपी के स्थान पर एनपीके, एसएसपी, प्रोम, नैनो डीएपी का भी प्रयोग कर सकते हैं। यह अधिक घुलनशील होते हैं और कृषि की लागत भी कम होती है। – डॉ. अवधेश मिश्र, जिला कृषि अधिकारी