मेघदूत होटल के मालिक अशोक कुमार मेहरोत्रा ने मकान का एक हिस्सा कब्जाने के आरोप में हरबंशमोहाल कछियाना निवासी पिता-पुत्र समेत 31 के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि आरोपियों ने पहले फर्जी दस्तावेज के सहारे उनके मकान पर कब्जा कर लिया। उसे छोड़ने के एवज में दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी। थाने में सुनवाई न होने पर होटल मालिक ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर गुहार लगाई। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
माल रोड निवासी होटल मालिक अशोक कुमार मेहरोत्रा ने अपने मकान के एक हिस्से को बेंगलुरु निवासी कमल पाल का किराए पर दे रखा था। उसने 1 फरवरी 1997 से किराया अदा नहीं किया गया था। इसपर उन्होंने कमल के खिलाफ कोर्ट में वाद दाखिल किया था जो उनके पक्ष में निस्तारित किया जा चुका है।
आरोप है कि इसके बावजूद कमल के भाई दीपक ने किराएदारी वाले हिस्से को हरबंशमोहाल कछियाना निवासी कुशाग्र पांडेय, उनके भाई दीपक पांडेय, पिता श्यामनारायण पांडेय, गिरसी निवासी मनोज सिंह, कबीर सवा निवासी समीर सिंह, धर्मेंद्र सिंह धर्मू, हरबंशमोहाल निवासी विनोद कुमार गुप्ता, सुभाष पांडेय, संदीप शर्मा, गौरव जैन को दे दिया। फर्जी दस्तावेज के सहारे उन लोगों ने मकान पर कब्जा कर अपना बोर्ड लगा लिया। साथ ही मकान छोड़ने के एवज में दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी। विरोध करने पर गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। सीपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने 11 नामजद समेत 31 लोगाें के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर देर रात कुशाग्र पांडेय को गिरफ्तार कर लिया।