खबर शहर , Ratan Tata: रतन टाटा ने यूपी को दिया था अपना दिल, नोएडा से लेकर श्रावस्ती तक फैलाया कारोबारी साम्राज्य – INA
उत्तर प्रदेश को वास्तव में रतन टाटा ने अपना दिल दे दिया था। इसका गवाह है उत्तर प्रदेश के कई शहरों में टाटा की मौजूदगी। प्रदेश को निवेश का सेफ डेस्टिनेशन बनाने के दावे पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराकर मुहर लगाई। टाटा ने खुद को केवल नोएडा तक ही सीमित नहीं रखा बल्कि श्रावस्ती व बहराइच से लेकर शाहजहांपुर तक अपने कदम रखे। अकेले यूपी में टाटा समूह 60 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रहा है। साथ ही एक लाख करोड़ के निवेश की तरफ बढ़ रहा है।
यूपी में टाटा का कारोबारी निवेश
1. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) :
इसके कार्यालय नोएडा, लखनऊ और वाराणसी में हैं, जिनमें वर्तमान में लगभग 17000 लोग कार्यरत हैं। फरवरी 2018 में टीसीएस ने नोएडा में 2300 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के साथ सॉफ्टवेयर विकास केंद्र स्थापित करने के लिए नोएडा प्राधिकरण के साथ एक समझौता किया। केंद्र का करीब 20% निर्माण पूरा हो चुका है। इस परियोजना को भूमि पूजन समारोह-1 में भी शामिल किया गया था।
2. टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) :
टीपीआरईएल को शाहजहांपुर और बरेली में स्थापित की जाने वाली 100 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता के लिए सफल बोलीदाताओं में से एक घोषित किया गया था। अक्टूबर 2018 में यूपीनेडा द्वारा उप्र पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड और नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड के साथ पावर परचेज एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए। शाहजहांपुर में परियोजना शुरु हो चुकी है। बरेली की परियोजना प्रयागराज में स्थानांतरित होकर दिसंबर 2021 में शुरु हो गई।
3. टाटा मोटर्स लिमिटेड, लखनऊ :
1992 में स्थापित प्लांट आधुनिक बसों की श्रृंखला के डिजाइन और निर्माण में विशेषज्ञता रखता है, जिसमें लो-फ्लोर, सेमी-लो-फ्लोर, हाई डेक और सीएनजी बसें शामिल हैं।
4. टाटा पावर थर्मल पावर प्लांट :
कोयला आधारित सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट, प्रयागराज जिले के बारा तहसील में स्थित है। पावर प्लांट का स्वामित्व टाटा पावर की सहायक कंपनी रेनैसेंट पावर के पास है।
5. भारतीय होटल कंपनी (आईएचसीएल) :
आगरा, लखनऊ, वाराणसी आदि शहरों में आईएचसीएल विभिन्न होटलों का संचालन करता है।
6. टाटा यूरेका पार्क :
नोएडा के सेक्टर 150 में यूरेका पार्क, लैंड कार्ट बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड (टाटा वैल्यू होम्स लिमिटेड और लोटस ग्रीन्स कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड की सहायक कंपनी) द्वारा एक आवासीय परियोजना है।
युवा पीढ़ी को दक्ष बनाने के लिए गोद लिए 150 आईटीआई
टाटा टेक्नोलॉजीज ने प्रदेश के 150 सरकारी आईटीआई केंद्रों के उन्नयन के लिए पीपीपी मॉडल के तहत गोद लिया है। इस परियोजना पर 4,174 करोड़ रुपये सीएसआर फंड के माध्यम से खर्च होंगे। इस परियोजना में, टाटा टेक्नोलॉजीज सभी उद्योग मशीनरी, प्रौद्योगिकी उपकरण, उपकरण आदि के लिए इंटीग्रेटर का काम कर रही है।
डिफेंस काॅरिडोर में भी टाटा
टाटा टेक्नोलॉजीज ने झांसी नोड में कॉमन फैसिलिटी सेंटर स्थापित करने के लिए भी एमओयू किया है। इस सेंटर के विकास पर 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। टीपी रिन्यूएबल माइक्रोग्रिड (टाटा पावर लिमिटेड) ने बहराइच, बलरामपुर, गोंडा और श्रावस्ती जिलों के विभिन्न गांवों में 525 करोड़ के निवेश के साथ माइक्रोग्रिड संयंत्रों की स्थापना के लिए समझौता किया है।