दुनियां – पाक-चीन की साजिश का पर्दाफाश, आतंकियों के निशाने पर J-K का चिनाब ब्रिज – #INA

पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और लगातार भारत के खिलाफ गतिविधियों को अंजाम दे रहा है. जम्मू-कश्मीर से जुड़ी एक नई खबर सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान और चीन की खुफिया एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में चल रही कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की जानकारी एकत्र कर रही हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में रेलवे ट्रैक के बाद अब देश का सबसे बड़ा रेलवे पुल, चिनाब ब्रिज भी पाकिस्तान और चीन के निशाने पर है. आतंकियों की विशेष नज़र इस पुल पर है, जो सुरक्षा और देश की दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है. क्योंकि यह पुल भारत के विभिन्न राज्यों को जम्मू-कश्मीर से जोड़ने का प्रमुख माध्यम बनेगा.
खुफिया रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख है कि रियासी और रामबन जिलों को जोड़ने वाला चिनाब रेलवे ब्रिज से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी पाकिस्तान ने चीन की खुफिया एजेंसियों को दिया है. हाल ही में इस पुल का ट्रायल शुरू हुआ है. यह जम्मू-कश्मीर की सबसे अहम परियोजनाओं में से एक है.
एजेंसियां जुटा रही सुचना
चीन की खुफिया एजेंसी का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना निश्चित रूप से गंभीर और संवेदनशील मसला है. चिनाब ब्रिज जो जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के संगलदान और रियासी को जोड़ता है. दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है. चीन पहले से ही इस पुल में गहरी रुचि दिखा रहा है. खुफिया अलर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान और चीन की खुफिया एजेंसियां इस पुल से जुड़ी सूचनाओं को एकत्र कर रही हैं.
क्या चिनाब ब्रिज की खासियत ?
चिनाब ब्रिज अपनी ऊंचाई और मजबूती के लिए प्रसिद्ध है और जल्द ही भारतीय रेलवे को अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार है. इसकी विशेषताओं पर नज़र डालें तो यह -10 से 40 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी काम करने में सक्षम है. इसे इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह भूकंप और विस्फोटों को भी सह सकता है. इस पुल की ऊंचाई लगभग 359 मीटर है, और इसे जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में कटरा-बनिहाल रेल खंड पर 27,949 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है. इसका निर्माण कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के अंतर्गत किया जा रहा है. यह पुल घाटी को देश के अन्य हिस्सों से रेलवे के माध्यम से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण साधन बनेगा.

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

Table of Contents

सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News