देश – दो वर्षों में होगा पांच साल का काम, संजीव शर्मा ने दूधेश्वरनाथ कॉरिडोर का वादा दोहराया – #NA

Table of Contents

Ghaziabad News :
गाजियाबाद सदर सीट से नवनिर्वाचित विधायक संजीव शर्मा ने विजयी होने के साथ ही चुनाव के दौरान किए वादे को दोहराते हुए कहा कि दूधेश्वरनाथ कॉरिडोर का निर्माण उनकी बड़ी प्राथमि‌कताओं में शामिल है। इसके अलावा शहर में शिक्षा और चिकित्सा पर भी काम किया जाएगा। इसके साथ ही संजीव शर्मा ने कहा कि चुनाव के दौरान लाइनपार क्षेत्र की जनता से  विकास के लिए किए गए सभी वादे भी मुझे याद हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मेरे पास समय कम है लेकिन कोई बात नहीं दो साल में ही पांच साल के बराबर काम करूंगा। बता दें कि नेहरु नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित पन्ना प्रमुख सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गाजियाबाद में दूधेश्वरनाथ कॉरिडोर का निर्माण कराने की बात कही थी।

जाम से मुक्ति और शुद्ध पेयजल के लिए काम करेंगे

नव निर्वाचित विधायक ने कहा कि गाजियाबाद शहर में जाम की समस्या किसी से छिपी नहीं है। हालांकि पिछले दिनों भी इसके लिए काफी काम हुआ है लेकिन अभी और काम करने की जरूरत है। आमजन के सहयोग और परामर्श से शहर की जनता को जाम से मुक्ति दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठकर कार्य योजना तैयार कराई जाएगी।संजीव शर्मा ने कहा है कि शहर के लोगों को गंगाजल उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। प्रयास होगा कि लोगों को नाले न‌ालियों की परेशानी से ‌मुक्ति के साथ पीने के शुद्ध जल उपलब्ध हो।

मोदी- योगी पर भरोसे का परिणाम बताया

एतिहासिक जीत के सवाल पर संजीव शर्मा ने कहा कि यह सब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री मोदी पर लोगों के भरोसे का परिणाम है। लोगोंं ने केंद्र और प्रदेश की सरकार के कार्यों को देखते हुए एकतरफा मतदान किया है। हालांकि मतदान काफी कम हुआ था लेकिन गाजियाबादियों ने मुझे जैसे कार्यकर्ता को आशीर्वाद देकर बता दिया कि काम करने वालों को विषम परिस्थितियों में भी कोई दिक्कत नहीं होने वाली।

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News