देश- ‘ये मां है सेवा करो, नहीं रहेगी तो…’, मंत्री ने बेटे से की भावुक अपील, सुन आंख में आ जाएंगे आंसू- #NA

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर
राजस्थान में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर आज कोटा में रामगंज मंडी के दौरे पर हैं. रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र के ऊंडवा में आयोजित सरकार आपके द्वार समस्या समाधान शिविर में शिक्षा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर आज अलग ही रूप में नजर आए. घर के मुखिया की तरह मंत्री दिलावर ने भावुक होकर कलयुगी बेटे को अपनी मां की सेवा करने को समझाया. मंत्री दिलावर हाथ जोड़ कर बोले ये मेरी भी मां जैसी है. इसका अपमान मत करो, इसकी सेवा करो.
शिविर में वृद्धा रूपा बाई ने मंत्री जी को फरियाद की कि उनका बेटा और बहू उनकी सेवा नहीं करते हैं. साथ ही उसकी 2 बीघा जमीन भी हड़प ली है और रोटी भी नहीं दे रहे हैं. रूपा बाई ने कहा कि पति सेवलाल की मृत्यु के बाद उसकी स्थिति बहुत खराब हो गई है. बेटा बहू मुझे गाली देते है. मेरी बड़ी बेटी मांगी बाई को मिलने भी नहीं आने देते, मेरा इलाज भी नहीं करवाते हैं.
हांथ जोड़कर मदन दिलावर ने कही ये बात
महिला ने कहा कि विधवा पेंशन के 1100 रुपए आते है तो उनको भी खुद ही रख लेते हैं. ऐसे में मंत्री मदन दिलावर ने वृद्धा के बेटे पीरूलाल और उसकी पत्नी को बुलाकर समझाया कि ये तुम्हारी मां है. इसका सम्मान करो. इसने तुमको पैदा किया है. बचपन में तुम्हारी लात खाई है. ऐसे में जब तुम्हारी मां बूढ़ी बेसहारा हो गई है तो तुम लोगों को इसकी सेवा करनी चाहिए क्यों कि थोड़े दिन बाद जब ये नहीं रहेगी तो तुम को इसकी याद आएगी. दोनों मिलकर इसकी सेवा करो.
मंत्री यही नहीं रुके उन्होंने हाथ जोड़ कर अनुरोध किया कि ये मेरी भी मां जैसी है. में तुम्हारे हाथ जोड़ता हूं, इसका अपमान मत करो. इसकी सेवा करो. मंत्री दिलावर की समझाइश के बाद बेटा बहू ने भरोसा दिलवाया कि अब वो मां की सेवा करेंगे.
Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link