भाकपा के वरिष्ठ नेता सह श्रमिक संघ महासचिव कॉ. आनंदीलाल राय का दूसरा स्मृति दिवस

रिपोर्ट अमरदीप नारायण प्रसाद

समस्तीपुर भाकपा–माले के संस्थापक सदस्य वरिष्ठ नेता सह बिहार कृषि उत्पादन बाजार समिति श्रमिक संघ महासचिव कॉ.आनंदीलाल राय के दूसरे स्मृति दिवस के अवसर पर बाजार समिति प्रांगण में श्रमिक संघ कार्यालय पर झंडोत्तोलन पोलदार योगेन्द्र राय द्वारा कर उनके आदमकद तैलचित्र पर पुष्पांजलि व श्रद्धांजलि सह संकल्प सभा का आयोजन किया गया और दो मीनट का मौन रखकर श्रद्धाजलि दी गयी।कार्यक्रम का संचालन ऐक्टू राज्य परिषद सदस्य सह श्रमिक नेता जीवछ पासवान ने किया।
इस अवसर पर कॉ. आनंदीलाल राय जी को याद करते हुए। कहा कि कॉ. आनंदीलाल राय व्यापक जनसंपर्क के नेता थे। वे सचमुच जन–जन के नेता थे, जीवन की तमाम जरूरतों के लिए वे श्रमिकों पर निर्भर थे, श्रमिकों के अलावा उन्होंने किसी ओर मुड़ कर नहीं देखा। पक्के पूर्णकालिक नेता थे।

जब वे बाजार समिति प्रांगण में रहते थे तो विभिन्न राजनीतिक–सामाजिक मुद्दों पर बहस छेड़ते थे। उन्होंने हमेशा भाजपा को मनुष्यता विरोधी विचारधारा के पोषक के रूप में देखा। वारिसनगर समस्तीपुर पार्टी के स्थापना काल में वारिसनगर अंचल के विभिन गांवों में कॉ.आनंदीलाल राय जी का काम–काज था। हमलोगों ने मिलकर व्यापक आंदोलनों के माध्यम से पार्टी व संगठन को विस्तार दिया। आज पार्टी को आगे बढ़ा कर, श्रमिकों के मुद्दों पर जारी आंदोलनों को आगे बढ़ा कर ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है! उन्होने ने कहा कि मौजूदा समय में न्याय और इंसाफ की आकांक्षा रखने वाले तमाम लोगों की पार्टी के रूप में भाकपा–माले जानी जाती है। कॉ.आनंदी जी मोटिया-पोलदारों की सेवा करने वाली पार्टी व श्रमिक संघ के हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे। पार्टी ने उनके राजनीतिक–सामाजिक अवदानों को जन–जन की स्मृति में बनाए रखने के उद्देश्य से उनके नाम पर बाजार प्रांगण में स्मार्क आदमकद की स्थापना के लिए सरकार व प्रसाशन को आवेदन प्रेषित कर मांग की जाएगी। कॉ.खनंदीलाल राय जी के राजनीतिक जीवन का बड़ा हिस्सा सामंती जातिवादी सांप्रदायिक शक्तियों से संघर्ष करने में बीता। जिस भाजपा को वे जनशत्रु के रूप में देखते थे, वो आज खुलेतौर पर जनविरोधी राजनीति कर रही है। उसे रोक कर ही कॉ. आनंदीलाल जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकेगी। भाकपा (माले) प्रखंड सचिव रामचंद्र पासवान ने कहा कि कॉ. आनंदीलाल जी में माले नेता सह श्रमिक नेता के पर्याय के रूप में जाने जाते थे। इससे उनकी प्रसिद्धि का अंदाजा लगाया जा सकता है। उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है कि उन्होंने सैकड़ों लोगों को कम्युनिस्ट बनाया। आज का दिन संकल्प की घड़ी है। आइए आनंदीलाल जी को याद करते हुए पार्टी के निर्माण और विस्तार का संकल्प लें। जनांदोलनों में बढ़–चढ़ कर हिस्सा लें। श्रमिक संघ कार्यकारी महासचिव सुरेन्द्र राय ने कहा कि आनंदीलाल जी की अनुपस्थिति से पार्टी व श्रमिक संघ के अंदर एक बहुत बड़ा खालीपन उभर आया है। उनका श्रमिकों व समाज से तथा पार्टी सदस्यों से बहुत ही आत्मीय संबंध था। वे चाहते तो सिद्धांत से समझौता कर क्या नहीं पा सकते थे? लेकिन वे हमेशा जनमुक्ति के लिए संघर्ष पथ पर अडिग रहे। पार्टी व श्रमिक संघ अभियानों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता अनुकरणीय है। युवा सदस्यों को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। उनके जाने से जो वैक्यूम बन गया है, उसे पार्टी व श्रमिक संघ के कामकाज को बढ़ा कर, जनसंपर्क को मजबूत कर ही भरा जा सकता है। हम आने वाले समय में इस खालीपन को जरूर भरेंगे! खेग्रामस प्रखंड सचिव उमेश महतो ने कहा कि आज चरम साम्प्रदायिकता के इस दौर में धर्मनिरपेक्ष, संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करने वाली न्यायप्रिय शक्तियों को एकजुट करना होगा। समाज में बढ़ते धार्मिक व जातीय विभाजन को रोकने में कॉ. आनंदीलाल जी जैसे परिवर्तनकामी धारा के नेताओं की हमें सख्त जरूरत है। कॉ. आनंदीलाल जी को याद करते हुए आज सांप्रदायिकता के विरुद्ध जारी संघर्ष को अधिक व्यापक करने की जरूरत है। इस अवसर पर ऐक्टू राज्य परिषद सदस्य सह श्रमिक नेता जीवछ पासवान माले प्रखंड सचिव रामचंद्र पासवान श्रमिक संघ कार्यकारी महासचिव सुरेन्द्र राय खेग्रामस प्रखंड सचिव उमेश महतो खेग्रामस जिलाध्यक्ष उपेन्द्र राय चंदेश्वर यादव कमलेश साह मोटिया पोलदार सरदार बेचन सहनी गुड्डू पासवान दिनेश चौधरी शिवकुमार पासवान दिनेश साह चंदेश्वर राय देवानंद प्रसाद कैलाश पासवान भागवत पासवान चंदन पासवान श्रवण पासवान सहित मोटिया पोलदार मजदूरों भी शामिल थे।

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