यूपी – एक क्लिक में पूर्वांचल की बड़ी खबरें : खिलाड़ी हत्याकांड में SHO लाइन हाजिर, विवाद के बाद पत्नी ने की खुदकुशी – INA
ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग हत्याकांड में गौराबादशाहपुर एसएचओ और चोरियों का खुलासा न होने, कामकाज में हीलाहवाली में लाइन बाजार थानाध्यक्ष को लाइनहाजिर कर दिया है। रामपुर एसएचओ को पूर्व विधायक मधुबाला पासी के घर चोरी के मामले में हटाया गया है।
इनके अलावा छह निरीक्षक और एसआई के कार्यक्षेत्र में भी बदलाव किया गया है। गौराबादशाहपुर थानाक्षेत्र के कबीरुद्दीनपुर गांव में गत 30 अक्तूबर को ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव की हत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष राजाराम द्विवेदी को लाइन हाजिर कर दिया है। लाइन बाजार के प्रभारी निरीक्षक केके चौबे को भी कार्यों में हीलाहवाली और कई चोरियों का खुलासा न करने पर लाइनहाजिर किया गया है।
रामपुर थानाध्यक्ष मनोज पांडेय को प्रभारी वीआईपी सेल, साइबर निरीक्षक सर्किल सदर दिलीप कुमार सिंह को कार्यवाहक थाना प्रभारी सरायख्वाजा नियुक्त किया गया। कबीरुद्दीनपुर में जमीन विवाद में 16 वर्षीय ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव की तलवार से गर्दन काटकर हत्या की गई थी।
अनुराग यादव के परिजनों ने थाने पर कई बार प्रार्थना पत्र देकर इस विवाद की सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। मृतक अनुराग के घर पहुंच रहे जनप्रतिनिधि भी एसओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। शहर कोतवाली के सरायपोख्ता चौकी प्रभारी उप निरीक्षक फूलचंद्र पांडेय को गौराबादशाहपुर थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है।
फर्जी और दूसरे के प्रमाणपत्र से नौकरी करने वाले 13 बर्खास्त शिक्षकों की विवेचना शुरू हो गई है। विवेचना के बाद शिक्षकों की गिरफ्तारी हो सकती है। सभी के खिलाफ पुलिस ने डेढ़ महीने पूर्व जालसाजी, कूटरचना समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। हालांकि कुछ थानों में विवेचना अधिकारियों की उदासीनता से विवेचना शुरू नहीं की गई है। इसे लेकर बेसिक शिक्षा विभाग उच्चाधिकारियों को पत्र लिखेगा।
जिले में 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इसमें चार हजार से अधिक शिक्षकों की तैनाती है। शासन स्तर से जरूरत के हिसाब से शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। पिछले पांच से छह साल में नियुक्ति से लेकर अन्य गतिविधियां ऑनलाइन होने से प्रमाणपत्र की खामियां उजागर हो जाती हैं, लेकिन डेढ़ से दो दशक पूर्व की नियुक्ति प्रक्रिया कागजों में ही चलती थी।
प्रेरणा पोर्टल पर सभी अभिलेख ऑनलाइन होने के बाद गड़बड़ी सामने आने लगी है। साल 2024 में जिले में 13 शिक्षक ऐसे मिले जिनके आचार्य, शास्त्री, बीएड, यूपी बोर्ड के प्रमाणपत्र या तो फर्जी पाए गए या दूसरे विद्यार्थी के नाम से अंकित मिले। जनवरी से जून तक रिपोर्ट आने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सितंबर के शुरुआत में ही 13 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी।
डीएम विशाल सिंह ने ऐसे शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की संस्तुति की। खंड शिक्षा अधिकारियों की तहरीर पर बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ सितंबर और अक्तूबर में औराई, कोइरौना, दुर्गागंज, भदोही, सुरियावां थानों में मुकदमे दर्ज हुए। कुछ थानों में नियमानुसार विवेचना शुरू कर दी गई, लेकिन भदोही और औराई में अभी तक मुकदमे की विवेचना को लेकर उदासीनता बरती जा रही है।
विवेचना में विलंब करने पर बेसिक शिक्षा विभाग उच्चाधिकारियों को पत्र लिखने की तैयारी में है। अपर पुलिस पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजवीर सिंह ने कहा कि शिक्षकों पर दर्ज मुकदमों की विवेचना चल रही है। जिन थानों में विवेचना में देरी की जा रही है, वहां से जवाब लिया जाएगा।
मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के पाली बाजार के पास बीती देर शाम सड़क हादसे में एलआईसी के शाखा प्रबंधक की मौत हो गई। सरायख्वाजा के डाल्हनपुर निवासी संतोष सिंह (45) मड़ियाहूं एलआईसी के शाखा प्रबंधक थे। वह रोजाना की तरह बाइक से कार्यालय गए थे।
काम निबटाकर सात बजे के आसपास कार्यालय बंद करवाकर बाइक से घर लौट रहे थे। करीब 7:15 बजे जब वह पाली बाजार के पास पहुंचे तो सामने से आ रही स्कॉर्पियो ने जोरदार टक्कर मार दी। आसपास के लोगों ने उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया।
सहजनवां-दोहरीघाट रेल परियोजना के तहत भूमि रजिस्ट्री कराने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी होगी। यह रेल लाइन मऊ जिले के सात गांवों और गोरखपुर के 112 गांवों से होकर गुजरेगी। मऊ जिले की लगभग 43.22 हेक्टेयर सहित गोरखपुर की 359 एकड़ भूमि की रजिस्ट्री कराई जाएगी।
रेल लाइन चार साल में बिछाई जाएगी। यह प्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा होगा। रेल लाइन परियोजना का निर्माण होने से जहां हजारों लोगों को रोजी-रोटी का साधन उपलब्ध होगा। वहीं क्षेत्र का पिछड़ापन भी दूर होगा। रेल लाइन मऊ जिले के दोहरीघाट, गोठा, नई बाजार, कोरौली सहित सात गांवों से होकर गुजरेगी। भूमि अधिग्रहण के बाद रजिस्ट्री कराने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस परियोजना में तीसरे चरण का काम मार्च 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। रेल लाइन के लिए भूमि अधिगृहीत करने को रेलवे की ओर से 295 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
शिविर के जरिये किसानों से प्रपत्र लिए जाएंगे। मिट्टी भराई आदि के लिए एजेंसी नामित कर दी गई है। वहीं सरयू नदी पर सबसे लंबा पुल बनाया जाएगा। लगभग 1200 मीटर लंबे पुल के निर्माण के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है।
इस रेल लाइन पर दो ऊपरगामी पुल, 15 अंडरपास, महत्वपूर्ण 11 बड़े पुल और 47 छोटे पुल का निर्माण किया जाना है। 2027 तक नई रेल लाइन के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रोजेक्ट पूरा हो जाने से गोरखपुर से वाराणसी की दूरी कम हो जाएगी। साथ ही गोरखपुर से दोहरीघाट होते हुए वाराणसी, प्रयागराज और लखनऊ के लिए भी ट्रेनें चलने लगेंगी। दोहरीघाट से इंदारा होते हुए मऊ और वाराणसी रेलमार्ग से जुड़ जाएगा।
बोले अधिकारी : दोहरीघाट-सहजनवां नई रेल लाइन को तीन चरणों में चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण और रजिस्ट्री प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। – पंकज कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर।
कोतवाली क्षेत्र के कांतिरामपुर में हरिशंकर उपाध्याय (55) की अपने ही ट्रैक्टर के नीचे आने से मौत हो गई। ट्रैक्टर में पहले से लगी चाबी से अंजान हरिशंकर उसे ढकने पहुंचे थे। अचानक ट्रैक्टर स्टार्ट हो गया। हरिशंकर इसके चक्के के नीचे आ गए। उसमें लगी फार से गंभीर चोट लगी और मौत हो गई।
दो माह पहले ही उन्होंने नया ट्रैक्टर खरीदा था। कोतवाली के कांतिरामपुर निवासी हरिशंकर उपाध्याय (55) दो भाई हैं। एक भाई बाहर रहते हैं और हरिशंकर घर पर रहकर खेती-बारी का काम देखते थे। दो महीने पहले इन्होंने कृषि कार्य के लिए एक ट्रैक्टर खरीदा था। मंगलवार की सुबह ट्रैक्टर इनके घर के सामने खड़ा था और उसमें चाबी लगी थी। इससे अनजान हरिशंकर ट्रैक्टर को ढकने के लिए पहुंचे। वह उसे ढक ही रहे थे कि इस बीच अचानक ट्रैक्टर स्टार्ट हो गया और चलने लगा।
अचानक ट्रैक्टर चलने से वह पहले ट्रैक्टर के बड़े पहिए के नीचे आए। उसके बाद उसमें लगी फार में फंसकर घीसटते हुए गंभीर रूप से चोटिल हो गए। ट्रैक्टर . दीवाल से टकराने के बाद खड़ी हुई। आसपास के लोग तत्काल उन्हें सीएचसी सुरियावां लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद परिवार वाले रो-रोकर बेहाल हैं। हरिशंकर की एक बेटी है। जिसकी शादी हो गई है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हुड़हरा गांव में एक विवाहिता ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फारेसिंक टीम ने साक्ष्य जुटाए। थाना क्षेत्र के गाजियापुर ग्रामसभा के मौजा हुड़हरा निवासी चंद्रमा प्रसाद के पुत्र राजकुमार ने मऊ के हलधरपुर थाना क्षेत्र के रजडीहा जगदीशपुर निवासी राजू प्रसाद की पुत्री सोनम से जून 2020 में प्रेम विवाह किया था। दोनों से दो पुत्र हैं।
सोमवार की रात पति-पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद हो गया, इसकी सूचना सोनम ने पिता और भाई को दी थी। रात की वजह से वे लोग नहीं पहुंच सके। मंगलवार की सुबह सोनम के नौ माह के पुत्र का बधाई गीत गाने के लिए पवहरिया दरवाजे पर पहुंच गए। सोनम और परिवार के लोगों ने हंसी खुशी पवहरियों की विदाई की। उसके बाद सभी लोग खेतों में धान की कटाई के लिए चले गए।
इस बीच सोनम ने कमरे में पंखे के हुक से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। बगल की एक लड़की ने देखा तो चिल्लाने लगी। सूचना पाकर मायका वाले भी पहुंच गए। उन्होंने दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाया। सोनम का दो वर्ष का शिवम व नौ माह का पुत्र शिवा है। थानाध्यक्ष मदन पटेल ने शव पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। सीओ रसड़ा व फोरेंसिक टीम ने जांच की। सीओ फहीम कुरैशी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कुछ कहा जाएगा, अभी मायका वालों की तरफ से शिकायत नहीं मिली है।
दोकटी थाना क्षेत्र के हृदयपुर गांव के एक गड्ढे में सोमवार की देर रात कबाड़ बीनने वाले युवक की डूबने से मौत हो गई। छह घंटे बाद मंगलवार सुबह आठ बजे ग्रामीणों ने मशक्कत के बाद शव निकाला। उसकी पहचान तेजन कमकर (32) के रूप हुई। युवक कबाड़ बीनता था। वह शराब पीने का आदी था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
सोमवार के देर रात करीब दो बजे रात हृदयपुर के एक गड्ढे से बचाओ बचाओ की आवाज आई। अगल बगल के घर के लोग बाहर निकले तो देखा कि एक व्यक्ति गड्ढे के दलदल में डूब रहा है। फिर लोगों ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। रात में ही क्षेत्राधिकारी बैरिया मुहम्मद उस्मान दोकटी थानाध्यक्ष दोकटी बंश बहादुर सिंह, एसआई कमलेश पाठक, समर सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे।
स्थानीय लोगों की सहायता से उसे बाहर निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन नहीं निकाला जा सका। मंगलवार की सुबह होते ही गड्ढे के पास लोगों की भीड़ जुट गई। गांव के युवाओं ने किसी तरह युवक को बाहर निकाला। उसकी मौत हो गई थी। वह अपने पीछे अपनी पत्नी मुन्नी देवी दो पुत्र प्रियांशु (15) और विकास (10) को छोड़ गया है।
ओबरा थाना क्षेत्र के सेक्टर तीन में सोमवार की देर शाम पुलिस ने नाबालिग की शादी रोकवा दी। दूल्हा की उम्र दुल्हन से दोगुने थी। किशोरी को बाल संरक्षण इकाई को सुपुर्द कर दिया गया। ससुराल में रह रहे भलुआ टोला निवासी एक व्यक्ति ने अपनी बेटी (16) की शादी मैनपुरी निवासी संजय के साथ तय की थी।
तय तारीख पर दूल्हा बरातियों के साथ सोमवार दोपहर शादी रचाने पहुंचा। शादी से पहले हुई रस्मों के बाद जब दूल्हा और बराती खाना खाने बैठे तो किशोरी का मामा उसकी शादी युवक से न करने पर अड़ गया। मामला बिगड़ता देख बरातियों को लेकर किशोरी के माता-पिता उसके दूसरे मामा के घर पहुंच गए।
इसके बाद दोनों की शादी मंदिर से करने का फैसला लिया गया। दूल्हा-दुल्हन के साथ सभी परिजन सोमवार शाम सेक्टर तीन स्थित एक मंदिर में पहुंचे। वहां शादी की रस्में निभाई गईं।
शादी का विरोध करने वाले दुल्हन के मामा को जब इसकी जानकारी हुई तो उसने किशोरी की शादी किए जाने की शिकायत पुलिस से कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस दूल्हा-दुल्हन सहित सभी को कोतवाली ले गई। बाल संरक्षण इकाई के ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे ने बताया कि ओबरा पुलिस से मामले की जानकारी मिली थी। इसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने नाबालिग किशोरी को बालिका संरक्षण गृह भेज दिया है। अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के बलिया मोड़ पर सोमवार की देर रात एक बेकाबू ट्रेलर ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में बाइक चालक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। आरोपी चालक को पुलिसकर्मियों ने पकड़ लिया। अंबेडकरनगर जिले के जाफरगंज थाना क्षेत्र के सिसानी अखईपुर निवासी अवनीश सिंह शहर कोतवाली में आरक्षी थे। वर्तमान में वह सीओ लाइन के चालक थे।
सोमवार को सीओ को उनके आवास पर छोड़कर घर जाने के लिए बाइक से लौट रहे थे। 500 मीटर दूर बलिया मोड़ पहुंचे थे। कि गोरखपुर की तरफ से आ रहे ट्रेलर ने बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में अवनीश घायल हो गए, हादसे के बाद पुलिसकर्मियों ने घायल आरक्षी को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिसकर्मी की मौत से पुलिसकर्मियों में मातम पसर गया। एसओ अनिल सिंह ने बताया कि आरोपी ट्रक चालक को पुलिस ने पीछा कर पकड़ लिया है। वहीं आरक्षी की पत्नी आकांक्षा सिंह ने आरोपी चालक के विरुद्ध शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
एसपी ने दी सलामी और कंधा देकर दी अंतिम विदाई : शव का पोस्टमार्टम होने के बाद सिपाही का पार्थिव शरीर पुलिस लाइन पहुंचा। यहां एसपी इलामारन जी ने अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ सलामी दी। साथ ही अर्थी को एसपी ने एएसपी महेश सिंह अत्री, सीओ सिटी अंजनी पांडेय, सीओ मुहम्मदाबाद गोहना डॉ. अजय विक्रम सिंह, प्रशिक्षू सीओ जितेंद्र सिंह के साथ कंधा देकर आखिरी विदाई दी।
इंदारा के जिला पंचायत (जिपं) सदस्य पर हुए हमले का मामले में पुलिस ने जिला पंचायत अध्यक्ष, पूर्व ब्लॉक प्रमुख सहित पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। कोपागंज के डाड़ी मोड़ के पास सोमवार को हुए घटनाक्रम के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
इंदारा के जिला पंचायत सदस्य जीतेंद्र गोयल ने सोमवार की शाम को पुलिस को तहरीर दी। बताया कि डाड़ी मोड़ के पास वह मऊ से वापस आ रहे थे कि उसी समय उसकी बाइक को रोककर छह हमलावरों ने मारपीट कर घायल कर दिया। आरोप है कि हमला कराने वालों में जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज राय और पूर्व ब्लॉक प्रमुख सर्वेश राय शामिल थे। सदस्य ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर विवाद हुआ था। इस संबंध में हाईकोर्ट में याचिका विचाराधीन है।
वहीं कोपागंज ब्लॉक सभागार में एक बैठक के दौरान योजनाओं में खर्च किए गए धन की समीक्षा की मांग की गई थी। इन सब कारणों से जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज राय व सर्वेश राय के इशारे पर हमला करने की साजिश रची गई। जिला पंचायत सदस्य की तहरीर पर पुलिस ने मनोज राय, सर्वेश राय व 5 से 6 अज्ञात लोगों के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन में जुटी रही।
इस संबंध में जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज राय ने कहा कि सभी आरोप निराधार है। जिस समय घटना हुई वह जिले से बाहर थे। वहीं, घटना के बाद जीतेंद्र गोयल की एक महिला के साथ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक फोटो वायरल होने लगी। जिसको लेकर जीतेंद्र गोयल ने कहा कि फोटो के साथ छेड़छाड़ करके वायरल किया गया है।
विशेष अपर सत्र न्यायाधीश पॉक्सो मधु डोगरा की अदालत ने गंभीर चोट पहुंचाने और छेड़खानी के तीन दोषियों को तीन-तीन साल कारावास और पांच हजार अर्थदंड की सजा सुनाई। दो साल पूर्व के मुकदमें में कोर्ट ने यह निर्णय दिया।
अभियोजन के मुताबिक दुर्गागंज थानाक्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने तहरीर दी कि पुरानी रंजिश को लेकर 10 जून 2022 को शाम पांच बजे उसके घर में घुसकर पिंटू उर्फ सुभाष, रत्नेश और शिव प्रसाद ने उसकी 16 साल की बेटी से अश्लील हरकत की। शोरगुल होने पर जब परिवार के अन्य सदस्य पहुंचे तो तीनों धारदार हथियार से हमला किए।
पुलिस ने मामले में कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। विवेचना के बाद आरोपपत्र न्यायालय में भेजा। जहां दोनों पक्षों की बहस-पैरवी सुनने के बाद एक मुकदमे में एक-एक साल का कारावास और एक-एक हजार अर्थदंड तथा दूसरे मुकदमे में तीन वर्ष का कारावास और चार-चार हजार अर्थदंड की सजा सुनाई।
ददरी मेले के नंदी ग्राम में विधिवत भूमि पूजन कार्यक्रम हुआ। इसमें खास यह रहा कि सांसद व परिवहन मंत्री ने अलग-अलग समय पर मेले का भूमि पूजन किया। इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।
मेले का भूमि पूजन दो बार टलने के बाद चार बजे के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सपा के बलिया लोस सीट के सांसद सनातन पांडेय ने भूमि पूजन किया। इसके बाद विलंब से पहुंचे परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने डीएम प्रवीण लक्षकार, एसपी विक्रांत वीर, मुख्य राजस्व अधिकारी त्रिभुवन व चेयरमैन संत कुमार उर्फ मिठाई लाल के साथ भूमि पूजन किया। मंत्री ने कहा कि मेले का पौराणिक इतिहास है। इसमें सभी का अधिकार है।
सांसद के भूमि पूजन के सवाल पर कहा कि वह विद्वान हैं। उनके साथ करता तो और बेहतर होता। उन्होंने जो किया है, वह सब ठीक है। इस मौके नगर मजिस्ट्रेट इंद्रकांत द्विवेदी, अपर पुलिस अधीक्षक कृपा शंकर व अधिशासी अधिकारी सुभाष कुमार आदि मौजूद थे। उधर, सांसद सनातन पांडेय ने कहा कि मुझे दो बार समय दिया गया। पंडित ने बताया कि मुहूर्त चार बजे तक है। ऐसे में भूमि पूजन निर्धारित समय पर करना जरूरी था। रात के अंधेरे में भूमि पूजन नहीं होता है। ये लोग धर्म के नाम पर पाखंड करते हैं। इस मौके पर हिमांशु त्रिपाठी, सत्येंद्र पांडेय आदि मौजूद रहे।
सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के जयनपुर पुलिया पर बीती देर शाम दो बाइक सवार चार नकाबपोश लुटेरों ने तमंचा की मुठिया वारकर सराफा व्यवसायी से आठ लाख का आभूषण लूट लिए। वारदात को अंजाम देकर लुटेरे फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस नाकेबंदी कर वाहनों की चेकिंग में जुट गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। घटना स्थल पर पहुंचे एसपी डॉ. ईरज राजा ने मातहतों को आवश्यक निर्देश दिए।
डहरा कला गांव निवासी अरमान अंसारी भीमापार में सराफा की दुकान चलाते हैं। वह दुकान बंद करके बैग में आभूषण लेकर भाई इरफान के साथ बाइक से घर जा रहे थे। सैदपुर- भीमापार मार्ग स्थित जयनपुर पुलिया पर पीछा कर रहे दो बाइक सवार नकाबपोश चार लुटेरों ने घेराबंदी कर बाइक रोक ली। जब तक अरमान और उसका भाई कुछ समझता एक लुटेरे ने तमंचा की मुठिया से अरमान के सिर पर वारकर कर दिया।
यह देख भाई इरफान आभूषण भरे बैग को लेकर भागने लगा और एक ऑटो में बैठ गया। तब तक लुटेरे ऑटो का पीछा कर घेरकर रोक लिए। यह देख आॅटो चालक घबड़ा गया और आभूषण भरे बैग को सड़क पर फेंक दिया। सैदपुर सीओ अनिल सिंह ने बताया कि छानबीन चल रही है। जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के अशोकनगर में घर के बाहर खेल रही मासूम के अपहरण का मामला सामने आया है। महज 12 घंटे के अंदर घटना का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने दंपती समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से मासूम को भी छुड़ाया गया है। चारों अपहर्ता रॉबर्ट्सगंज के ही घसिया बस्ती के निवासी हैं।
रॉबर्ट्सगंज के अशोकनगर निवासी अतुल कुमार पटेल की भांजी अदिती (2) सोमवार की शाम घर के बाहर खेल रही थी। इसके बाद वह अचानक लापता हो गई। घरवालों ने सीसीटीवी कैमरे को जांचा तो उसमें कुछ लोग बच्ची को अपने साथ लेकर जाते दिखे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छानबीन शुरू की।
मंगलवार की सुबह चुर्क तिराहा के पास से चार अपहर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से बच्ची को मुक्त कराया। एएसपी कालू सिंह ने बताया कि पूछताछ में अपहर्ताओं की पहचान घसिया बस्ती निवासी लौंगी, प्रतिमा, उसके पति रवि कुमार और रिनवा कुमार के रुप में हुई। बच्ची का अपहरण कर चारों उसे बेचने की फिराक में थे।
एएसपी ने बताया कि चारों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। बच्ची को उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस टीम में कोतवाल सत्येंद्र कुमार राय, कस्बा चौकी प्रभारी कमल नयन दुबे, हेड कांस्टेबल मनीष कुमार आदि शामिल रहे।
पहले भी कई वारदातों में आया है घसिया बस्ती का नाम : वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर सर्किट हाउस के पास स्थित घसिया बस्ती का पहले भी कई आपराधिक घटनाओं में नाम आया है। कच्ची शराब व मादक पदार्थ की बिक्री के मामलों में पुलिस कई बार वहां दबिश दे चुकी है। करीब डेढ़ साल पहले बस के परिचालक से लूट के मामले में भी पुलिस ने घसिया बस्ती से आरोपियों को गिरफ्तार किया था। एएसपी ने बताया कि बस्ती में रह रहे आपराधिक तत्वों की निगरानी की जा रही है।
छात्र संघ चुनाव को लेकर एससी कॉलेज परिसर में 11 वर्ष पूर्व की मारपीट और चाकूबाजी की घटना की सुनवाई हुई। अपर सत्र न्यायाधीश/फास्ट ट्रैक कोर्ट एक ज्ञान प्रकाश तिवारी की अदालत ने भाजपा के पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला समेत चार को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त कर दिया। अविनाश कुमार सिंह उर्फ नंदन को तीन साल की सजा सुनाई।
इसी मामले में क्रॉस केस में कातिलाना हमले के दोषी सुधीर ओझा राणा, गणेश कुमार उपाध्याय व शशिकांत यादव को सात-सात साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई। दस-दस हजार रुपये जुर्माना लगाया। जुर्माना न देने परतीन माह का कारावास भुगतना होगा। इसी मामले के आरोपी भृगु आश्रम निवासी पंकज राय को न्यायालय ने साक्ष्य के अभाव में दोष मुक्त कर दिया।
दुबहड़ थानाक्षेत्र के सवरूबांध निवासी आशुतोष कुमार पांडेय उर्फ दीपक पांडेय ने कोतवाली में 15 जनवरी 2013 को शिकायत की थी। इसमें बताया था कि वह एससी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव का फाॅर्म जमा कराने गए थे। उस दौरान सुधीर ओझा उर्फ राणा, पकंज, गणेश, शशिकांत ने कातिलाना हमला कर दिया। इसमें चार के विरुद्ध केस हुआ। इसमें न्यायालय ने तीन को सात साल के कारावास की सजा सुनाई है। पंकज राय को बरी कर दिया है।
दूसरी घटना के संबंध में छात्र नेता सुधीर ओझा उर्फ राणा ने तहरीर देकर भाजपा के पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, अविनाश उर्फ नंदन, विवेक सिंह, आशुतोष पांडेय व रत्नेश यादव पर हमला करने का आरोप लगाया था। इसमें पुलिस ने पांच को आरोपी बनाया था।
न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या चार के न्यायाधीश रवि करण सिंह की अदालत ने एनडीपीएस एक्ट में सुनवाई की। उन्होंने एक दोषी को एक वर्ष के कारावास व एक हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। एनडीपीस एक्ट के प्रकरण में राणा प्रताप सिंह निवासी डूहा विहरा थाना सिकंदरपुर पर केस दर्ज हुआ था। न्यायालय ने आरोपी को दोषी पाया। जुर्माना न देने पर सात दिन का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा।
न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या 3 विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर एक्ट ने गिरोहबंद समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के मामले में सुनवाई की। आरोपी को दोषी करार देते हुए दो वर्ष का कारावास व पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया। थाना कोतवाली में विक्की उर्फ वेदप्रकाश श्रीवास्तव निवासी हरपुर थाना कोतवाली पर केस दर्ज हुआ था। सुनवाई के बाद उसे दोषी पाया गया।जुर्माना न देने पर 15 दिन की अतिरिक्त सजा होगी।
फर्जी अनुसूचित जाति प्रमाणपत्र के सहारे मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में एडमिशन लेने के मामले में न्यायालय ने दोषी को सात वर्ष की जेल की सजा सुनाई। कोर्ट ने दोषी पर 11 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया।
गोपीगंज थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर निवासी अमित कुमार बिंद पिछड़ा वर्ग का होने के बावजूद अनुसूचित जाति का प्रमाणपत्र बनवाकर फर्जी तरीके से आरक्षण का लाभ लेकर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में एडमिशन लिया था। मामले का खुलासा होने के बाद आरोपी के खिलाफ गोपीगंज थाने में जून 2018 में एफआईआर दर्ज किया गया था।
विवेचना के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट साबिया खातून की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने अमित कुमार बिंद को अवैध तरीके से अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनवाकर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने का दोषी पाया। कोर्ट ने दोषी को सात साल की कैद और 11 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई।
न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या चार के न्यायाधीश रवि करण सिंह की अदालत ने एनडीपीएस एक्ट में सुनवाई की। उन्होंने एक दोषी को एक वर्ष के कारावास व एक हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। एनडीपीस एक्ट के प्रकरण में राणा प्रताप सिंह निवासी डूहा विहरा थाना सिकंदरपुर पर केस दर्ज हुआ था। न्यायालय ने आरोपी को दोषी पाया।
गैंगस्टर एक्ट में दो साल की सजा : न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या 3 विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर एक्ट ने गिरोहबंद समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के मामले में सुनवाई की। आरोपी को दो वर्ष का कारावास व पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया। थाना कोतवाली में विक्की उर्फ वेदप्रकाश श्रीवास्तव निवासी हरपुर थाना कोतवाली पर केस दर्ज हुआ था। सुनवाई के बाद उसे दोषी पाया गया।जुर्माना न देने पर 15 दिन की अतिरिक्त सजा होगी।
लालगंज थाने में दर्ज विवाहिता की गैर इरादतन हत्या के मामले की सुनवाई करते हुए अपर सत्र न्यायाधीश बलजोर सिंह ने आरोपी पति को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 15 हजार रुपये के अर्थदंड से भी दंडित किया है। अर्थदंड न देने पर पांच माह की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।
पड़री थाने के रामनगर सिकरी निवासी मुन्नर सिंह ने 28 अक्तूबर 2019 को लालगंज थाने में तहरीर देकर बताया कि उन्होंने अपनी पुत्री प्रीति की शादी 2017 में अशोक सिंह निवासी रेही थाना लालगंज के साथ की थी। दंपती से दो बच्चे हुए। उन्होंने 28 अक्तूबर को पुत्री को जलाकर मार डालने का आरोप लगाया।
तहरीर में उन्होंने बताया कि शादी के बाद से पुत्री को प्रताड़ित किया जाता था। ससुराल वाले मकान बनवाने के लिए रुपये मांगते थे। उन्होंने यह भी बताया कि पुत्री मायके आती थी तो ससुराल जाने से इनकार करती थी। समझाकर उसे ससुराल भेजा गया।
ससुराल वालों को रुपयों की व्यवस्था देने का आश्वासन दिया, परंतु ससुराल वालों ने जलाकर मार डाला। पुलिस ने तहरीर पर प्रीति के पति अशोक सिंह, ससुर रामजी सिंह, सास शुक्रवारी देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इस मामले में पुलिस ने विवेचना कर आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया। गवाहों के बयान, अधिवक्ताओं की दलील और पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर न्यायालय ने आरोपी पति को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। साथ ही अन्य धाराओं में 15 हजार रुपये के अर्थदंड से भी दंडित किया।