सेहत – आंखों का स्वास्थ्य: पॉल्यूशन के कारण बढ़ती रहती हैं आंखों की समस्या, ये लक्षण दिखें तो न करें आंखों की रोशनी, तुरंत लें डॉक्टर से सलाह
अंतिम: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रदूषण का असर अब आम लोगों की जिंदगी पर भी देखने को मिल रहा है। विभिन्न पहलुओं में शहरवासी अपनी नजर से संबंधित पहलुओं को लेकर पहुंच रहे हैं। प्रदूषण कण आंखों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। ऐसे में लोक-18 की टीम ने लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के छात्र एवं छात्रा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आर सी गुप्ता से खास बातचीत की। जानिए आंखों को प्रदूषण से किस प्रकार का नुकसान पहुंच रहा है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
आंखों में जलन हो तो तुरंत जांच करें
लाल लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के मास्टर डॉक्टर आरके गुप्ता ने लोकल-18 से खास बातचीत की है, जिसमें बताया गया है कि सामान्य तौर पर झील के मौसम में आंखों से संबंधित बीमारियां काफी कम देखने को मिलती हैं। लेकिन जिस तरह से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है उससे लोगों की आंखों में संक्रमण के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। आंखों के बीच का हिस्सा काफी आकर्षक माना जाता है। ऐसे में अगर कोई कूड़े का कण भी लोगों तक पहुंच जाए तो आंखों में जलन/खुजली होने लगती है। ये धीरे-धीरे गंभीर स्थिति में भी पहुंच सकता है।
बिलकुल ना करें
डॉ. गुप्ता का कहना है कि अगर किसी भी व्यक्ति को प्रदूषण के कारण जलन या खुजली महसूस होती है तो वह बिल्कुल भी परेशानी ना करे। कई बार देखा जाता है कि अगर किसी व्यक्ति की आंखों में जलन या अन्य परेशानी होती है तो उसके हाथों से आंखों को मसल दिया जाता है। इससे आंखों में जख्म की स्थिति बढ़ जाती है। धीरे-धीरे ये आंखें देखने के लिए काफी खतरनाक हो जाती हैं। अगर किसी को कोई दिक्कत हो तो तुरंत सुझाव दें और उसके बाद ही किसी भी प्रकार की ड्रॉप का इस्तेमाल करें।
खुद न बन डॉक्टर
आंखों से जुड़ी हर बीमारी के लिए अलग-अलग तरह के ड्रॉप्स का इस्तेमाल होता है। ऑटोमोबाइल डिपार्टमेंट कि रोजमर्रा के मेडिकल कॉलेज के लाला लाजपत राय हॉस्पिटल के उत्सव रोग विभाग में 300 के आसपास के मरीज़ अपना उद्यम शुरू करने के लिए पहुँच रहे हैं। जिसमें 25% ऐसे मरीज हैं जो प्रदूषण का शिकार हैं। गुरुवार को पिछले मौसम में हल्की धूप खिलने के कारण सुधार देखने को मिला। इससे एक्यू करीब 200 के आसपास दर्ज हुआ।
पहले प्रकाशित : 22 नवंबर, 2024, 08:20 IST
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