सेहत – ऑफिस में रोज तीन घंटे से ज्यादा खतरनाक बात ! कम उम्र में ही हो जायेंगे आश्रम, मित्र कर हमला
लंबे समय तक बैठे रहने पर अध्ययन: अब तक आपने सुना होगा कि लंबे समय तक एक जगह काम करना सेहत के लिए खतरनाक होता है। एक आशिक अध्ययन में भी इसी तरह की जानकारी आई है। जीत का कहना है कि अगर आप रोजाना 8.5 घंटे से ज्यादा समय तक लगातार काम करते हैं, तो इससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है। ऑफिस, घर या यात्रा के दौरान लगातार बैठने से न केवल आप शारीरिक रूप से सुस्ती हो सकते हैं, बल्कि इससे आपको समय से पहले बुढ़ापे का खतरा भी हो सकता है। ऐसा करने से हार्ट मिनरल्स, मेटाबोलिज्म से जुड़ी चुनौती का खतरा भी बढ़ सकता है।
इस रिसर्च में शामिल अख़बार ने रोज़ाना लगभग 9 घंटे की बैठने का रिकॉर्ड बनाया, जिसके बाद उन्हें शारीरिक परीक्षण के लिए केवल 80 से 160 मिनट का समय मिला। शोध में यह बात सामने आई है कि बैठने से होने वाले नुकसान को कुछ हद तक कम किया जा सकता है, लेकिन एक्टिविटी को भी बढ़ावा दिया जा सकता है, जिससे होने वाला नुकसान पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकता है। यदि आप एक दिन में 20 मिनट तक पैदल यात्रा या शारीरिक व्यायाम करते हैं, तो बैठने के समय से होने वाले नुकसान को कम नहीं किया जा सकता है।
रिसर्च करने वाले मोटरसाइकिल का कहना है कि अगर आप 30 मिनट तक चलने या साइकिल चलाने के समान लक्ष्य रखते हैं, तो आपकी सेहत में सुधार हो सकता है। इसके बावजूद लंबे समय तक बैठने से इसका असर पूरी तरह से नहीं बच पाता। इस शोध में 33 साल के औसत आयु में 1000 से अधिक लोगों को शामिल किया गया था, जिसमें 730 जुड़वां बच्चों को भी शामिल किया गया था। शोध का उद्देश्य यह पता लगाना था कि लंबे समय तक बैठने से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है, विशेष रूप से कोलेस्ट्रॉल और बॉडी मास स्केल (बीएमआई) पर घंटों तक बैठने से क्या असर होता है।
इस अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने 8.5 घंटे से अधिक समय तक आराम से अध्ययन और शारीरिक व्यायाम के लिए अध्ययन किया, उनका अध्ययन और बीएमआई अच्छा नहीं था। द ग्रेट का कहना है कि जितने अधिक लोग हैं, उतने ही पुराने दिखते हैं। इस अध्ययन के निष्कर्षों के आधार पर वुड ने यह सुझाव दिया है कि काम के दौरान नियमित ब्रेक लेना और शारीरिक प्रवेश लेना महत्वपूर्ण है। केवल काम के बाद थोड़ी देर टहलने से सेहत पर कोई बड़ा असर नहीं होता।
अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो साइंस बोल्डर में मनोविज्ञान और तंत्रिका विभाग में प्रोफेसर चंद्रा रेनॉल्ड्स ने कहा कि दिन भर कम व्यायाम, अधिक व्यायाम करना या दोनों का ही समय से पहले बुढ़ापा होने का खतरा कम हो सकता है। जो लोग नियमित रूप से 30 मिनट तक की दौड़ या पेंसिल के आकार से लेकर अंतिम व्यायाम तक करते हैं, उनका कोलेस्ट्रॉल और बीएमआई माप 5 से 10 साल के छोटे आकार के रूप में दिखाई देता है। हालाँकि ये बदलाव व्यवस्थाएं नहीं हैं और लंबे समय तक बैठने से होने वाले नुकसान से बचने के लिए और अधिक से अधिक फिजियोलॉजी सक्रियता की आवश्यकता है।
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पहले प्रकाशित : 5 नवंबर, 2024, 17:12 IST
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