सेहत – केवल तीन महिने खिलता है ये चमत्कारी फूल, गठिया-सीटिका के दर्द को कर देता है छूमंतर

टिप्पणी: अपने औषधीय मिश्रण के लिए जाना जाने वाला रामबाण औषधि गठिया की बीमारी के लिए पारिजात या हरसिंगार का पौधा माना जाता है। गठिया की परेशानी में हरसिंगार का काढ़ा काफी चमत्कारी साबित होता है। विशेषज्ञ के अनुसार पारिजात का नियमित सेवन करने से यह बीमारी दस दिन में ठीक हो सकती है। यह पौधा एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और दांत-खांसी लेकर दर्द को कम करता है, बुखार तक में राहत देता है। इसके सेवन से कई समस्याएं ठीक हो सकती हैं।

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काया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. विनय खुल्लर ने लोकल18 को बताया कि हरसिंगार में विभिन्न स्वास्थ्यवर्धक पौधे हैं। हरसिंगार के पेड़ में सूजन रोधी और बैक्टीरिया रोधी गुण पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत के लिए वरदान की तरह काम करते हैं। उन्होंने बताया कि इसके सेवन से गठिया, साइटिका, स्पॉन्डिलाइटिस जैसी समस्याएं ठीक हो सकती हैं। इसके पत्ते, फूल, लकड़ी सभी प्रकार के होते हैं। इसे नियमित रूप से पीने से शरीर स्वस्थ्य रहता है।

कैसे उपयोग करें
डॉक्टर विनय खुल्लर ने बताया कि पारिजात के पत्ते, छात्र, फूल, लगभग 5 ग्राम लेकर 200 ग्राम पानी में आधा लें। जब पानी का मिश्रण एक कार्बोहाइड्रेट रह जाता है, तो उसे अच्छा लें और उसका सेवन करें।

केवल तीन माह खिलते हैं पारिजात के फूल
रोग के उपचार में फूल सितंबर के अंत से दिसंबर के अंत तक खिलता है। वैसे तो वास्तु में कई वास्तु शास्त्र को घर में रखने की सलाह दी गई है, लेकिन पारिजात का पौधा घर में ओबाना बेहद शुभ माना जाता है। यह उपाय केवल अच्छा-सुगंधित फूल देता है बल्कि आपके घर के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इसके फूलों का उपयोग पूजा व आरती में किया जाता है और यह भगवान शिव का अतिप्रिय फूल भी है।


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