सेहत – जवानी में रोज़ रात को करें ये काम, मौज में कटेगा बुड्ढापा! फिर खोजा आसान उपाय

स्वास्थ्य पर नींद का प्रभाव: अक्सर कहा जाता है कि अगर आप युवाओं में अच्छा व्यवहार रखते हैं, तो बुढ़ापा चेन से कट जाएगा। यह बात स्वास्थ्य के मामले में पूरी तरह से खाली पड़ी है। स्वास्थ्य को लेकर शुरुआत से ही बुनियादी आदतें जीवनभर निरोगी बनाए रखी जा सकती हैं। एक कुरान की किताब में खुलासा किया गया है कि अगर लोग रोज रात को 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेते हैं, तो इससे सैक्सफुल एजिंग हो सकती है और बुढ़ापे तक लोगों को खतरा नहीं रहता। इस रिसर्च में और भी कई स्टार्स वाली बातें सामने आई हैं, जिन्हें जरूर जान लेना चाहिए।

वेनझोउ मेडिकल यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में पाया गया कि स्वस्थ और लंबे जीवन के लिए रोजाना रात को अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है। इस रिसर्च में ‘सक्सेसफुल एजिंग’ की परिभाषा दी गई है। सफल लोगों की उम्र बढ़ने का मतलब है कि व्यक्ति को सिरदर्द, कैंसर, हार्ट डिजीज और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियाँ न हों, उसका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा हो, और वह किसी भी शारीरिक शारीरिक विकलांगता से मुक्त हो। वसीयत का कहना है कि स्वस्थ बुढ़ापे के लिए नींद की अवधि पर्याप्त और स्थिर होनी चाहिए। यह स्टडी बीएमसी पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

इस अध्ययन में बताया गया है कि नींद की अवधि में लोगों के स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है। इस शोध में 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी लोग शामिल थे और 2011 में वे गंभीर खतरे से मुक्त थे। इस अध्ययन में 3306 लोगों का विश्लेषण किया गया है। 2011, 2013 और 2015 में वॉक्स ने नींद के घंटों को दूर किया। नींद की नींद के पांच अलग-अलग पैटर्न थे। सामान्य-स्थिर, लंबे समय तक स्थिर, कच्ची हुई, धीमी हुई और छोटी-स्थिर नींद। सामान्य-स्थिर नींद वाले लोगों का प्रतिशत 26.1 था, जबकि लंबे समय तक स्थिर नींद वाले लोगों का प्रतिशत 26.7 था।

मोटापे और छोटे स्थिर नींद वाले लोगों में सफल आयु वृद्धि की संभावना कम पाई गई। इसमें बताया गया है कि नींद के पैटर्न में बदलाव जैसे कि कम या ज्यादा नींद लेना, स्वास्थ्य और बुढ़ापे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। 2020 तक, केवल 13.8 प्रतिशत समर्थकों ने सुपरस्टार बुडापे की परिभाषा को पूरा किया। वर्ल्ड वाइड ने यह निष्कर्ष निकाला कि अच्छी सेहत के लिए अच्छी नींद बहुत जरूरी है। यदि किसी व्यक्ति को नियमित रूप से कम या ज्यादा नींद आती है, तो यह उसकी सेहत के लिए खतरे का संकेत हो सकता है। इसलिए नींद पर ध्यान देना और उसे सुधारना चाहिए, ताकि स्वस्थ जीवन जी सके।

यह भी पढ़ें- यह हरे पत्ते वाला छोटा टुकड़ा ही पावरफुल! अंतिम संस्कार कर लेगा साफ, शरीर में लगेगा नई जान


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News