सेहत – वर्गीकरण का बढ़ता प्रकोप, मदरसे के सुझावों से जानें लक्षण और बचाव के उपाय

सौरभ वर्मा/मोरा: मौसम में बदलाव के साथ ही खतरे का खतरा भी बढ़ जाता है। लोग पुराने, पुराने, और बुखार से परेशान हो रहे हैं, और व्यापारी के बीच वीडियो का डर भी लोगों को सता रहा है। निजीकरण में लगातार सूचीबद्धता की संख्या बढ़ती जा रही है, जिससे लोग चिंतित हैं। परिभाषा एक ऐसी बीमारी है, जो इंसान को शारीरिक रूप से बेहद ख़राब बना देती है। इसलिए, समय रहते इस बीमारी से बचाव जरूरी है ताकि शरीर स्वस्थ रहे।

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एसोसिएट्स के ऑटोमोबाइल शिवगढ़ के मेडिकल ऑफिसर डॉ. सौरभ सिंह (एमबीबीएस), जो चिकित्सा क्षेत्र में 10 वर्षों का अनुभव रखते हैं, ने स्थानीय 18 से बातचीत में बताया कि मच्छरों से होने वाला एक खतरनाक बुखार है, जिसका सही समय पर इलाज और उससे मिलना भी खतरनाक हो सकता है। इसे आम भाषा में “हड्डी टूटा बुखार” भी कहा जाता है, और यह कई दिनों तक किसी व्यक्ति को पीड़ित करता है।

मूल्यांकन के प्रारंभिक लक्षण
डॉ. सौरभ सिंह के अनुसार, लेबल के लक्षण मच्छर के काटने वाले के 4 से 10 दिन बाद सामने आते हैं। यदि किसी व्यक्ति में उपरोक्त आठ नामांकन में से कोई भी लक्षण दिखाई न दे, तो तत्काल स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर इलाज शुरू करना चाहिए:

1- तेज बुखार
2- हेड
3- आँखों के पीछे दर्द
4- जोड़ों और जोड़ों में दर्द
5- थकान और कमजोरी
6- जी मिचलाना और उल्टी
7- त्वचा पर लाल चकत्ते
8- नाक या मसूद से खून आना

यहां असैनिक शिवगढ़ के मेडिकल ऑफिसर डॉ. सौरभ सिंह की परिभाषा से बचाव और उनके उपाय बताए गए हैं।

मच्छरों से बचाव

1- शरीर को ढालने वाले कपड़े मुलायम।
2- मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट्स (DEET या पिकारिडिन युक्त) का उपयोग करें।
3- साएत मच्छरदानी का उपयोग करें, अगर घर में मच्छर ज्यादा हों।

मच्छरों के जन्म पर रोक

1- घर और आसपास पानी जमा न होने पर, मच्छरों के झुंड पानी में अंडे देते हैं। पुराने टायर, मैसाचुसेट्स, फूलदान आदि में जमा पानी नियमित रूप से खाली करें।
2- पानी की झील या झील को ढककर मच्छर मच्छर अंडा न दे मूल्यवान।

घर के अंदर सुरक्षा

1- दरवाजे और लॉटरी पर मच्छरदानी या नकली दुकानें।
2- मच्छर मारने वाली क्रीम, स्पाइडर या कॉइल का उपयोग करें।
3- घर के आस-पास के बगीचे और घास को समय-शाम पर टोकरा और घुड़दौड़ का घोड़ा।

विकास होने पर आवश्यक उपाय: डॉ. सौरभ सिंह ने बताया कि शरीर में पानी की कमी अधिक से अधिक तरल पदार्थों (जैसे पानी, नारियल का पानी, साबुत पानी) का सेवन करने से होती है, क्योंकि शरीर में पानी की कमी हो सकती है। पीएचडी होना बहुत ज़रूरी है. साथ ही, नियमित ब्लड टेस्ट संरचना बनाए रखें ताकि प्लेट प्लेटों की संख्या पर नजर रखी जा सके।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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