सेहत – शरीर में जादू की तरह काम करता है बूटी-बूटी! कैंसर, वर्कफ़्लो इत्यादि

हर दिन हम अपनी थाली में अलग-अलग सब्जियों का स्वाद लेते हैं. कारी, तली हुई सब्जियाँ, और पाड़े हमारी रसोई की आम बात हैं। लेकिन कुछ सब्ज़ियाँ अपने स्वाद के कारण बेहद ख़राब होती हैं। खासकर कलमी और शुशानी जैसी सब्जियों के साथ आने वाली लाल पालक के बारे में जानकर आप चौंक जाएंगे।

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लाल पालक की पहचान
देखने में यह सब्जी लाल रंग की होती है, और मसाले के बाद इसका रंग और गहरा लाल हो जाता है। इसे लाल पालक के नाम से जाना जाता है। लेकिन इसका महत्व केवल रंग तक सीमित नहीं है। यह सब्जी के गुणधर्म और कई शारीरिक रोगों के इलाज के लिए स्वास्थ्यवर्धक जड़ी-बूटी की तरह काम करती है।

पोषण का खजाना
विशेषज्ञ का मानना ​​है कि लाल प्लास्टर में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो आंखों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। साथ ही, इन आयरन भी मौजूद है, जो आवेदकों के समाधान में मदद करता है। यही नहीं, यह सब्जी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो शरीर में सूजन और कैंसर जैसी गंभीर कमजोरी से मुक्ति दिलाती है।

रक्तचाप और पाचन के लिए बढ़िया
लाल पत्तेदार में पोटैशियम की मात्रा अच्छी होती है, जो नाइट्रोजन को नियंत्रित करने में सहायक है। पोषण विशेषज्ञ बिस्वजीत दास का कहना है कि इस सब्जी को हर दिन के भोजन में शामिल करना चाहिए। यह सब्जी पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है और कब्ज से राहत दिलाती है।

मधुमेह और वजन में उपयोगी
यह सब्ज़ी डायबिटीज नेशनल के लिए भी चमकीला साबित हो सकता है। कैलोरी कम होने के कारण यह वजन में मदद करता है। इसके अलावा लाल रसायन हृदय और मस्तिष्क सहित शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों की सेहत को बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाती हैं।

दार्शनिकों की सलाह
विशेषज्ञ डॉक्टर और पोषण विशेषज्ञ इस लाल सब्जी को नियमित रूप से भोजन में शामिल करने की सलाह देते हैं। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए बेहतर है बल्कि बाजार में आसानी से उपलब्ध है और किफायती भी है। रेड हेल्थकेयर हेल्थ मैनेजमेंट के लिए एक बेहतरीन विकल्प हैं


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