अररिया में थांग-टा मार्शल आर्ट खिलाड़ियों का सम्मान: युवाओं के उज्जवल भविष्य का संदेश

मंटू राय, संवाददाता

अररिया:** अररिया के एस एस मार्शल आर्ट एकेडमी में एक उत्साहजनक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहाँ राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर थांग-टा मार्शल आर्ट में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम ने न केवल खिलाड़ियों के कौशल और समर्पण का जश्न मनाया, बल्कि बिहार के युवाओं में खेलों के प्रति जागरूकता और प्रोत्साहन का भी एक सकारात्मक संदेश दिया।

एस एस मार्शल आर्ट एकेडमी के अध्यक्ष डॉ मुकेश कुमार सिन्हा और उपाध्यक्ष कन्हैया कुमार मिश्रा के नेतृत्व में आयोजित इस समारोह में अररिया कॉलेज के शिक्षकों ने भी विशेष भूमिका निभाई। खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के लिए प्रमाण पत्र प्रदान करके सम्मानित किया गया। विशेष रूप से, राष्ट्रीय स्तर के थांग-टा प्रतिभागी और राष्ट्रीय रेफरी संतोष कुमार को उनके योगदान के लिए सराहा गया।

इस अवसर पर, उत्तराखंड में जनवरी में आयोजित सब जूनियर और सीनियर थांग-टा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया गया। बालिका वर्ग में ज्योति, खुशबू, इशिका, ईशा, अदिति, कारनीला और जानवी, तथा बालक वर्ग में विकास, दिवाकर, राज निहाल ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। इन युवा प्रतिभाओं को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दी गईं।

खेल पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार सिन्हा ने इस अवसर पर कहा कि देश के विकास में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने जोर देकर कहा कि युवाओं का स्वस्थ और तंदुरुस्त रहना अत्यंत आवश्यक है, और खेलों में भागीदारी इसके लिए एक प्रभावी माध्यम है। डॉ सिन्हा ने कहा कि खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी मजबूत करते हैं, युवाओं को नशों से दूर रखते हैं और उन्हें एक सकारात्मक दिशा प्रदान करते हैं।

एस एस मार्शल आर्ट के उपाध्यक्ष कन्हैया मिश्रा ने इस विचार को आगे बढ़ाते हुए कहा कि बड़े शहरों में रहना सफलता की गारंटी नहीं है। युवाओं की लगन और मेहनत ही उन्हें खेलों में ऊंचाइयों तक पहुँचा सकती है। उन्होंने अररिया के युवाओं के हौसले और प्रतिभा को सराहा।

अररिया कॉलेज के शिक्षकों डॉ. अमरेश श्रीवास्तव, डॉ सफीक, डॉ राजेश कुमार, डॉ नोमान हैदर और डॉ सुलोचना कुमारी ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और युवा खिलाड़ियों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

यह कार्यक्रम अररिया के युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है। यह दिखाता है कि कैसे छोटे शहरों से भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने वाले खिलाड़ी तैयार हो सकते हैं। एस एस मार्शल आर्ट एकेडमी और अररिया कॉलेज के शिक्षकों द्वारा दिखाया गया समर्थन और प्रोत्साहन युवाओं को खेलों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। इस कार्यक्रम से अररिया में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा और आने वाले समय में और भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी उभरकर सामने आएंगे। यह एक सकारात्मक पहल है जो बिहार के अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक आदर्श बन सकती है। सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों को इस तरह के कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करना चाहिए और युवाओं को खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करना चाहिए, ताकि एक स्वस्थ और समृद्ध समाज का निर्माण किया जा सके। यह कार्यक्रम एक छोटे से शहर से उभरती प्रतिभाओं की क्षमता का प्रमाण है और देश के लिए एक सकारात्मक संदेश देता है।

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