खबर फिली – इस फिल्म का नाम सुन चिढ़ जाते होंगे शाहरुख खान, जबरदस्ती बनाए गए थे ‘हीरो’ – #iNA @INA

बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान को यूंही ‘बादशाह’ नहीं कहा जाता. उन्होंने अपनी मेहनत और शानदार एक्टिंग के बलबूते ये जगह हासिल की है. जो स्टारडम आज शाहरुख के पास है, लोग केवल उसके सपने देखते हैं. उनकी फैन फॉलोइंग और स्टारडम का स्तर क्या है ये तो तभी समझ आ गया था जब चार साल के बाद किंग खान ने बड़े पर्दे पर वापसी की और ‘जवान’ और ‘पठान’ रिलीज हुई. शाहरुख ने अपने करियर में कई ऐसी फिल्में की हैं जो आज के दौर की कल्ट क्लासिक हैं, लेकिन उनके करियर में एक ऐसी भी फिल्म है जिसे वो भूलना चाहेंगे.

ये एक ऐसी फिल्म है जिसे ना सिर्फ शाहरुख बल्कि एक्ट्र्रेस रवीन टंडन भी भूल जाना चाहती होंगी. ऐसा केवल इसलिए नहीं है कि ये फिल्म फ्लॉप थी बल्कि ऐसा इसलिए भी था क्योंकि इस फिल्म में याद रखे जानी वाली कोई भी बात थी ही नहीं. फिल्म का नाम था ‘ये लम्हे जुदाई के’. ये फिल्म साल 1994 में बनना शुरू हुई थी और साल 2004 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में रवीना टंडन और शाहरुख खान को कास्ट किया गया था, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि शाहरुख और रवीना ने इस फिल्म से अपने रास्ते अलग कर लिए.

IMDB की सबसे कम रेटिंग वाली फिल्म

इस फिल्म को रिलीज होने के लिए 10 साल का इंतजार करना पड़ा था. रिलीज के बाद इस फिल्म को आईएमडीबी की सबसे कम रेटिंग मिली थी जो कि 3. 1 है. बिरेंद्र नाथ तिवारी की फिल्म ‘ये लम्हें जुदाई के’ की मेकिंग स्टोरी से लेकर रिलीज स्टोरी काफी पजल्ड है. जब ये फिल्म बन रही थी उस वक्त फिल्म में शाहरुख खान के साथ रवीना टंडन, नवनीत निशान, दिव्या देसाई, मोहनीश बेहल और किरन कुमार को कास्ट किया गया. लेकिन कुछ समय बाद शाहरुख खान और रवीना टंडन को फिल्म में एक किस सीन नहीं पसंद आया. इसके बाद दोनों का फिल्म के मेकर्स से काफी विवाद हुआ और दोनों ने ही फिल्म को छोड़ दिया.

शाहरुख के स्टारडम का सहारा लेना चाहते थे मेकर्स

जिस वक्त की ये बात थी उस वक्त शाहरुख और रवीना अपना करियर शुरू ही कर रहे थे. शाहरुख और रवीना ने अपने किरदारों के लिए डबिंग तक नहीं की थी, साथ ही फिल्म भी आधी-्अधूरी ही शूट हो पाई थी. शाहरुख-रवीना के फिल्म छोड़ने के बाद फिल्म के बाकी एक्टर्स ने भी फिल्म से किनारा कर लिया और मूवी का काम बीच में ही रुक गया.

कट टू साल 2003… शाहरुख खान अब एक स्टार बन गए थे. इस बात को ध्यान में रखते हुए फिल्म के मेकर बिरेंद्र तिवारी ने फिर से इस फिल्म को रिवाइव करने का फैसला किया. फिल्म के लिए उन्होंने उस समय 17-18 साल की एक्ट्रेस रश्मि देसाई को कास्ट किया और एक ट्वीक्ड स्टोरीलाइन के साथ फिल्म को जैसे-तैसे खत्म कर दिया. मेकर्स ने शाहरुख और रवीना के पुराने शूट हुए सींस को वापस कट-शॉट किया और किसी मिमिकरी आर्टिस्ट से दोनों की डबिंग करवाई. इसके बाद आपस में सींस को जोड़कर फिल्म को कम्पलीट कर दिया. फिल्म के मेकर्स ने जान बूझकर पोस्टर में शाहरुख और रवीना का चेहरा इस्तेमाल किया ताकी स्टार्स के स्टारडम का उन्हें फायदा मिले. आज भी कई सींस में देखा जा सकता है कि फिल्म में बॉडी डबल्स से काफी काम करवाया गया है.

बॉक्स ऑफिस पर पिट गई थी फिल्म

साल 2004 में शाहरुख खान की फिल्म ‘मैं हूं ना’ रिलीज होने से तीन हफ्ते पहले इस फिल्म को बड़े पर्दे पर रिलीज किया गया. इस फिल्म के कई महीने बाद शाहरुख खान की फिल्म ‘कल हो न हो’ रिलीज हुई थी. ये एसआरके के करियर का गोल्डन फेज था. ‘ये लम्हे जुदाई के’ फिल्म की रिलीज के बाद भी शाहरुख खान ने इस फिल्म को प्रमोट नहीं किया था. IMDB की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस फिल्म के प्रोड्यूसर लालचंद नैयर ने शाहरुख खान पर आरोप लगाया था, कि एक्टर ने उनसे लगभग 80 लाख रुपये लिए लेकिन फिल्म को कम्पलीट नहीं किया. पहले इस फिल्म का नाम ‘जादू: द मैजिक ऑफ लव’ होने वाला था जिसे बाद में ‘ये लम्हे जुदाई के’ के नाम से रिलीज किया गया था.

हालांकि, फिल्म की स्टोरीलाइन काफी खराब थी और इसके एक्टर्स की एक्टिंग भी काफी एवरेज थी. फिल्म में ना ढंग के गाने थे और ना ही डायलॉग्स. क्रिटिक्स तो छोड़िए लोगों ने भी इस फिल्म को ना पसंद कर दिया और ये फिल्म एक काफी बड़ी डिजास्टर साबित हुई. आज इस फिल्म के बारे में कोई बात नहीं करता. यहां तक की शाहरुख-रवीना के अलावा रश्मि देसाई भी इस फिल्म को भूल जाना चाहती होंगी.


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