खबर फिली – क्या ‘डॉन’ की तरह ‘किंग’ को भी पकड़ना नामुमकिन होगा? अमिताभ को क्यों टक्कर देते रहे शाहरुख की फिल्मों के टाइटल? – #iNA @INA

शाहरुख खान को फिल्मों का ‘महानायक’ नहीं कहा जाता लेकिन जिस तरह अमिताभ बच्चन को फिल्मों का ‘शहंशाह’ कहा जाता है, उसी तरह उनको इंडस्ट्री का ‘बादशाह’ भी जरूर माना जाता है. अब शाहरुख खान पर्दे के ‘किंग’ भी बनने जा रहे हैं. दिलचस्प ये कि उनको किंग खान भी पहले से ही कहा जाता है. अपनी सक्सेस में वो बॉक्स ऑफिस के ‘बाजीगर’ भी कहे जाते हैं. साल 2023 पूरी तरह से शाहरुख खान के नाम था. पठान, जवान और डंकी जैसी फिल्मों से शाहरुख ने जबरदस्त वापसी की, कोरोना काल से कराहती हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिए इन फिल्मों ने बूस्टर डोज देने का काम किया था. देखें तो अमिताभ बच्चन की तरह ही शाहरुख खान की शख्सियत की भी अपनी सी छाप है. दोनों की कुछ फिल्मों के नाम को देखेंगे तो पता चलेगा एक नायक कैसे धीरे धीरे महानायक का व्यक्तित्व धारण कर लेता है. फिल्मों के नाम और बॉक्स ऑफिस पर कमर्शियल सक्सेस दोनों ही लिहाज से शाहरुख अमिताभ की परंपरा को आगे बढ़ाते हैं. दोनों की कई फिल्मों के टाइटल एक समान या मिलते जुलते हैं. एक ‘मुकद्दर का सिकंदर’ है तो दूसरा ‘जो जीता वही सिकंदर’ है. ऐसे कई और नामों पर हम आगे चर्चा करेंगे.

वैसे शाहरुख खान फिलहाल अमिताभ बच्चन की तरह पूरी तरह से बुजुर्ग किरदार नहीं निभा रहे हैं, एक ही फिल्म में युवा और बुजुर्ग दोनों बनकर आ रहे हैं. याद कीजिए अमिताभ बच्चन ने ‘आखिरी रास्ता’ आदि फिल्मों में युवा और बुजुर्ग दोनों किरदार को निभाया था, वह भी अमिताभ बच्चन के करियर में उनकी बढ़ती उम्र के असर का दौर था. आज शाहरुख भी अपनी उम्र के हिसाब से किरदारों का चयन कर रहे हैं और अपने फैन्स के बीच नई छवि की स्वीकार्यता को धीरे-धीरे स्टैबलिश कर रहे हैं. वह अपने फैन्स को एकबारगी झटका नहीं देना चाहते. हर सुपरस्टार अपनी लाइफ में ऐसा ही करता है. हाल के सालों से अंतराल के साथ फिल्में करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. किरदार ऐसा हो जो यादगार हो, अपने मिजाज के लिए जनता के जेहन में अमर हो जाए.

2026 में ‘किंग’ बन कर आएंगे शाहरुख

शाहरुख खान बॉक्स ऑफिस पर धमाका करके फिर नेपथ्य में चले जाने के लिए भी जाने जाते हैं. हालांकि शाहरुख नेपथ्य में गुम नहीं होते बल्कि अगले हंगामे की तैयारी में रहते हैं. चेन्नई एक्सप्रेस की चमक बिखेरते हैं फिर जीरो बनकर शून्यता को भरने की कोशिश करते हैं. जब सलमान और आमिर के मुकाबले शाहरुख को कमतर करके आंका जाता है तो एक ही साल में तीन-तीन ब्लॉकबस्टर देकर सबकी जुबान बंद कर देते हैं. अब 2024 में शाहरुख फिर गायब हैं, उनकी आगामी फिल्मों की सूची को देखें तो 2025 में भी वो मुख्य रूप से नजर नहीं आने वाले हैं. यानी तकरीबन दो साल तक पर्दे से नदारद रहने के बाद शाहरुख अब सीधे 2026 में दिखाई देंगे- अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म ‘किंग’ के साथ. नई फिल्म ‘किंग’ को लेकर शाहरुख खान ने अपना इरादा साफ कर दिया है. वह अब तक की सबसे अलग फिल्म होगी. पठान और जवान की तरह ही वो ‘किंग’से कोहराम मचाना चाहते हैं. फिल्म में खान खानदान से अकेले शाहरुख नहीं होंगे बल्कि उनके साथ होंगी उनकी बेटी सुहाना खान. इंडस्ट्री में कलाकार पिता-पुत्री को पर्दे पर सफलतम रूप में एकसाथ बहुत कम बार देखा गया है. शाहरुख खान उस परंपरा को नई धार देंगे.

फिल्मी पर्दे पिता-पुत्री करेंगे स्क्रीन शेयर

फिल्म का टाइटल ‘किंग’, मीडिया गॉसिप में शाहरुख खान के प्रचलित उपनाम ‘किंग खान’ के अनुकूल है. गॉसिप में शाहरुख को फिल्म इंडस्ट्री का ‘किंग’ कहा जाता है. अब उनकी नई फिल्म का नाम भी ‘किंग’ होगा. इस फिल्म का निर्देशन सुजॉय घोष कर रहे हैं, जोकि क्राइम थ्रिलर बनाने के लिए मशहूर हैं. विद्या बालन अभिनीत ‘कहानी’ को उन्होंने ही डायरेक्ट किया था. किंग के प्रोजेक्ट पर शाहरुख और सुजॉय पिछले कई साल से विचार-विमर्श कर रहे थे. अब उसे पर्दे पर साकार करने का ड्राफ्ट फाइनल कर दिया गया है. सुजॉय की इस फिल्म में एक बार फिर से अभिषेक बच्चन हैं, जो कि 2021 में सुजॉय की ही फिल्म ‘बॉब बिस्वास’ में दिखे थे, वह एक क्राइम थ्रिलर फिल्म थी. उस फिल्म को भी रेड चिलीज एंटरटेंमेंट ने प्रोड्यूस किया था, यानी किंग में सुजॉय और शाहरुख की कंपनी अचानक नहीं बनी. संयोग देखिए शाहरुख और सुजॉय दोनों ही 59 साल के हो रहे हैं.

सुहाना खान की लॉन्चिंग का बड़ा प्लान

किंग का सबसे बड़ा आकर्षण शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान हैं जो कि थियेटर में रिलीज होने वाली किसी पहली फिल्म से डेब्यू करने जा रही हैं. ज़ोया अख्तर की नेटफ्लिक्स सीरीज दी आर्चीज में सुहाना ने कई युवा कलाकारों के साथ अपने अभिनय का परिचय दे दिया था. अब अपने सुपरस्टार पिता शाहरुख खान के साथ बड़े पर्दे पर बतौर लीड एक्ट्रेस नजर आएंगी. अब तक की जानकारी के मुताबिक किंग एक क्राइम थ्रिलर मूवी है. इसकी कहानी में ग्लोबल क्राइम को दिखाया जा सकता है. कानून की नजर में किंग सत्तर के दशक की अमिताभ बच्चन वाली डॉन से भी कई गुना ज्यादा बड़ा क्रिमिनल हो सकता है. यों शाहरुख खान भी फरहान अख्तर की रीमेक मूवी डॉन में एक ग्लोबल क्रिमिनल की भूमिका निभा चुके हैं. जिस डॉन के पीछे भले ही ग्यारह मुल्कों की पुलिस पीछे पड़ी थी, और जिसे पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी था; अब जबकि शाहरुख खान किंग बनेंगे तो उसकी बादशाहत का रुतवा देखना लाजिमी होगा. जवान में ज्वलंत राष्ट्रीय मुद्दा प्रमुख था, तो क्या किंग में ज्वलंत अंतरराष्ट्रीय मुद्दे अहम होंगे?

अमिताभ के बाद शाहरुख खान का युग

यह बात उल्लेखनीय तौर पर लाजिमी है कि जिस तरह से इंडस्ट्री में अमिताभ बच्चन को संघर्ष करना पड़ा और सफलता देर से मिली, उस लिहाज से शाहरुख भाग्यशाली रहें. प्रारंभ में उनके हिस्से में फ्लॉप फिल्में नहीं हैं. ‘दीवाना’ से ‘डर’ तक का सफर उनके लिए बहुत संकट भरा नहीं रहा. बॉक्स ऑफिस और फैन्स ने उनका शुरू से ही गर्मजोशी के साथ दीदार किया है. आगे चलकर उनको भविष्य के अमिताभ के तौर देखा भी गया. दोनों ने भले ही लंबे अंतराल के बाद साल 2000 में आदित्य चोपड़ा की ‘मोहब्बतें’ में स्क्रीन शेयर किया लेकिन उससे पहले शाहरुख अपने नाम की लकीर खींच चुके थे. एक सुपरस्टार का उदय हो चुका था, दूसरा सुपस्टार उसे उसकी राह प्रदान कर रहा था. उनकी कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों के टाइटल अमिताभ बच्चन की फिल्मों के नाम से मेल खाते हैं. मसलन अमिताभ बच्चन ‘शहंशाह’ बने तो शाहरुख खान ‘बादशाह’, अमिताभ ‘दी ग्रेट गैम्बलर’ और ‘जादूगर’ बने तो शाहरुख ‘बाजीगर’. अमिताभ ‘मुकद्दर का सिकंदर’ बने तो शाहरुख ‘जो जीता वही सिकंदर’, अमिताभ ‘शराबी’ बने तो शाहरुख ‘रईस’. अमिताभ ‘मि. नटवर लाल’ और ‘मैं आजाद हूं’ बने तो शाहरुख ‘माय नेम इज खान’. अमिताभ ‘देशप्रेमी’ बने तो शाहरुख देशभक्त ‘जवान’ और ‘पठान’, अमिताभ ‘महान’ और ‘लावारिस’ बने तो शाहरुख ‘राजू बन गया जेंटलमैन’ वगैरह.

अब शाहरुख खान ‘किंग’ बनेंगे. देखना होगा यह ‘किंग’ अमिताभ बच्चन की ‘शहंशाह’ और ‘डॉन’ से कितने गुना ज्यादा करिश्माई होगा. जो ‘शहंशाह’ अंधेरी रातों में सुनसान राहों पर हर जुल्म मिटाने के लिए निकलता था, क्या वह साल 2026 का ऐसा ‘किंग’ होगा जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपराध को मिटाने के लिए पर्दे पर कयामत ढाह देगा?


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News