खबर फिली – रेखा-अमिताभ की वो फिल्म, जिसे देखकर जया बच्चन की आंखों से बहने लगे थे आंसू – #iNA @INA

Table of Contents

अमिताभ बच्चन और रेखा के रोमांस की बात से शायद ही कोई अनजान हो. दोनों के प्यार की खबरें किसी से नहीं छिपी हैं. हालांकि दोनों की लव स्टोरी का सुखद अंत नहीं हुआ. दोनों ने अपने दौर में एक से बढ़कर एक रोमांटिक फिल्मों में काम किया है. लोग दोनों की जोड़ी को भी खूब पसंद करते थे, लेकिन क्या आप जानते हैं एक फिल्म के सेट पर ऐसा कुछ हुआ था, जिसे देख जया बच्चन रो पड़ी थीं. इस बात का खुलासा खुद रेखा ने एक इंटरव्यू में किया था.

रेखा ने साल 1978 में दावा किया था कि उन्होंने अमिताभ की पत्नी जया बच्चन को फिल्म ‘मुकद्दर का सिकंदर’ के समय रोते हुए देखा था. स्टारडस्ट मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में रेखा ने बताया था कि उन्होंने प्रोजेक्शन रूम में बच्चन परिवार के साथ इस फिल्म को देखा था. उस दौरान जया फिल्म को देखते हुए रो रहीं थीं.

रेखा ने किया था खुलासा

मैगजीन को दिए इंटरव्यू में रेखा ने कहा था, “वो मुकद्दर का सिकंदर का ट्रायल शो प्रोजेक्शन रूम में बच्चन परिवार के साथ देख रहीं थीं. इस दौरान जया आगे की लाइन में बैठी थीं. वहीं, अमिताभ उनके पीछे की लाइन में थे. तभी मैंने देखा कि फिल्म देखते वक्त जया रो रही हैं. हालांकि अमिताभ पीछे थे तो वो जया को नहीं देख पाए, लेकिन मैंने उन्हें बहुत करीब से नोटिस किया था.”

इंटरव्यू में रेखा ने बताया, “इस ट्रायल शो के एक हफ्ते बाद उन्होंने इंडस्ट्री के कई लोगों से सुना कि अमिताभ अब उनके साथ काम नहीं करेंगे. अमिताभ ने अपने फिल्म मेकर्स को ये कह दिया है कि अब वो मेरे साथ कोई भी फिल्म नहीं करेंगे.”

दोस्ती में आ गई है दरार

अमिताभ और रेखा के साथ काम न करने के बाद ऐसी खबरें आने लगीं थीं कि रेखा और जया की दोस्ती में भी दरार आ गई है. हालांकि, 1990 में सिमी ग्रेवाल को दिए एक इंटरव्यू में रेखा ने इस तरह की बातों को अफवाह करार दिया था. उन्होंने कहा था, “दीदीभाई (जया) बहुत ज्यादा परिपक्व हैं, बहुत मिलनसार हैं. मैंने अभी तक ऐसी महिला नहीं देखी जो इतनी मिलनसार हो.उनमें बहुत गरिमा है, बहुत क्लास है. वह मेरी दीदी भाई थीं, अब भी हैं चाहे कुछ भी हो जाए, कोई भी इसे मुझसे नहीं छीन सकता. भगवान का शुक्र है कि उन्हें भी इसका एहसास है. जब भी हम मिलते हैं, वह बहुत प्यारी होती हैं. वह सिर्फ सभ्य नहीं होतीं, वह बस वैसी ही होती हैं जैसी वह हैं.”


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News