जिस तरह आप ट्रेनों की लोकेशन एप और स्टेशनों पर लगे एलईडी स्क्रीन डिस्प्ले के जरिये पता करते हैं, ठीक उसी तरह अब रोडवेज बसों की भी लोकेशन ऑनलाइन जान सकेंगे। चौधरी चरण सिंह अंतरराज्यीय बस स्टेशन कैंट को पब्लिक इंफॉर्मेशन सिस्टम से लैस किया जा रहा है। यहां हर डिपो और शहरों से आवाजाही करने वाली बसों की लोकेशन पल-पल अपडेट होती रहेगी।
लखनऊ की एक कंपनी की ओर से सिस्टम संचालन के लिए कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर कंट्रोल रूम तैयार किया गया है। एलईडी स्क्रीन डिस्प्ले भी प्लेटफॉर्म और पूछताछ काउंटर के आसपास लग चुका है। अभी तक रोडवेज बसों के बारे में जानकारी हेल्पलाइन नंबर के जरिये मिलती है या फिर यात्रियों को कैंट बस स्टेशन के पूछताछ काउंटर पर आकर मिलती है। हेल्पलाइन नंबर भी जल्दी उठता नहीं है।
ऐसे में यात्रियों को परेशान होकर बस स्टेशन ही आना पड़ता है। अब इन समस्याओं से यात्रियों को निजात मिलने वाली है। इसके लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम और निजी कंपनी के बीच करार हुआ है। तकनीकी दिक्कतों को दूर करते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के सभी आठ डिपो के 513 बसों का विवरण सॉफ्टवेयर में फीड किया जा रहा है।
मोबाइल एप से ले सकेंगे टिकट, नहीं आना होगा स्टेशन
रोडवेज अधिकारियों के अनुसार यूपीएसआरटीसी की ओर से एक मोबाइल एप भी विकसित किया जा रहा है। जैसे मोबाइल एप से रेल टिकट बुक करते हैं, ठीक उसी तरह रोडवेज बस का टिकट भी बुक कर सकेंगे। उदाहरण के तौर पर यदि किसी को गाजीपुर जाना है तो गाजीपुर रूट पर खड़े होकर संबंधित बस में अपनी टिकट बुक करवा लेंगे। बस आते ही उसमें सवार हो जाएंगे। परिचालक के पास टिकट बुकिंग का मेसेज पहुंच जाएगा। इस एप को भी कंपनी विकसित कर रही है।
क्या बोले अधिकारी यात्री सुविधाओं की बढ़ोतरी को लेकर तकनीकी रूप से निगम की बसों को जोड़ा जा रहा है। मुख्यालय की ओर से इसका खाका तैयार किया जा रहा है। कैंट बस स्टेशन पर कंट्रोल रूम बन चुका है। – परशुराम पांडेय, क्षेत्रीय प्रबंधक, यूपीएसआरटीसी