खबर शहर , एकता हत्याकांड: ऑफिसर्स क्लब में 45 मिनट रहा विमल, गड्ढा गहरा किया…शव को ठिकाने लगाया, परिजनों ने पूछे ये सवाल – INA

कानपुर के ग्रीन पार्क में एकता की हत्या करने के बाद जिम ट्रेनर विमल कार में उसका शव लेकर सीधे ऑफिसर्स क्लब पहुंचा था। मुख्य गेट के बाहर कार खड़ी की। फिर डीएम के आवासीय परिसर के अंदर से क्लब जाने वाले छोटे गेट का ताला खोलकर उसमें दाखिल हुआ। मुख्य गेट को खोलकर कार अंदर लाया और पहले से खुदे गड्ढे को फावड़े की मदद से और गहरा कर शव को दफना दिया और फिर फरार हो गया।

यह बात उसने पूछताछ के दौरान बताई है। इस सब में उसे करीब 45 मिनट लगे। इस दौरान न तो उसे किसी ने रोका, न ही किसी ने पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने यह भी साफ किया कि एकता की हत्या उसने ग्रीन पार्क की पार्किंग में कार के अंदर ही कर दी थी। इससे पहले दोनों करीब आधे घंटे तक पार्किंग में ही रहे थे।


45 मिनट तक बारीकी से जांच कर वीडियोग्राफी की
इस जानकारी के आधार पर गुरुवार को पुलिस विमल और फोरेंसिक टीम के साथ ऑफिसर्स क्लब पहुंची। विमल के बयानों के आधार पर वारदात का नाट्य रूपांतरण किया गया। फोरेंसिक टीम ने एक डमी के साथ करीब 45 मिनट तक बारीकी से जांच कर वीडियोग्राफी की।


गेट पर तैनात सुरक्षा गार्ड ने नहीं की थी पूछताछ
गड्ढे की खोदाई करने के बाद पुतले की बनी बॉडी को गड्ढे में डाला। एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने बताया कि विमल का डीएम कंपाउंड में अक्सर आना जाना लगा रहता था। इसी वजह से गेट पर तैनात सुरक्षा गार्ड ने भी उससे पूछताछ नहीं की।


ग्रीनपार्क पहुंच टीम ने की नापजोख
क्लब जाने से पहले पुलिस की टीम विमल के साथ ग्रीन पार्क पहुंची वहां गेट संख्या 10 बी से अंदर दाखिल हुई, जहां विमल ने अपनी कार खड़ी की थी। वहां टीम ने एक आई-10 कार खड़ी की और फिर . एक महिला पुलिस कर्मी एकता बनकर कार के पास पहुंची।


डमी रखकर भी नाट्य रूपांतरण किया
कार के दरवाजों के नजदीक दो लोगों को खड़ा किया गया। कार के अंदर डमी रखकर भी नाट्य रूपांतरण किया। करीब आधा घंटे तक विमल हथकड़ी में मौजूद था। इसके बाद पुलिस और फोरेंसिक की टीम हर उस जगह गई, जहां विमल ने ग्रीन पार्क से निकलने की बात बताई।


एक हफ्ते पहले खरीदी रस्सी
पूछताछ में विमल ने बताया कि वह एक सप्ताह पहले ही रस्सी खरीद कर लाया था। 22 जून से वह एकता को जिम बुलाने की कोशिश कर रहा था। 24 जून को सुबह कॉल की पर रिसीव नहीं हुईं। विमल के मुताबिक जब 24 जून को एकता जिम में आईं, तो उसे देखकर मुस्कुरा रही थी। उसकी उस चिढ़ाने वाली मुस्कान देखकर उसने तय कर लिया कि वह आर या पार कर के रहेगा।


विमल से एकता के परिजनों ने पूछे ये सवाल

सवाल: कहां से अंदर गए, एकता को कैसे दफनाया?
विमल: मेरे पास बड़े गेट की चाभी थी। छोटे गेट से अंदर गया और जाकर गेट खोल दिया। उसके बाद कार अंदर ले गया। गड्ढा पहले से खुदा था। फावड़े से और गहरा किया, फिर शव को दफना दिया।
सवाल: गड्ढा खोदने और हत्या कर शव दबाने में कौन कौन शामिल था ?
जवाब: मैं अकेला था गड्ढा गहरा किया और कार से शव निकाल कर दफना दिया। इस दौरान आस पास कोई नहीं था, मैं अक्सर जाता था लिहाजा कोई मुझे रोकता टोकता नहीं था।


सवाल: तुम एकता को लेकर कार से घर की तरफ क्यों गए थे?
जवाब: घूंसा मारने के बाद एकता अचेत हो गई थी। मैंने सोचा तबीयत खराब है, घर छोड़ दूं। लेकिन खून ज्यादा बहने पर मैं घबरा गया और रस्सी से गला कसकर हत्या कर दी।
सवाल: एकता के मोबाइल पर कॉल क्यों कर रहे थे?
जवाब: वह नाराज थी। मेरी शादी में रुकावट बनने की बात कह रही थीं। जब कोई रास्ता नहीं दिखा तो मैंने रस्सी खरीद ली। कॉल कर रहा था कि वह आए और मैं रोज के सिरदर्द से मुक्ति पा सकूं।


सवाल: ग्रीन पार्क में तुम्हारे साथ कौन था? हत्या में तुम किसे बचाने की कोशिश कर रहे हो?
जवाब: ग्रीन पार्क में मैं अकेला था, सोचा था कि एकता मान जाएगी। बात हुई तो वे हंसती हुई बोली- मैं हार नहीं मान सकती, इसलिए अकेले ही मार दिया। किसी को बचाने की कोशिश नहीं कर रहा हूं।


Credit By Amar Ujala

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