खबर शहर , कानपुर हादसा: बुखार ने बचा ली अंशिका की जान, हादसे का शिकार कार में रोजाना चारों छात्रों के साथ कॉलेज जाती थी – INA

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संस्थान में शत प्रतिशत उपस्थिति का टैग पाने वाली बीटेक की छात्रा अंशिका को बीमारी ने जीवन दान दे दिया। अंशिका भी रोजाना विजय की ऑल्टो से ही संस्थान जाती थी, लेकिन घटना वाले दिन यानि सोमवार को तेज बुखार होने की वजह से उसने छुट्टी ली थी, जिससे उसकी जिंदगी बच गई। सोमवार को भौंती हाईवे पर अल्टो कार से पीएसआईटी आ रहे चार छात्रों और चालक विजय की दर्दनाक मौत हो गई थी।

सभी छात्र रोजाना कार से ही संस्थान आते थे। रोजाना इसी कार से गणेशपुर निवासी बीटेक थर्ड ईयर कंप्यूटर साइंस की छात्रा अंशिका भी जाती थी। अंशिका ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि तीन की छुट्टी के बाद कॉलेज जाना था। तीसरे साल में कोई भी छुट्टी नहीं ली थी, उपस्थिति पूरी थी। वह तो सोमवार को भी कॉलेज जाना चाहती थी, लेकिन तेज बुखार होने की वजह से हिम्मत नही जुटा पाई।


अंशिका कहती हैं कि दूसरे कार ड्राइवर से घटना की जानकारी हुई तो पैरों तले जमीन खिसक गई। यकीन ही नहीं हो रहा था कि मेरे दोस्त अब दुनिया में नहीं रहे। सभी से अच्छी बांडिंग थी। लंबा रास्ता बातों तो कभी भविष्य की तैयारियों की बातों में कब निकल जाता था, पता ही नहीं चलता था। वहीं, मंगलवार को पीएसआईटी संस्थान के अपर निदेशक प्रोफेसर मनमोहन शुक्ला, डॉ. विशाल मेहता समेत कई शिक्षक चारों छात्रों के घर पहुंचे। सभी के परिजनों को सांत्वना दी।


Credit By Amar Ujala

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