खबर शहर , खैर उपचुनाव: अलीगढ़ की सियासी हवा को बखूबी भांपते हैं योगी, जनसभा में विकास के मुद्दे पर बोलेंगे खुलकर – INA

योगी अलीगढ़ की सियासी हवा को बखूबी भांपते हैं। वर्ष 2014 में केंद्र और वर्ष  2017 में प्रदेश में भाजपा की पहली बार सरकार बनने से पहले भी योगी अलीगढ़ आते रहें हैं। वर्ष 2005- 06 में योगी ने अलीगढ़ आकर भाजपाइयों पर हो रहे अत्याचार को लेकर प्रशासन को चेताने का काम किया था। उसके  बाद से योगी 15 से भी अधिक बार अलीगढ़ में चुनावी जनसभा को संबोधित कर चुके हैं।  

विकास के मुद्दे पर भी खुलकर बोलेंगे योगी

योगी आदित्यनाथ चुनावी जनसभा में विकास के मुद्दे पर भी जमकर बोलेंगे। इसमें जाट शिरोमणी राजा महेंद्र प्रताप सिंह राजकीय विश्व विद्यालय की स्थापना को लेकर विपक्ष को जरूर घेरेंगे। इस पर योगी एएमयू की चर्चा करते हुए कैसे उनकी सरकार ने राजा साहब के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना कराई इसका जिक्र कर सकते हैं। साथ ही सपा और कांग्रेस पर राजा महेंद्र प्रताप सिंह के त्याग और समर्पण को नजरंदाज का आरोप लगा सकते हैं। डिफेंस काॅरिडोर के माध्यम से युवाओं को रोजगार और मजबूत रक्षा शक्ति पर बोल सकते हैं। टमकौली में मजदूरों के बच्चों के आवासीय विद्यालय और टीपी नगर आदि विकास के मुद्दे हो सकते हैं। 

दोबारा उप चुनाव में योगी की जनसभा

योगी आदित्यनाथ की जिले में उप चुनाव की यह दूसरी जनसभा है। इससे पहले योगी ने वर्ष 2019 के इगलास विधानसभा उप चुनाव में राजकुमार सहयोगी के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया था। जिसमें उन्हें जीत मिली थी। इस चुनाव में तब खैर के मौजूदा प्रत्याशी सुरेंद्र दिलेर के पिता राजवीर दिलेर को भाजपा ने हाथरस लोकसभा का प्रत्याशी बनाया था। इसी चुनाव में योगी ने राजा महेंद्र प्रताप सिंह राजकीय विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की थी। अब योगी शनिवार को खैर में दूसरी बार उप चुनाव में जनसभा को संबोधित करेंगे। इस बार एएमयू अल्पसंख्यक दर्जा को लेकर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय अहम है। यह योगी की जनसभा से एक दिन पहले आया है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट में मामला होने के चलते योगी सीधे तौर पर बोलने से बच भी सकते हैं।


Credit By Amar Ujala

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