खबर शहर , नर्सिंग छात्रा हत्याकांड: चार दिन बाद भी नहीं लगा स्कार्पियो का सुराग, तिहाड़ जेल में बंद रह चुका है आरोपी – INA

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कन्नौज जिले के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र में 12 नवंबर को आरोपी अरुण कुमार राजपूत ने जिस स्कार्पियो से नर्सिंग छात्रा रिंकी को कुचला था। घटना के चार दिन बाद पुलिस आरोपी का सुराग लगा सकी और न ही हादसे में प्रयुक्त स्कार्पियो का पता लगा सकी है। शुक्रवार को प्रकरण के तूल पकड़ने के बाद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें लगाई गईं।

बता दें कि कोतवाली क्षेत्र के पालपुर निवासी नर्सिंग छात्रा कुसुमलता उर्फ रिंकी (20)फर्रुखाबाद स्थित काॅलेज में पढ़ने के लिए जा रही थी, तभी गांव से सौरिख रोड तक जाने वाली सड़क पर, ननिहाल पालपुर में रह रहे जनपद मैनपुरी के थाना भोगांव अंतर्गत ग्राम कुढ़रा निवासी अरुण कुमार राजपूत ने एकतरफा प्रेम के चलते स्कार्पियो से रिंकी को कुचल दिया था।


सर्विलांस टीम का भी लिया जा रहा है सहयोग
शुक्रवार को इलाज के दौरान रिंकी की मौत हो गई थी। इस संबंध में सीओ ओमकार नाथ शर्मा ने बताया कि आरोपी अरुण की गिरफ्तारी के लिए एसओजी, सौरिख थाना प्रभारी डॉ. जयप्रकाश शर्मा व कोतवाल अजय कुमार अवस्थी को लगाया गया है। सर्विलांस टीम का भी सहयोग लिया जा रहा है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर हादसे में प्रयुक्त कार को बरामद कर लिया जाएगा।


अरुण का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा
रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है। एसपी अमित कुमार आनंद का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी और गाड़ी की बरामदगी के लिए पुलिस की तीन टीमों समेत एसओजी व सर्विलासं टीम को जिम्मेदारी दी गई है। अरुण का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।


परिजनों को धमका रहा फरार आरोपी
सौरिख थाना प्रभारी जय प्रकाश शर्मा ने पालपुर गांव पहुंचकर रिंकी के परिजनों से मिलकर जानकारी ली। मां लक्ष्मी ने बताया कि फरार आरोपी अरुण लगातार धमकियां दे रहा है। उस पर कई मुकदमे चल रहे हैं, एक और बढ़ जाएगा तो उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा। साथ ही अरुण गांव में चहेते लोगों से संपर्क कर गांव की हर गतिविधि की जानकारी ले रहा है।


जैसा बहन के साथ हुआ, वैसा ही अरुण के साथ भी हो
भाई राजीव का कहना है कि आरोपी दिल्ली हरियाणा से सस्ती शराब लाकर बिहार में ऊंचे दामों पर बिक्री करता है। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह तिहाड़ जेल में भी रह चुका है। उसके जैसे अपराधी का समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। शादी का दबाव बनाते हुए वह कई दिनों से बहन रिंकी पर अत्याचार का रहा था। अरुण की मौत ही उसकी बहन के लिए न्याय होगा। तभी परिजनों के कलेजे को ठंडक मिलेगी।


रिंकी को फोन करने पर भी आपत्ति करता था आरोपी
परिजनों का कहना है कि रिंकी सहेलियों या फिर रिश्तेदारों से फोन पर बात करती थी, तो अरुण इस पर आपत्ति जताता था और उसके साथ गालीगलौज करते हुए अक्सर उसे जान से मारने की धमकी देता था। वह केवल उससे ही बात करने का दबाव बनाया करता था।


एक साल से शादी के लिए वर ढूंढ रहे थे परिजन
पिता रामनरेश ने बताया कि बेटी रिंकी पढ़ने में तेज थी। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बाद भी उसे स्वावलंबी बनाने के बाद ही उसकी शादी करने का विचार था, लेकिन सितंबर में मेडिकल काॅलेज से लौटते समय अरुण ने रिंकी के साथ गालीगलौज करते हुए मारपीट की थी। उसके बाद से रिंकी की शादी के लिए अच्छे घर और वर की तलाश शुरू कर दी थी। अच्छा लड़का मिलते ही उसकी शादी करने की सोच रहे थे, लेकिन उससे पहले ही अरुण ने उसकी जान ले ली।


तिहाड़ जेल में बंद रह चुका आरोपी अरुण राजपूत
आरोपी अरुण के पिता गंगाचरण राजपूत की मौत के बाद उसकी मां ने दूसरी शादी रचा ली थी। उसके बाद से अरुण ननिहाल पालपुर में आकर रहने लगा था। शुरू से ही दबंग प्रवृत्ति के अरुण ने अपराध जगत में पैठ बना ली थी। गाड़ी लूटने के मामले में वह एक साल तिहाड़ जेल में रह चुका है।


दहशत के कारण हिम्मत नहीं जुटा सके थे ग्रामीण
बिहार में हुए एटीएम लूटकांड में भी उसका नाम आया था। आपराधिक प्रवृत्ति के कारण गांव में अरुण की काफी दहशत थी। उसके खिलाफ कोई भी कुछ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है। 27 अक्टूबर को रिंकी के चाचा राकेश के साथ गालीगलौज करते हुए बेरहमी से मारपीट की थी। दहशत के कारण ग्रामीण राकेश को बचाने की हिम्मत नहीं जुटा सके थे।


पिता की तहरीर पर अरुण समेत तीन के खिलाफ रिपोर्ट
नर्सिंग की छात्रा को गांव के ही युवक ने कार से कुचल दिया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी अरुण कुमार राजपूत समेत तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज जांच शुरू कर दी है।  ग्राम पालपुर निवासी रामनरेश ने दर्ज कराए गई रिपोर्ट में बताया कि पुत्री रिंकी फर्रुखाबाद में बेवर रोड स्थित मेडिकल कॉलेज में एएनएम की पढ़ाई कर रही थी।


गांव के लोगों ने करा दिया था समझौता
अरुण कुमार राजपूत निवासी कुढरा थाना भोगांव मैनपुरी हाल निवासी पालपुर जो ननिहाल में रह रहा था। काफी समय से पुत्री पर गलत नीयत रख रहा था। आठ सितंबर को अरुण ने छेड़छाड़ का विरोध करने पर रिंकी की पिटाई कर दी थी। चाचा ने कोतवाली में सूचना भी दी थी, लेकिन गांव के लोगों ने समझौता करा दिया था।


इलाज के दौरान हो गई रिंकी की मौत
12 नवंबर को रिंकी के मेडिकल कॉलेज जाते समय सौरिख रोड से पालपुर जाने वाली सड़क पर हरीशंकर की चक्की के पास अरुण ने मामा रामऔतार व ममेरे भाई राहुल के साथ मिलकर उसे कार से कुचल दिया था। इलाज के दौरान रिंकी की मौत हो गई। इस संबंध में सीओ ओमकार नाथ शर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।


Credit By Amar Ujala

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