हाथरस में भारतीय खाद्य निगम के गोदाम में 145 बंदरों की मौत की घटना छिपाने पर गोदाम प्रबंधक और गुणवत्ता प्रबंधक सहित 13 कर्मचारियों नोटिस जारी किए गए हैं। इनसे पूछा गया है कि घटना की जानकारी विभाग के उच्चाधिकारियों को क्यों नहीं दी गई। इस मामले में अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है।
कलवारी रोड स्थित एफसीआई गोदाम में 11 नवंबर को 145 बंदरों की मौत हो गी थी। अधिकारियों और कर्मचारियों ने घटना को छिपा लिया था और मृत बंदरों के शवों को गड्ढा खोदकर दबा दिया था। तीन दिन पहले विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद घटना का खुलासा हुआ था।
बजरंग दल के विभाग सह संयोजक हर्षित गौड़ की तहरीर पर मामला दर्ज किया गया था। इस संबंध में मंडलीय खाद्य नियंत्रक एवं सीडीओ प्रखर कुमार सिंह ने चार सदस्यों की एक जांच समिति गठित की थी। 22 नवंबर को गड्ढा खोदवाकर पांच बंदरों का पोस्टमार्टम भी कराया गया। एक दो सदस्यीय विभागीय जांच समिति भी बनाई गई थी, जिसने प्रारंभिक जांच के बाद अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
भारतीय खाद्य निगम की मंडल प्रबंधक शिवानी ने प्रबंधक नीरज शर्मा, गुणवत्ता प्रबंधक बाबू लाल मीणा सहित 13 कर्मियों को नोटिस जारी किए है। इनसे घटना को छिपाने और घटना होने के बाद जानकारी नहीं देने के संबंध में जवाब मांगा है। शिवानी ने बताया कि इनके जवाब मिलने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।