मौदहा कोतवाली क्षेत्र के चकदहा गांव के मजरा गड़रिया खेर निवासी ई-रिक्शा चालक की शनिवार रात हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। ई-रिक्शा चालक की हत्या उसी के साथी ने नशेबाजी को लेकर हुए विवाद के बाद की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से मृतक की बाइक व मोबाइल बरामद किया है।
बीते रविवार क्षेत्र के लरौंद मार्ग पर झाड़ियों में गड़रिया खेर निवासी ई-रिक्शा चालक जगन्नाथ का शव मिला था। मृतक की पत्नी ने लरौंद निवासी देशराज, पंडित व चकदहा के विनोद व पूर्व प्रधान बोधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में जुटी पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर चकदहा निवासी राहुल यादव उर्फ सुघर सिंह को मृतक की बाइक व मोबाइल के साथ ग्राम मदारपुर मोड़ के पास गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल बरामद कर, विधिक कार्रवाई के लिए न्यायालय में पेश किया।
हत्यारोपी राहुल यादव उर्फ सुघर सिंह ने पुलिस को बताया कि 23 नवंबर को वह जगन्नाथ की बाइक से साथ में चकदहा से बिगहना गए थे। देशी शराब ठेका से शराब लेकर साथ में पी। लौटते समय वह बाइक चला रहा था और जगन्नाथ पीछे बैठा था। दोनों ने लरौंद रोड की पुलिया पर फिर से शराब पी। गांव आते समय रतौली के पहले रास्ते में बाइक अनियंत्रित होने से दोनों गिर गए।
इस पर जगन्नाथ ने गाली देते हुए थप्पड़ मार दिया। इससे नाराज होकर पास पड़े डंडे से सिर पर मारा। सीने व पीठ पर चढ़कर घुटने से गला दबाकर हत्या कर दी। शव को पास में रोड के किनारे झाड़ियोंं में छिपा दिया। जगन्नाथ की मोटरसाइकिल व मोबाइल को छिपाने के उद्देश्य से वहां से लेकर भाग गया।
खुलासे में जताई जा रही आशंका खारिज
हत्या के बाद मृतक की पत्नी जयदेवी ने दो कारणों का अंदेशा जताया था। पहला उसने लरौंद प्रधान प्रतिनिधि द्वारा उसके पति से 50 लाख रुपये में खरीदे गए दो बीघा खेत की शेष रकम 37 लाख रुपये न मिलना और दूसरा गांव स्थित भगत बाबा स्थान की जमीन को मेले के लिए मांगे जाने पर जोर दिया जाना बताया था। पुलिस की जांच में दोनों अंदेशे गलत साबित हुए।