ड्यूटी जाते समय नर्स के साथ दो महिलाओं सहित सात लोगों पर मारपीट व अभद्रता का आरोप है। इसके अलावा पुरुषों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप है। पुलिस ने नर्स की तहरीर पर सात लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म की धाराओं में रिपोर्ट दर्जकर दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें लगाई गई हैं।
कानपुर देहात के मूसा नगर निवासी एक नर्स ने चुर्खी पुलिस को बताया था कि वह उरई कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला में रहती है और महेबा ब्लाॅक के एक पीएचसी में स्टॉफ नर्स के पद पर तैनात है। बृहस्पतिवार को स्कूटी से ड्यूटी के लिए निकली थी, जैसे ही वह चुर्खी थाना क्षेत्र के सुहाकर खेरा के पास पहुंची कि तभी जयंती देवी ने अपने पिता गोविंद सिंह, मां सीमा, भाई राममिलन और राजेश के साथ मिलकर स्कूटी से गिरा दिया और उसको पकड़कर जंगल में ले गए, जहां उसको बंधक बनाकर जमकर पीटा और पुरुषों ने दुष्कर्म किया।
बताया कि जयंती उससे बेवजह शक करती है। इसलिए उसने उसके साथ यह दरिंदगी करवाई है। पुलिस ने गोविंद सिंह, राममिलन, सीमा, राजेश, जयंती व दो अज्ञात के खिलाफ मारपीट दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्जकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि पीड़ित महिला की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्जकर दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। पीड़िता क् अवैध संबंध रिश्ते में देवर लगने वाले युवक से थे। इसी को लेकर घटना की गई है। अभी तक दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। मामले की जांच की जा रही है।