खबर शहर , Jalaun: रिटायर्ड पुलिसकर्मी के घर से 18 लाख की चोरी, तिजोरी व अलमारी तोड़कर जेवर व नगदी ले गए चोर – INA

रिटायर्ड पुलिस कर्मी के घर की छत के रास्ते से कमरे में घुसे चोरों ने अलमारी, तिजोरी व अटैची तोड़कर उसमें रखे 18 लाख के जेवर-नकदी चोरी कर ली। घर में मौजूद मां-बेटी सोती रहीं। सुबह जब बेटी कमरे में पहुंची तो सामान बिखरा व गायब देख पिता को पूरी जानकारी दी।
डकोर कोतवाली क्षेत्र के कुसमिलिया गांव निवासी जनक राजपूत रिटायर पुलिस कर्मी है। उन्होंने बताया कि मंगलवार की रात वह खेत में लगी फसल में पानी लगाने गए थे। पत्नी चंद्रकली व बेटी छाया ऊपर वाले कमरे में सो रही थीं। तभी छत के रास्ते नीचे उतरे चोरों ने कमरे में रखी अटैची व तिजोरी तोड़कर दो जंजीर, तीन खंड की झुमकी, बाला, चार चूड़ी, पांच अंगूठी, हार, 10 तोला सोना करीब 17 लाख के जेवर चोरी कर लिए। इसके बाद चोरों ने नीचे कमरे में रखी अलमारी में रखे करीब 77 हजार रुपये पार कर दिए। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। सीओ उमेश कुमार पांडेय ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है।
फीस के लिए पैसे निकालने कमरे में गई तो हुई जानकारी
जनक की पत्नी चंद्रकली ने बताया कि रात में 12 बजे जागी थी, लेकिन तब कोई नहीं था। सुबह जब जयपुरिया स्कूल में 11वीं में पढ़ने वाली बेटी छाया फीस के लिए रुपये निकालने कमरे में पहुंची तो बिखरा सामान व गायब जेवर नकदी देख उनके होश उड़ गए। उन्होंने इसकी जानकारी पिता को दी। ग्रामीणों का कहना है कि थाने से गांव की दूरी दो किलोमीटर है। अगर पुलिस गश्त करती तो शायद यह वारदात न होती।
 


पीड़ित से बोला दरोगा, जहां सामान रखा वहां क्यों नहीं लेटते
मुहम्मदाबाद। घर में चोरी होने की जानकारी जैसे ही जनक सिंह को लगी तो वह घर पहुंच गया। सूचना पर डकोर कोतवाली से दरोगा प्रेमपाल दो सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचे और पूछताछ करने लगे। तभी प्रेमपाल ने पीड़ित जनक सिंह से बोला कि जिस कमरे में सामान व तिजोरी रखी रहती है, वहां क्यों नहीं लेटते, इस पर जनक सिंह ने कहा कि वैसे तो वह खेत पर थे, लेकिन उन्हें पुलिसिया भाषा न सिखाओ। वह भी पुलिस विभाग से रिटायर हो चुके हैं।

 


फोन पर बेटी बोली, पापा हम बर्बाद हो गए…
डकोर के कुसमिलिया गांव निवासी जनक सिंह की बेटी छाया जयपुरिया स्कूल में पढ़ती है। बुधवार को उसे फीस जमा करनी थी। इस पर उसने अपनी मां चंद्रकुमारी से रुपये मांगे तो उन्होंने कहा कि अंदर कमरे में रखी अलमारी से निकाल लो। तभी मां बेटी जैसे ही कमरे में पहुंची तो बिखरा सामान व टूटी अटैची व गायब जेवर देख वह रोने लगी। बेटी ने फोन कर पिता जनक सिंह से कहा पापा जल्दी घर आ जाओ हम बर्बाद हो गए। यह कहकर वह जोर जोर से रोने लगी।


Credit By Amar Ujala

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