व्यापारी की बेटी की हत्या घर से करीब 500 मीटर दूर डेरा जमाये बंजारा समुदाय के छह लोगों ने की थी। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को पकड़ा है। चार अभी भी फरार हैं। आरोपियों का कहना है कि व्यापारी के घर लूटपाट करने गए थे। व्यापारी के घर पहले से आना-जाना था। वे व्यापारी के यहां जेवर गिरवी रखते थे और अनाज भी बेचते थे। व्यापारी की बेटी उन्हें पहचानती थी। लूट का राज न खुले इस कारण किशोरी की गला रेतकर हत्या कर दी थी।
व्यापारी की बेटी की हत्या का पुलिस ने 12 दिन बाद पुलिस ने खुलासा किया है। हत्या लूटपाट के इरादे से की गई थी। इसमें छह लोग शामिल थे। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से 21 हजार की नकदी व लगभग दो लाख रुपये के जेवर बरामद किए हैं। मुख्य आरोपी समेत चार अभी भी फरार हैं। यह सब कौशांबी जिले के निवासी हैं। मंगलवार को राघव प्रेक्षागृह में एसपी अरुण कुमार सिंंह ने बताया कि 15 नवंबर की दोपहर व्यापारी शिवनरेश अग्रहरि की 14 साल की बेटी मुस्कान की घर में चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी।
सात साल के बच्चे ने पुलिस को बताई अहम बात
हत्या व्यापारी के घर से लगभग 500 मीटर दूर डेरा जमाए बंजारा समुदाय के लोगों ने की थी। बताया कि जांच में पता चला कि डेरे से कुछ लोगों के कई दिनों से गायब हैं। डेरे के ही सात साल के बच्चे ने पुलिसकर्मी को बताया कि वह व्यापारी के घर में आता-जाता था। उस दिन उसके साथ छह लोग लोग गए थे। वह घर के बाहर खेलने लगा और वे लोग व्यापारी के घर में घुस गए। इन्हीं लोगों ने व्यापारी की बेटी को मारा है। मुखबिर की सूचना पर कोतवाल उपेंद्र सिंह की टीम ने दो आरोपियों कौशांबी के पश्चिम सरीरा कुर्मियन का पुरवा जजौली निवासी रईस खान और कल्लू को पकड़ा है। इनके कब्जे से पुलिस ने 21 हजार रुपये के अलावा सोने चांदी के जेवर भी बरामद किए हैं।