खबर शहर , UP: भाजपा नेता ने नसीम सोलंकी को धमकाया, कहा- मंदिर धुलवा दो नहीं तो शहर में घूम-घूमकर दर्ज कराऊंगा 200 मुकदमे – INA

कानपुर वनखंडेश्वर मंदिर में जल चढ़ाने का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया। शनिवार को तीन मिनट 44 सेकेंड का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल ऑडियो में एक भाजपा ने सपा पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। इसके बाद से शहर में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
नसीम ने बताया कि स्वरूपनगर निवासी पूर्व भाजपा प्रवक्ता धीरज चड्ढा ने कॉल करके धमकी दी है। वायरल ऑडियो में धीरज ने कहा कि मंदिर में जाकर धर्म भ्रष्ट कर दिया। शहर में घूम-घूम कर तुम्हारे खिलाफ 200 मुकदमे दर्ज करवाऊंगा। इस पर नसीम सोलंकी ने कहा कि वह खुद पुलिस कमिश्नर से बात करके एफआईआर दर्ज कराएंगी। दोनों के बीच 3 मिनट 44 सेकेंड की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है।
इस तरह हुई बातचीत
धीरज : नसीम बहन बोल रही हैं।
नसीम : हां, बोल रही हूं।
धीरज : मैं धीरज चड्ढा बोल रहा हूं स्वरूपनगर से।
नसीम : जी।
धीरज : बहन एक शिकायत थी तुमसे।
नसीम : बताइए।
धीरज : जाकर वनखंडेश्वर मंदिर गंदा कर आई हो, उसे धुलवा दो।
नसीम : क्या कह रहे हैं।
धीरज : उस मंदिर को धुलवा दो, जहां तुमने अपने गंदे अपवित्र हाथों से जल चढ़ाया था, नहीं तो कम से कम 200 मुकदमे कराऊंगा पूरे शहर में घूम-घूम कर तुम्हारे ऊपर।
नसीम : अच्छा।
धीरज : अच्छा क्या, गंदी बात है, हम तुम्हारी दरगाह में चादर चढ़ाने जाते हैं।
नसीम : अच्छा।
नसीम : हां, बोल रही हूं।
धीरज : मैं धीरज चड्ढा बोल रहा हूं स्वरूपनगर से।
नसीम : जी।
धीरज : बहन एक शिकायत थी तुमसे।
नसीम : बताइए।
धीरज : जाकर वनखंडेश्वर मंदिर गंदा कर आई हो, उसे धुलवा दो।
नसीम : क्या कह रहे हैं।
धीरज : उस मंदिर को धुलवा दो, जहां तुमने अपने गंदे अपवित्र हाथों से जल चढ़ाया था, नहीं तो कम से कम 200 मुकदमे कराऊंगा पूरे शहर में घूम-घूम कर तुम्हारे ऊपर।
नसीम : अच्छा।
धीरज : अच्छा क्या, गंदी बात है, हम तुम्हारी दरगाह में चादर चढ़ाने जाते हैं।
नसीम : अच्छा।
नसीम : कहां से बोल रहे हो।
धीरज : धीरज चड्ढा बोल रहा हूं स्वरूपनगर से, हमारा मंदिर धुलवाइए पहले आप तत्काल।
नसीम : हम धुलवाएं।
धीरज : आपने गंदा किया है हम धुलवाएंगे उसको, बहन तुमको ये बात सोचनी चाहिए धर्म, धर्म होता है सबका।
नसीम : नहीं, सुनो।
धीरज: एक्सक्यूजमी सुनो नहीं, सुनिए… सुनिए बोलिए। हम तुमको बहन करके बात कर रहे हैं, तुम सुनो करके बात कर रही हो।
नसीम : क्या बता रहे हो, कितने मुकदमे लगवाओगे।
धीरज : अरे जितने चाहेंगे उतने दर्ज कराएंगे, हमारा मंदिर क्यों खराब किया।
नसीम : बहुत जल्दी याद आ गई, सो रहे थे क्या इतने दिन से।
धीरज : अरे इतने दिन से क्या, अमिताभ बाजपेई को कम से कम पांच फोन कर चुके हैं। पूछो अमिताभ से।
नसीम : काहे के लिए।
धीरज : अरे मंदिर धुलवाने के लिए, तुमसे क्या मतलब, तुम्हें मंदिर आने की जरूरत क्या थी भाई, हू आर यू।
नसीम : तुम्हारा नाम लिखा है मंदिर में।
धीरज : धीरज चड्ढा बोल रहा हूं स्वरूपनगर से, हमारा मंदिर धुलवाइए पहले आप तत्काल।
नसीम : हम धुलवाएं।
धीरज : आपने गंदा किया है हम धुलवाएंगे उसको, बहन तुमको ये बात सोचनी चाहिए धर्म, धर्म होता है सबका।
नसीम : नहीं, सुनो।
धीरज: एक्सक्यूजमी सुनो नहीं, सुनिए… सुनिए बोलिए। हम तुमको बहन करके बात कर रहे हैं, तुम सुनो करके बात कर रही हो।
नसीम : क्या बता रहे हो, कितने मुकदमे लगवाओगे।
धीरज : अरे जितने चाहेंगे उतने दर्ज कराएंगे, हमारा मंदिर क्यों खराब किया।
नसीम : बहुत जल्दी याद आ गई, सो रहे थे क्या इतने दिन से।
धीरज : अरे इतने दिन से क्या, अमिताभ बाजपेई को कम से कम पांच फोन कर चुके हैं। पूछो अमिताभ से।
नसीम : काहे के लिए।
धीरज : अरे मंदिर धुलवाने के लिए, तुमसे क्या मतलब, तुम्हें मंदिर आने की जरूरत क्या थी भाई, हू आर यू।
नसीम : तुम्हारा नाम लिखा है मंदिर में।
धीरज : अरे नाम लिखा है, कल तुम्हारे मस्जिद में आ रहे हैं। चंदन और भभूत लगाएंगे, खड़े होकर लगवाओगी।
नसीम : बहुत होश में रहना।
धीरज : होश में तुम रहना, चंदन और भभूत लगाएंगे, खड़े होकर तुम्हारे मस्जिद में, तुम्हें अच्छा लगेगा।
नसीम : बहुत कायदे में रहना समझ गए।
धीरज : क्या कायदे में रहना, आपके मस्जिद में आकर हम चंदन भभूत लगाएंगे, आपको अच्छा लगेगा।
नसीम : दिमाग न खराब हो।
धीरज : क्या दिमाग न खराब हो, होश में रहो, बात करने की तमीन नहीं है क्या।
नसीम : तुम हो कौन, पहले ये बताओ, तुम्हारी शक्ल देख लूं तो पहले, मैं चार मुकदमे दर्ज करवा दूंगी।
धीरज : अरे, तुम 25 मुकदमे लिखवा दो, उसके लिए जय-जय श्री राम राम वाले बहुत लोग जिंदा हैं हिंदुस्तान में।
नसीम : अभी हमसे क्या कह रहे हो, मुकदमे लगवाऊंगा।
धीरज : क्यों नहीं लगवाऊंगा, मेरा मंदिर खराब करोगी, मुकदमे नहीं लगवाऊंगा तुम्हारे ऊपर।
नसीम : अभी हम पुलिस कमिश्नर से बात करें, मुझसे तमीज से बात करो।
धीरज : 500 बार बात करिए, हमारे मंदिर में क्यों गई गंदा करने।
नसीम : क्या तुम्हारा नाम लिखा है मंदिर में।
धीरज : आपका नाम लिखा है मस्जिद में, हम जाएं आपके मस्जिद में, चंदन लगाएं आपको अच्छा लगेगा।
नसीम : आप चलो मस्जिद में, कोई भगा दे तो बताना।
नसीम : बहुत होश में रहना।
धीरज : होश में तुम रहना, चंदन और भभूत लगाएंगे, खड़े होकर तुम्हारे मस्जिद में, तुम्हें अच्छा लगेगा।
नसीम : बहुत कायदे में रहना समझ गए।
धीरज : क्या कायदे में रहना, आपके मस्जिद में आकर हम चंदन भभूत लगाएंगे, आपको अच्छा लगेगा।
नसीम : दिमाग न खराब हो।
धीरज : क्या दिमाग न खराब हो, होश में रहो, बात करने की तमीन नहीं है क्या।
नसीम : तुम हो कौन, पहले ये बताओ, तुम्हारी शक्ल देख लूं तो पहले, मैं चार मुकदमे दर्ज करवा दूंगी।
धीरज : अरे, तुम 25 मुकदमे लिखवा दो, उसके लिए जय-जय श्री राम राम वाले बहुत लोग जिंदा हैं हिंदुस्तान में।
नसीम : अभी हमसे क्या कह रहे हो, मुकदमे लगवाऊंगा।
धीरज : क्यों नहीं लगवाऊंगा, मेरा मंदिर खराब करोगी, मुकदमे नहीं लगवाऊंगा तुम्हारे ऊपर।
नसीम : अभी हम पुलिस कमिश्नर से बात करें, मुझसे तमीज से बात करो।
धीरज : 500 बार बात करिए, हमारे मंदिर में क्यों गई गंदा करने।
नसीम : क्या तुम्हारा नाम लिखा है मंदिर में।
धीरज : आपका नाम लिखा है मस्जिद में, हम जाएं आपके मस्जिद में, चंदन लगाएं आपको अच्छा लगेगा।
नसीम : आप चलो मस्जिद में, कोई भगा दे तो बताना।
धीरज : बहन, देखो ऐसा है जो काम आपने गलत किया है तो गलत किया है।
नसीम : सुनो।
धीरज : सुनो नहीं…सुनिए बोलिए
नसीम : बात तुमने शुरू की है बत्तमीजी से, नहीं तो मुझे बहुत तमीज है।
धीरज : मैं तो बहन कहकर बात कर रहा हूं शुरू से।
नसीम : मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा हर धर्म का आदमी जा सकता है, कहीं पर किसी का नाम नहीं लिखा हुआ है।
धीरज : आप हमें ये बताइए बहन, हमारे मंदिर में जाकर आपने जल चढ़ाया।
नसीम: मेरे मंदिर गए 20–22 दिन हो गए, सो रहे थे क्या इतने दिन से।
धीरज : मैंने तो अमिताभ बाजपेई से कहा था कई बार फोन कर चुका हूं, लेकिन अमिताभ कोई रिस्पांस ही नहीं दे रहे हैं। हमने कहा गंगाजल से धुलवाइए। अच्छा आप ये बताइए आप हमारे मंदिर गईं। आपने हमारे मंदिर में जाकर जल चढ़ाया। आई एक्सेप्टेड सारे भगवान एक हैं। आपके यहां मजार में जाएंगे, वहां जल चढ़ाएंगे तो अच्छा लगेगा।
नसीम : मैं एफआईआर दर्ज कराऊंगी, दोबारा तंग करेगा तो एफआईआर दर्ज करवाऊंगी।
नसीम : सुनो।
धीरज : सुनो नहीं…सुनिए बोलिए
नसीम : बात तुमने शुरू की है बत्तमीजी से, नहीं तो मुझे बहुत तमीज है।
धीरज : मैं तो बहन कहकर बात कर रहा हूं शुरू से।
नसीम : मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा हर धर्म का आदमी जा सकता है, कहीं पर किसी का नाम नहीं लिखा हुआ है।
धीरज : आप हमें ये बताइए बहन, हमारे मंदिर में जाकर आपने जल चढ़ाया।
नसीम: मेरे मंदिर गए 20–22 दिन हो गए, सो रहे थे क्या इतने दिन से।
धीरज : मैंने तो अमिताभ बाजपेई से कहा था कई बार फोन कर चुका हूं, लेकिन अमिताभ कोई रिस्पांस ही नहीं दे रहे हैं। हमने कहा गंगाजल से धुलवाइए। अच्छा आप ये बताइए आप हमारे मंदिर गईं। आपने हमारे मंदिर में जाकर जल चढ़ाया। आई एक्सेप्टेड सारे भगवान एक हैं। आपके यहां मजार में जाएंगे, वहां जल चढ़ाएंगे तो अच्छा लगेगा।
नसीम : मैं एफआईआर दर्ज कराऊंगी, दोबारा तंग करेगा तो एफआईआर दर्ज करवाऊंगी।
मेरे पास किसी सिरफिरे का फोन आया था। मंदिर को अपवित्र करने की बात कहकर झगड़ रहा था। उसका मोबाइल नंबर समेत कई जानकारी जुटाई है। अगर दोबारा कॉल करेगा या तंग करेगा तो उसके खिलाफ तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज करवाऊंगी। -नसीम सोलंकी, पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी
मंदिर में पूजन-अर्चन और जल चढ़ाकर उसे अपवित्र कर दिया। मैं नसीम और उनके साथ मौजूद लोगों के खिलाफ तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज करवाऊंगा। नसीम सोलंकी ने राजनीतिक स्टंट के लिए मंदिर जाकर इसका दुरुपयोग किया है। मेरे खिलाफ तहरीर दें या रिपोर्ट दर्ज कराएं, मैं मंदिर को अपवित्र करने के मामले को ठंडा नहीं पड़ने दूंगा। -धीरज चड्ढा, पूर्व प्रवक्ता भाजपा