खबर शहर , UP: रॉयल एनफील्ड बुलेट से भी महंगा है खच्चर 'चांडाल', कीमत जानकर रह जाएंगे हैरान; जानें क्या है इसकी खासियत – INA

आगरा के बाह-बटेश्वर मेला ऊंट और घोड़ों से खचाखच भर गया है। खच्चर की आवक भी शुरू हो गई है। हाथरस के अब्बू मियां 18 खच्चर लेकर पहुंचे हैं। इनमें से एक खच्चर चांडाल की कीमत उन्होंने 3 लाख रुपये रखी है।

सोमवार को ऊंट और घोड़ों की खूब बिक्री हुई। रंग, रूप, नस्ल के आधार पर सौदे हुए। मेले में 20 हजार से लेकर 3 लाख रुपये तक में घोड़े-घोड़ी बिके हैं। सलेमपुर के मलखान सिंह ने दो घोड़ी 2.65 लाख और 1.60 लाख रुपये में बेची हैं। बरेली के नूर मोहम्मद ने 4 घोड़े 70 से 1.45 लाख रुपये तक में बेचे हैं। एक घोड़ी 1.30 लाख रुपये की खरीदी है। बदायूं के उस्मान, प्रयागराज के धीरज सिंह ने बताया कि मेले में घोड़ों और खरीदारों की कमी नहीं है।

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मेले में 12 हजार से 80 हजार रुपये तक में ऊंट बिके हैं। बीकानेर के सुंदर सिंह, दौसा के रमेश चंद ने बताया कि उन्होंने 5-5 ऊंट खरीदे हैं। ऊंट और घोड़ों की खरीद-फरोख्त करने वाले व्यापारी और किसान रजिस्ट्रेशन न होने से मेले में रुके हैं। जिला पंचायत के जारी कार्यक्रम के मुताबिक पशुओं का रजिस्ट्रेशन 30 अक्तूबर से शुरू होगा।

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एक दूसरे के बिना नहीं रहते चंपा-चमेली
बटेश्वर के ऊंट मेले में सांचोरी नस्ल के ऊंट की एक जोड़ी ऐसी है, जो एक दूसरे के बिना नहीं रहती। कानपुर देहात के हारुन जोड़ी लेकर मेले में पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि चंपा-चमेली ऊंटनी की कीमत 80 हजार और 50 हजार रुपये है। दोनों को एक साथ बेचेंगे। क्योंकि एक दूसरे के बिना नहीं रहतीं। एक को खूंटे से खोलो तो तब तक वह नहीं हटती, जब तक दूसरी को न खोला जाए।

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डीजे की धुन पर नाचता है राजाबाबू
बटेश्वर मेले में जालौन के छोटू नीला संजाव नस्ल का घोड़ा लेकर पहुंचे हैं। बटेश्वर मेले में उसके नाच के लोग कायल हुए बिना नहीं रहे। छोटू ने बताया कि बरात में डीजे की धुन पर नाचने लगता है। घोड़ा राजाबाबू की इस खूबी के चलते शादियों में खूब डिमांड रहती है। एक साल में औसतन 1 लाख रुपये की आमदनी हो जाती है। 70 हजार कीमत के राजाबाबू के 60 हजार रुपये तक के मेले में खरीदार मौजूद हैं।


Credit By Amar Ujala

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