खबर शहर , UP News: स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी बोले- दुनिया का मूल है सनातन धर्म; त्याग, तपस्या और समर्पण का दिखाता मार्ग – INA

रामनगरी अयोध्या में भव्य दीपोत्सव मनाने की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। 30 अक्टूबर को नव्य मंदिर में विराजमान श्रीरामलला के मंदिर परिसर सहित अयोध्या धाम में दीपोत्सव मनाया जाएगा। इसी कड़ी में संत स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने सभी को उल्लास के साथ दीपोत्सव मनाने की अपील की। उन्होंने सनातन पर अंगुली उठाने वालों को आइना दिखाया। युवाओं से देश के वैभव को . बढ़ाने में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी करने की अपील की। 

संत स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा कि सनातन धर्म पूरी दुनिया का मूल है। सनातन हमें त्याग, तपस्या, समर्पण और सहयोग का मार्ग दिखाता है। भारत माता का जो वैभव पिछले कुछ वर्षों में बढ़ा है, इसके पीछे सनातन ही है। उन्होंने कहा कि सनातन पर टिप्पणी करने वाले नेताओं पर भी अपनी बात कही। कहा कि आज कल कुछ राजनेताओं को सिर्फ सनातन धर्म पर टिप्पणी करने का काम रह गया है। हम उनसे पूछना चाहते हैं की दूसरे धर्म का विश्लेषण क्यों नहीं करते हैं? 

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10 वर्षों से सरकार सनातन के लिए कर रही अद्भुत प्रयास

कहा कि हम सनातन के खिलाफ एक शब्द भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने युवा वर्ग से भारत माता के वैभव को . बढ़ाने हेतु काम करने की अपील की। कहा कि पूर्व की सरकारों ने गौ माता, भारतीय संस्कृति और सभ्यता के संवर्धन हेतु प्रयास नहीं किया। पिछले 10 वर्षों से हमारी सरकार सनातन के लिए अद्भुत प्रयास कर रही है। 

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रातनीति के चलते कुछ लोगों ने नहीं किए श्रीरामलला के दर्शन

उन्होंने कहा कि 14 वर्षों के बाद प्रभु राम आए थे, तो भव्य दिवाली मनाई गई थी। इस वर्ष तो प्रभु राम 550 वर्षों के बाद अयोध्या आए हैं। सभी देशवासियों को पूरे उत्साह के साथ दिवाली मनाना है। कुछ लोगों को प्रभु राम के भव्य मंदिर से पेट में दर्द हो गया है। वोट के लिए अब तक उन लोगों ने भगवान के दर्शन भी नहीं किए हैं। कहा कि जो प्रभु राम के नहीं हैं, उनकी मंशा कभी पूरी नहीं होगी। देश के वैभव को बढ़ाने हेतु सबको मिलकर काम करना है।


Credit By Amar Ujala

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