चंदौली की हर्षिता ने बिहार न्यायिक सेवा में किया कमाल, विधायक ने दी बधाई
जिला चंदौली ब्यूरो चीफ अशोक कुमार
चंदौली जनपद के मुगलसराय की प्रतिभाशाली बेटी हर्षिता सिंह ने बिहार लोक सेवा आयोग की सैनिक न्यायाधीश परीक्षा 2024 में प्रथम स्थान प्राप्त कर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। गुरुवार को जारी अंतिम परिणाम में उनकी सफलता से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस उपलब्धि पर मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल ने हर्षिता के घर जाकर उन्हें बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
हर्षिता की इस शानदार सफलता पर विधायक जायसवाल ने न केवल उन्हें बधाई दी बल्कि उनके घर के सामने चौराहे पर 2 लाख रुपये की लागत से हाई मास्ट लगाने की भी घोषणा की। यह घोषणा क्षेत्र के विकास और हर्षिता की उपलब्धि के प्रति सम्मान की भावना को प्रदर्शित करती है। विधायक ने कहा, “हर्षिता ने केवल मुगलसराय और चंदौली जिले का ही नहीं, अपितु पूरे प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है। उनकी मेहनत और लगन से युवाओं को प्रेरणा मिलेगी।”
हर्षिता ने अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर की कृपा, माता-पिता के आशीर्वाद, गुरुजनों के मार्गदर्शन और मित्रों के सहयोग को दिया। उन्होंने कहा, “मेरा उद्देश्य समाज के शोषित और पीड़ितों को तुरंत न्याय दिलाना है। न्यायिक सेवा में जुड़कर मैं अपने इस लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास करूंगी।” यह वक्तव्य हर्षिता के समाज सेवा के प्रति समर्पण और उनके उद्देश्य की गहराई को दर्शाता है। एक युवा, प्रतिभाशाली महिला के रूप में, उनके विचार समाज के लिए प्रेरणादायक हैं।
हर्षिता के माता-पिता, लल्लू तिवारी और भीम मोदी, इस अवसर पर अत्यंत भावुक दिखाई दिए। उन्होंने अपनी बेटी की सफलता पर गर्व व्यक्त किया और उसके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर संजय कनौजिया सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
हर्षिता की सफलता बिहार राज्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह दर्शाता है कि प्रतिभा और मेहनत से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। हर्षिता के द्वारा प्राप्त प्रथम स्थान न केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता का प्रतीक है, बल्कि यह चंदौली जिले और पूरे उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। यह सफलता अन्य युवाओं को कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प के माध्यम से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी।
हर्षिता की इस उपलब्धि से एक सकारात्मक संदेश जाता है – कि सीमित संसाधनों के बावजूद, लगन और दृढ़ता से बड़े से बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनके प्रयासों ने न केवल उनके परिवार को गौरवान्वित किया है, बल्कि पूरे क्षेत्र को एक नई ऊर्जा और आशा प्रदान की है। आशा है कि हर्षिता अपने कार्यकाल में न्याय व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगी और समाज के कमजोर वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित करेंगी। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएँ।