दुनियां – तुर्किए: अंकारा आतंकी हमले के पीछे कौन? इन दो आतंकी गुटों पर है शक – #INA

तुर्किए की राजधानी अंकारा के करीब एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है. इस हमले में अब तक 10 लोगों की मौत हो गई है वहीं कई लोग घायल हैं. सबसे अहम बात ये है कि हमले की टाइमिंग काफी सोच-समझकर चुनी गई है.
तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन इस वक्त देश में मौजूद नहीं हैं, वह ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को ही रूस पहुंचे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि काफी प्लानिंग के साथ ये हमला किया गया है.
रक्षा कंपनी को बनाया निशाना
सबसे बड़ी बात ये है कि आतंकियों ने तुर्किए की जिस रक्षा कंपनी TUSAS को निशाना बनाया है वह तुर्की की सबसे महत्वपूर्ण रक्षा और विमानन कंपनियों में से एक है. इसने तुर्किए के पहले स्वदेशी लड़ाकू विमान KAAN का निर्माण किया है. इसके अलावा इस कंपनी ने खतरनाक ड्रोन समेत कई ऐसे स्ट्रैटजिक हथियारों का निर्माण किया है जिससे तुर्किए की सेना को मजबूती मिली है.
किस पर है आतंकी हमले का शक?
तुर्किए के अंकारा में हुए इस हमले का शक दो संगठनों पर है, जो आमतौर पर देश में आतंकी हमले करते रहे हैं. पहला- ISIL जो इस्लामिक स्टेट का ही हिस्सा है और दूसरा संगठन है कुर्दिश्तान वर्कर्स पार्टी (PKK). तुर्किए में बीते एक दशक में इन दोनों संगठनों ने करीब 18 आतंकी हमलों को अंजाम दिया है. यही वजह है कि TUSAS में हुए आतंकी हमलों में सबसे पहला शक इन्हीं दो गुटों पर जाता है.
आतंकी हमले के पीछे ये वजह तो नहीं?
तुर्किए की एर्दोआन सरकार ने 2016 में हुई तख्तापलट की नाकाम कोशिश के बाद इन संगठनों के खिलाफ सख्ती दिखानी शुरू कर दी थी. तुर्किए सरकार ने रणनीतिक और योजनाबद्ध तरीके से इन गुटों की हमला करने की क्षमता को खत्म करने का अभियान चलाया. ISIL और PKK से जुड़े सैकड़ों लोगों को सरकार ने गिरफ्तार किया, वहीं ऐसा दावा किया जा रहा है कि TUSAS के बनाए गए हथियारों से ही सुरक्षाबलों ने PKK के कई प्रमुख लीडर्स को मौत के घाट उतारा था.

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

Table of Contents

सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News