दुनियां – बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी, हिंदुओं के समर्थन में की थी रैली – #INA

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के बीच सरकार और पुलिस के रवैये पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इस बीच इस्कॉन कोलकाता के वाइस प्रेसिडेंट राधारमण दास ने बड़ा दावा किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए एक पोस्ट में उन्होंने कहा है कि चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को ढाका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. चिन्मय कृष्ण दास ने बांग्लादेश में हिंदुओं के समर्थन में रैली की थी. पुलिस ने उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया था.
इस्कॉन कोलकाता के वाइस प्रेसिडेंट राधारमण दास ने कहा, अभी-अभी मुझे हैरान करने वाली खबर मिली है. हिंदू साधु और इस मुश्किल समय में बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों के नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को ढाका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है. उन्हें ढाका पुलिस की जासूसी शाखा ने गिरफ्तार किया है.

I just received the shocking news that Chinmoy Krishna Das Brahmachari, a Hindu monk & the face and leader of Bangladeshi minorities in this difficult times, has been arrested by the Dhaka police and taken to an undisclosed location. Kind attention @ihcdhaka @DrSJaishankar pic.twitter.com/J9MszoBUvy
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) November 25, 2024

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बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद से हिंदुओं पर अत्याचार थम नहीं रहा है. इस महीने के पहले सप्ताह दक्षिण-पूर्वी बंदरगाह शहर चटगांव में ऐसी ही एक घटना सामने आई थी. यहां इस्कॉन मंदिर पर टिप्पणी के बाद हिंसा भड़की थी. शहर के कुछ हिस्सों में सेना की बुलाई गई. इस घटना को लेकर ये बात सामने आई थी कि एक मुस्लिम दुकानदार ने इस्कॉन के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था. इसके बादहिंसा भड़क गई. इसमें कई लोग घायल हुए थे.
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संयुक्त राष्ट्र कर चुका है जांच की मांग
भारत लगातार हिंदुओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाता रहा है. इतना ही नहीं संयुक्त राष्ट्र भी बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा मामले पर सवाल उठा चुका है. अक्तूबर में संयुक्त राष्ट्र ने मारे गए अल्पसंख्यकों के मामले में जांच और उनकी सुरक्षा का आग्रह किया था. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने कहा था कि समावेशी दृष्टिकोण, जहां वर्ग, लिंग, जाति, राजनीतिक विचारधारा या धर्म से परे हर आवाज सुनी जाती है, ऐसे दृष्टिकोण को आगे बढ़ने के लिए जांच जरूरी है.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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