दुनियां – बांग्लादेश: शेख हसीना की पार्टी की स्टूडेंट विंग को बताया गया आतंकी संगठन, सरकार की पत्रकारों को भी चेतावनी – #INA

बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार देश में लगातार कई बदलाव कर रही है. बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के विशेष सहायक महफूज आलम ने गुरुवार को पत्रकारों से अवामी लीग की छात्र विंग की कोई भी खबर न छापने को कहा. महफूज ने पत्रकारों को धमकी देते हुए कहा कि यह अब एक प्रतिबंधित संगठन है और आप आतंकवादी संगठन के प्रचार में कोई भूमिका न निभाएं.
पत्रकारों को चेतावनी देते हुए महफूज ने ये भी कहा कि अंतरिम सरकार मीडिया की आजादी पर किसी तरीके के हमले को बर्दाश्त नहीं करेगी और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा अंतरिम सरकार अवामी लीग पर भी चुनावों में हिस्सा लेने से प्रतिबंध लगा सकती है. वहीं देश की दूसरी राजनीतिक पार्टियां यूनुस सरकार से जल्द आम चुनाव कराने की मांग कर रही हैं. BNP के जैनुल आबेदीन फारूक ने कहा, “मैं मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से सतर्क रहने का आग्रह करता हूं, क्योंकि अंतरिम सरकार को कमजोर करने की साजिश की जा रही है.”
अवामी लीग के समर्थकों पर कार्रवाई
इससे पहले भी महफूज आलम कह चुते हैं कि जिन लोगों ने पिछले तीन चुनावों में हिस्सा लिया और अवैध रूप से संसद में आए, उन्होंने लोगों को धोखा दिया है और अंतरिम सरकार जरूर उनकी राजनीतिक भागीदारी में बाधाएं डालेगी. महफूज ने प्रतिबंधों के बारे में बताते हुए कहा कि आप जल्द ही देखेंगे की ये प्रतिबंध कैसे प्रभावी होंगी, इसका एक कानूनी पहलू है और इसका एक प्रशासनिक पहलू है. चुनाव प्रक्रिया शुरू होने पर ये चीजें साफ हो जाएंगी.
क्या अवामी लीग पर लगेगी प्रतिबंध?
जब अंतरिम सरकार की मीडिया विभाग के प्रमुख आलम से पूछा गया कि क्या सरकार अवामी लीग पर चुनावों में हिस्सा न लेने पर प्रतिबंध लगाने जा रही है. इस बारे में उन्होंने कहा कि इस बारे में विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया जाएगा, सरकार एकतरफा निर्णय नहीं लेगी.
बता दें, मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस के साथ बातचीत में कुछ दलों ने लीग और उसके सहयोगियों पर प्रतिबंध लगाने या कम से कम उन्हें अगले राष्ट्रीय चुनाव में भाग लेने से रोकने की मांग की थी, लेकिन अभी तक इस पर फैसला नहीं लिया गया है.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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