दुनियां – हिजबुल्लाह ने इजराइल के 3 लेयर डिफेंस सिस्टम को कैसे भेदा? जानें कौन है इस ताकत के पीछे – #INA

इजराइल पर अबतक का सबसे विध्वसंक हमला हुआ है. इस हमले को हिजबुल्लाह ने खास प्लानिंग के तहत अंजाम दिया. 13 अक्टूबर को हुए ड्रोन हमले में इजराइल को सबसे बड़ा नुकसान हुआ है. 100 से ज्यादा सैनिक घायल हैं, सेना प्रमुख की जान पर खतरे की रिपोर्ट भी आई. सवाल ये है कि इजराइल के तीन लेयर डिफेंस सिस्टम को भेदकर हिजबुल्लाह इतना बड़ा हमला करने में कामयाब कैसे हुआ, कैसे इजराइल की एलीट फोर्स के बेस पर हिजबुल्लाह का ड्रोन पहुंचा, क्या हिजबुल्लाह को इजराइली डिफेंस सिस्टम के खिलाफ कोई खास तकनीक मिल गई है. हिजबुल्लाह की इस ताकत के पीछे कौन-कौन हैं, आइए जानते हैं…
बीते एक साल से ज्यादा की जंग में अबतक इजराइल पर इतना बड़ा हमला नहीं हुआ था. 13 अक्टूबर की शाम गहराते ही हिजबुल्लाह ने इजराइल पर ड्रोन हमला किया. इजराइल के आसमान पर एक ड्रोन नजर आया और लोग शोर मचाने लगे. इस ड्रोन का टारगेट बना इजराइल का गोलानी ब्रिगेड का बेस. एक जोरदार धमाका हुआ और तबाही ही तबाही नजर आने लगी.
इजराइली एलीट फोर्स के हेडक्वार्टर को दहलाया
हिजबुल्लाह के हमले में इजराइल के 100 से ज्यादा जवान घायल हुए हैं. गोलानी ब्रिगेड के हेडक्वार्टर पर खून के धब्बे इसकी गवाही दे रहे हैं. हमले में 5 इजराइली सैनिकों की मौत की खबर है, 9 सैनिक गंभीर रूप से घायल हैं. हिजबुल्लाह के ड्रोन हमले से इजराइल को अबतक इतना बड़ा नुकसान नहीं हुआ था.
हिजबुल्लाह का ड्रोन दक्षिणी हाइफा के बेन्यामिना में गोलानी ब्रिगेड बेस पर गिरा. इस बेस पर योम ए किप्पूर का डिनर चल रहा था. इस कार्यक्रम में इजराइल के 500 जवान शामिल हुए. डिनर के दौरान ही हिजबुल्लाह ने ड्रोन हमला किया. ड्रोन विस्फोट के बाद बेस पर अफरा तफरी मच गई. जिन जवानों के हाथ में खाने की प्लेट थीं वो स्ट्रेचर लेकर घायलों की मदद के लिए शोर मचाने लगे.
घायलों की मदद के लिए एंबुलेंस सायरन बजाती और बत्तियां जलाती हुई दौड़ती दिखाई देने लगीं. गंभीर रूप से घायल हुए जवानों को अस्पताल पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया. गंभीर रूप से घायल जवानों को रामबाम अस्पताल में ले जाया गया. इजराइल को एक ही हमले में अबतक इतना बड़ा नुकसान नहीं हुआ था. बीते एक साल में हिजबुल्लाह के हमलों में 30 से भी कम लोग मारे गए, लेकिन इस एक ड्रोन हमले ने इजराइली एलीट फोर्स के हेडक्वार्टर को दहला दिया.
हिजबुल्लाह ने बड़ी प्लानिंग के साथ ऑपरेशन किया
हिजबुल्लाह ने दावा किया कि हमले के वक्त सेना प्रमुख हारजी हालेवी बेस पर थे. हालेवी सैनिकों के साथ डिनर कर रहे थे. हिज्ब के ड्रोन हमले में इजराइली सेना प्रमुख भी घायल हुए हैं, लेकिन हमले के कुछ ही घंटे बाद हारजी हालेवी गोलानी ब्रिगेड के बेस पर पहुंचे. उन्होंने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया.
इजराइली सेना प्रमुख के साथ ही रक्षा मंत्री योव गैलांट भी हमले वाली जगह पर पहुंचे, हिजबुल्लाह के हमले में इजराइली सेना प्रमुख सुरक्षित हैं, लेकिन हिजबुल्लाह के इस हमले से इजराइल की डिफेंस पावर पर कई सवाल उठ रहे हैं. हिजबुल्लाह ने बड़ी प्लानिंग के साथ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.
हिजबुल्लाह ने इस ऑपरेशन को नाम दिया है खैबर. खैबर का मतलब होता है दुर्ग. हिजबुल्लाह ने इजराइली सेना के दुर्ग पर ड्रोन हमला करके इजराइल को हैरत में डाल दिया है. हिजबुल्लाह ने इस हमले में जिस ड्रोन को इस्तेमाल किया वो ईरान ने बनाया है और इस ड्रोन का नाम है मिरसाद 2. हिजबुल्लाह को मिले इस हाइटेक ड्रोन के पीछे रूस और ईरानी गठबंधन के होने की संभावना भी है.
ईरान 2 साल पहले तक कार्बन फाइबर अटैक ड्रोन नहीं बना रहा था. रूस ड्रोन बनाने में कार्बन फाइबर का इस्तेमाल करता है. संभावना ये भी है कि रूस ने ही कार्बन फाइबर और अपग्रेड कंट्रोल सिस्टम वाले ड्रोन ईरान को दिए हों. इसके बाद ये ड्रोन हिजबुल्लाह तक पहुंचाए गए हों. हिजबुल्लाह ने ऑपरेशन खैबर के संकेत 10 अक्टूबर को ही दे दिए थे. 10 अक्टूबर को हिजबुल्लाह ने ऑपरेशन हुदहुद ड्रोन चलाया और इजराइली सैन्य ठिकानों के वीडियो रिकॉर्ड किए.
हुदहुद ड्रोन से इजराइली ठिकानों की हुई रेकी
हिजबुल्लाह ने हुदहुद ड्रोन से इजराइली ठिकानों की रेकी की थी. इस वीडियो में गोलानी ब्रिगेड के मुख्यालय को भी टारगेट के तौर पर दिखाया गया था. तीन दिन के अंदर ही हिजबुल्लाह ने गोलानी ब्रिगेड के मुख्यालय पर सटीक ड्रोन हमला किया और इस हमले में इजराइल को अबतक का सबसे बड़ा नुकसान हुआ. इस हमले के बाद लेबनान में अल्लाह हू अकबर के नारे लगाए. हिजबुल्लाह ने इजराइल को चैलेंज देकर उसके बेस पर हमले किए हैं क्योंकि 11 अक्टूबर को ही हिजबुल्लाह ने एक बयान जारी करके इजराइली सैन्य ठिकानों पर हमले करने की बात कही थी.
हिजबुल्लाह ने कहा था कि उत्तरी इजराइल में आम नागरिक IDF को पनाह दे रहे हैं. बस्तियों में IDF के कैंप बनाए जा रहे हैं. ऐसे घर जिनमें इजराइली सैनिक पॉजिशन लेकर हमला करते हैं वो हिजबुल्लाह के टारगेट पर हैं. 10 और 11 अक्टूबर को साफ संकेत देने के बाद हिजबुल्लाह ने इजराइल पर हमले किए और डिफेंस तकनीक इन्हें रोक नहीं पाई. अब लेबनान पर भयंकर बारूदी वर्षा होनी तय है.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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