बरेला झील का संरक्षण: वन और राजस्व विभाग की संयुक्त पहल।
वैशाली जिले के पातेपुर प्रखंड में स्थित बरेला (बरैला) झील बिहार की प्रमुख आर्द्रभूमि है, जो जैव विविधता से समृद्ध है और प्रवासी पक्षियों का एक महत्वपूर्ण आश्रय स्थल है। इस झील का पानी स्थानीय समुदायों के लिए जल स्रोत का कार्य करता है और इसके आसपास का क्षेत्र विभिन्न वनस्पतियों और जीवों का आवास स्थल है।
जिलाधिकारी वैशाली के निर्देशानुसार, झील के संरक्षण और सीमांकन के लिए वन विभाग और राजस्व विभाग की टीमों के संयुक्त समन्वय से कार्य किया जा रहा है। महुआ अनुमंडल के SDO को इस परियोजना का नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। झील क्षेत्र को 12 सेक्टरों में बांटकर मापी और सीमांकन किया जा रहा है, जिससे झील की वास्तविक स्थिति का आकलन कर संरक्षण के उचित कदम उठाए जा सकें।
प्रशासन का यह प्रयास बरेला झील की पर्यावरणीय महत्ता और जैव विविधता को संरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।