बिहार में उद्योग-शिक्षा का मिलन: वैशाली में हुआ ऐतिहासिक सिनर्जी सबमिट

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार

हाजीपुर, 22 नवंबर: बिहार में औद्योगिक विकास और तकनीकी शिक्षा के बीच एक अभूतपूर्व समन्वय का सूत्रपात हुआ है। वैशाली जिले के बिदुपुर प्रखंड के चकसिकंदर स्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित पहले सिनर्जी सबमिट ने उद्योग जगत और इंजीनियरिंग संस्थानों के बीच सहयोग और समन्वय के नए आयाम स्थापित किए हैं। इस आयोजन ने न केवल छात्रों के लिए बेहतर रोजगार के अवसरों का मार्ग प्रशस्त किया, बल्कि बिहार के समग्र औद्योगिक विकास की नींव को भी मजबूत किया है।

विज्ञान, प्रावैधिकी तथा तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह ने इस आयोजन को अपने “सपनों का साकार होना” बताया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम तकनीकी संस्थानों और उद्योग जगत के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। श्री सिंह ने बिहार में उद्योगों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाए जा रहे अनुकूल माहौल पर प्रकाश डाला और छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और योग पर भी ध्यान देने का आह्वान किया।

विभागीय सचिव डॉ. प्रतिमा ने बताया कि इस सबमिट का मुख्य उद्देश्य उद्योग और संस्थानों के बीच सहयोगात्मक संबंध स्थापित करना है। उन्होंने वैशाली के जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के इंजीनियरिंग बैकग्राउंड और उनके सक्रिय योगदान को इस आयोजन की सफलता का प्रमुख कारण बताया। उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस तरह के सिनर्जी सबमिट अन्य जिलों में भी आयोजित किए जाएंगे।

जिला पदाधिकारी श्री यशपाल मीणा ने छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों को खुले दिमाग से आगे बढ़ने और अपने बड़ों का सम्मान करने की सलाह दी। पुलिस अधीक्षक श्री हर किशोर राय ने इंजीनियरिंग के छात्रों को नौकरी पाने वाले की बजाय नौकरी देने वाले बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें लो प्रोफाइल में रहकर लगातार सीखना होगा और अपने कौशल को निखारना होगा।

बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री केपीएस केसरी ने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में एंटरप्रेन्योरशिप को एक वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने का सुझाव दिया। उनका मानना है कि यह छात्रों को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद करेगा।

इस सिनर्जी सबमिट में सैकड़ों छात्रों के साथ लगभग 60 प्रमुख उद्योगों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनंत कुमार ने सभी आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया।

यह सिनर्जी सबमिट बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह उद्योग और शिक्षा के बीच के अंतर को पाटने और छात्रों को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है। इससे न केवल छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त होगा, बल्कि उद्योगों को भी कुशल और योग्य कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। सरकार द्वारा उद्योग-अनुकूल माहौल बनाने के प्रयासों और इस प्रकार के आयोजनों से बिहार में निवेश और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे राज्य के आर्थिक विकास में तेज़ी आएगी।

जून तक पटना में बनकर तैयार होने वाले साइंस सेंटर भी इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान देगा, जिससे वैज्ञानिक सोच और

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