बिहार 2047: नागरिक सर्वेक्षण से विकसित बिहार का खाका होगा तैयार
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
हाजीपुर 30 नवंबर: बिहार सरकार द्वारा वर्ष 2047 तक विकसित बिहार के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक व्यापक विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जा रहा है। देश की आजादी के शताब्दी वर्ष के अवसर पर यह महत्वाकांक्षी परियोजना राज्य के समग्र विकास की नींव रखने का प्रयास करती है। इसके लिए राज्य सरकार ने नागरिकों से व्यापक फीडबैक और सुझाव आमंत्रित किए हैं ताकि बिहार की जनता की आकांक्षाओं और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक समावेशी विकास रणनीति तैयार की जा सके।
यह विजन डॉक्यूमेंट वर्ष 2030, 2035 और 2047 तक के लिए विकास लक्ष्यों और रणनीतियों को रेखांकित करेगा। इसमें बिहार के विभिन्न क्षेत्रों – कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढाँचा, उद्योग और सामाजिक न्याय – में विकास के लिए स्पष्ट रोडमैप शामिल होंगे। इसके अलावा, सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन से निपटने के उपायों पर भी ज़ोर दिया जाएगा।
विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने की प्रक्रिया में नागरिकों की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने एक व्यापक नागरिक सर्वेक्षण शुरू किया है। यह सर्वेक्षण बिपार्ड (BiparD) द्वारा संचालित किया जा रहा है और इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल https://erd.bipard.co.in/citizen-survey/bihar-vision-document तैयार किया गया है जहाँ राज्य के सभी नागरिक अपने सुझाव और विचार साझा कर सकते हैं।
आज हाजीपुर में आयोजित एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में प्रभारी जिला पदाधिकारी श्री बिनोद कुमार सिंह ने इस सर्वेक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। बैठक में उप विकास आयुक्त शम्स जावेद अंसारी सहित सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, कार्य विभागों के कार्यपालक अभियंता, प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी उपस्थित थे।
श्री सिंह ने सभी जिला पदाधिकारियों और कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे स्वयं इस सर्वेक्षण में भाग लें और अधिक से अधिक लोगों तक इसकी जानकारी पहुँचाएँ। उन्होंने कहा कि इस पहल से बिहार के विकास में नागरिकों की भागीदारी को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
उप विकास आयुक्त शम्स जावेद अंसारी ने बताया कि विकसित बिहार के विजन डॉक्यूमेंट को तैयार करते समय नागरिकों के सुझावों, मार्गदर्शन और सर्वोत्तम प्रथाओं (Best Practices) का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य को विभिन्न विकास संकेतकों (Indicators) पर राष्ट्रीय औसत तक लाना है।
सरकार इस महत्वपूर्ण पहल में विभिन्न विभागों, जनप्रतिनिधियों, नागरिक संगठनों, निजी क्षेत्र के प्रतिनिधियों और विशेषज्ञों से भी सुझाव ले रही है ताकि एक समग्र और व्यापक विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जा सके जो बिहार के भविष्य के विकास को आकार दे।
यह पहल बिहार के विकास के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है। नागरिकों की सक्रिय भागीदारी से तैयार यह विजन डॉक्यूमेंट राज्य के विकास के लिए एक रोडमैप का काम करेगा और आने वाले वर्षों में बिहार को एक विकसित राज्य के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसलिए, सभी नागरिकों से अपील है कि वे इस सर्वेक्षण में भाग लेकर अपने बहुमूल्य सुझाव दें और बिहार के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। यह एक ऐतिहासिक अवसर है जिससे बिहार के भविष्य का निर्माण किया जा सकता है। इसलिए, अधिक से अधिक लोगों को इस महत्वपूर्ण पहल से जुड़ना चाहिए और बिहार के सुनहरे भविष्य के निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए।