यूपी – करहल हत्याकांड में सपा कनेक्शन!: युवती को शराब पिलाई, फिर नोंचा जिस्म… परिजन ने बताया क्यों हुआ बेटी का कत्ल – INA

मैनपुरी में करहल उपचुनाव के दौरान दलित युवती की हत्या से सनसनी फैली हुई है। परिजनों का आरोप है कि बेटी भाजपा को वोट देना चाहती थी, इसलिए उसकी हत्या कर दी गई।
करहल उपचुनाव मतदान के दौरान अनुसूचित जाति की युवती की हत्या कर दी गई। परिजनों का आरोप है कि सपा को वोट न देने पर उसकी जान ले ली गई। पहले शराब पिलाई, फिर उसके साथ दरिंदगी की गई। इसके बाद बेरहमी  से युवती का कत्ल कर दिया गया।  
मैनपुरी के कस्बा करहल के मोहल्ला जाटवान निवासी युवती की हत्या से पहले आरोपी ने उसे अपने घर में बने कार्यालय में ले जाकर शराब पिलाई। इसके बाद घटना को अंजाम दिया। इस दौरान मृतका की चप्पलें वहां पर छूट गई। 
नशे में धुत आरोपी ने चप्पलें घर से बाहर फेंकने को लेकर पत्नी को फोन भी किया। इसका ऑडियो भी मृतका के परिजन के पास मौजूद है। पुलिस सभी तथ्यों पर गहनता से जांच कर कार्रवाई की बात कह रही है।


बेबाकी से अपनी बात रखती थी युवती
थाना क्षेत्र के मोहल्ला जाटवान निवासी युवती परिवार व किसी अन्य के सामने अपनी बात बेबाकी से रखती थी। पहनावा भी लड़कों की तरह ही था। माता पिता भी उसे बेटे से कम नहीं मानते थे। कुछ समय पहले तक वह परिवार के साथ एक टूटे हुए घर में गुजर बसर कर रही थी। 


कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनने के बाद वह काफी खुश थी। आरोपी प्रशांत मंगलवार को बाइक लेकर आया और उसे बैठाकर साथ ले गया। वह अपने घर में बने कार्यालय में जाकर खुद शराब पी और युवती को भी पिलाई। 


पिता का आरोप-दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की
मृतका के पिता का आरोप है कि आरोपी ने उसमें कुछ नशीला पदार्थ मिला दिया, इसके बाद दुष्कर्म कर उसकी हत्या की। तलाश के दौरान रात को जब वह आरोपी के घर पहुंचे तो उसके कार्यालय में युवती की चप्पले पड़ी थीं। आरोपी से जब इस बारे में पूछा तो वह भागने लगा। उसने फोन कर पत्नी से कहा कि चप्पलें उठाकर घर के पीछे फेंक दो। बातचीत का ऑडियो भी परिजन के पास मौजूद है। ऑडियो से एक बात तो साफ होती है कि परिजन के आरोप सही हैं और युवती मंगलवार को गिरफ्तार आरोपी प्रशांत के साथ थी। परिजन आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग कर रहे हैं।
 


मृतका की मां हो गई बदहवास
पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद मृतका के परिजन व रिश्तेदार थे। पिता की आंखों से जहां आंसू बह रहे थे। वहीं मां बदहवास अलग ही रोए जा रही थी। चीख-चीख कर बेटी का नाम पुकार रही थी। वह कह रही थी कि अगर पुलिस समय पर बेटी को खोजती तो जान बच जाती। पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। बेटी के गम में रोए जा रही मां को एक महिला संभालने के प्रयास कर रही थी।


Credit By Amar Ujala

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