यूपी – बूढ़े को जवान बनाने का मामला: पीएम मोदी की तंदरुस्ती को प्रेजेंटेशन में दिखाया, लोगों को ऐसे दिया था झांसा – INA

बुजुर्ग से जवान करने का झांसा देकर लोगों से 35 करोड़ रुपये ठगने वाले फरार राजीव और उसकी पत्नी रश्मि ने पैसे ऐंठने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी नाम इस्तेमाल किया था। पीड़ितों ने मामले की जांच कर रही एसआईटी के सामने बयान दर्ज कराते हुए बताया कि जालसाज दंपती ने अपने प्रेजेंटेशन के दौरान बताया कि प्रधानमंत्री मोदी से लेकर कई खिलाड़ी व फिल्मी सितारे तक विदेश जाकर इस ऑक्सीजन थेरेपी को लेते हैं, इसीलिए वह इतने तंदरुस्त दिखते हैं। ठगी का शिकार हुई रेडीमेड कपड़ा कारोबारी की पत्नी ममता ने पुलिस को बताया कि जिम में आने वाले लोगों से दोनों पूछते थे कि प्रधानमंत्री इतने ऊर्जावान कैसे रहते हैं? 24 में से 20 घंटे काम कैसे करते हैं? फिर खुद ही जवाब देते थे कि उनका चेहरा इसी इस्राइली टाइम मशीन की वजह से चमकता है। यही नहीं, उन लोगों ने अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान जैसे सिने अभिनेताओं का भी हवाला देकर विश्वास दिलाया।

कुछ लोगों ने बताया कि प्रेजेंटेशन इतनी बेहतरीन थी कि हम फर्जी और असली में अंतर ही नहीं कर पाए। । एक पीड़िता के अनुसार ठगों ने बताया कि चूंकि यह थेरेपी बेहद महंगी और अभी तक सिर्फ विदेशों में ही उपलब्ध थी, इसी वजह से लोग इसका लाभ नहीं ले पा रहे थे। हालांकि अब यह मशीन उपलब्ध है और वह इसे कानपुर में लाए हैं ताकि लोगों को लाभ मिल सके।


16 दिन में पहुंची 20 शिकायतें
जानकारी के अनुसार मामला सामने आने के 16 दिन में 20 पीड़ितों के शिकायती पत्र पुलिस को मिल चुके हैं जिनकी जांच जारी है। इसके अलावा भी कई लोग लोग मामले की जानकारी तो दे रहे हैं, लेकिन बदनामी के डर की वजह से पुलिस के सामने नहीं आ रहे।

नेटवर्क मार्केटिंग के फंडे से जोड़ा लोगों को
सूत्रों के अनुसार जिम चलाने वाले दंपती ने नेटवर्क मार्केटिंग के जरिये 1000 से ज्यादा लोगों को जोड़ा। कई लोगों का इस्राइल की मशीन से इलाज भी कर दिया। आरोप है कि इनमें कई केस ऐसे हैं जिनमें लोगों के चेहरे जल गए हैं। उनके चेहरों पर सफेद निशान पड़ गए हैं।


करोड़ों की नहीं, ढाई लाख के कबाड़ से बनी मशीन
ठग दंपती जिस मशीन को इस्राइल की मशीन बता रहे थे वह 25 करोड़ की नहीं, केवल 2.5 लाख रुपये के कबाड़ को जोड़कर तैयार करवाई गई थी। कुछ महीने पहले राजीव दुबे ने फोटो और वीडियो दिखाकर लोगों को एक प्लान बताया। इसमें कहा कि इस्राइल के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी रिसर्च की है जिसमें 64 साल से ज्यादा उम्र के 35 लोगों को एक प्रेशराइज चैंबर में हफ्ते में 5 दिन शुद्ध आक्सीजन दी जाती थी। इसी के जरिये भूमिका तैयार कर उन्होंने झांसा देकर ठगी की।

मशीन लगवाने के साथ लोगों को फंसाने के लिए दो प्लान तैयार किए…
पहली स्कीम : फीस 6 हजार
इसमें 1 कस्टमर को 10 बार ऑक्सीजन थेरेपी दी जा रही थी। 1 एचवाट (थेरेपी), 1 हाइड्रा (फेशियल)।
दूसरी स्कीम : फीस 90 हजार
इसमें 1 कस्टमर को 10 बार ऑक्सीजन थेरेपी दी जा रही थी। 60 एचवाट (थेरेपी), 3 हाइड्रा (फेशियल)


कमीशन और हैंपर के जरिये बनाया नेटवर्क
दंपती ने नेटवर्क मार्केटिंग प्लान में 1 साल बाद 90 हजार वाली स्कीम 3 लाख रुपये की होने का दावा किया। कहा गया कि अगर कोई व्यक्ति पूरी थेरेपी नहीं लेता है, तो कंपनी 1 साल बाद एडवांस के पूरे पैसे वापस कर देगी। वहीं लोगों को नेटवर्क मार्केटिंग के जरिये जोड़ने वालों को पहले व्यक्ति पर 10 प्रतिशत, दूसरे पर 5 प्रतिशत, तीसरे पर 4 प्रतिशत, चौथे पर 3 प्रतिशत और पांचवें पर 2 प्रतिशत और फिर 1 प्रतिशत कमीशन मिलने की बात कही गई। 50 प्रतिशत एक साथ लेकर आने वालों को गिफ्ट हैंपर दिए जाने का सिस्टम बनाया गया था।

कोई एड देखकर फंसा तो कोई मोटिवेशनल क्लास में जाकर
पीड़ित प्रकाश यादव ने बताया कि वह सोशल मीडिया पर . देखकर झांसे में आ गए थे। वहीं कई पीड़ितों ने बताया कि लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए दंपती अखबारों की कटिंग और वीडियो रखते थे। 3 घंटे की मोटिवेशनल क्लास भी दी जाती थी। धर्मेंद्र कुमार व राजीव ने भी अपने बयान दर्ज कराए।


Credit By Amar Ujala

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