यूपी- महाकुंभ में तैनात पुलिसवाले शराब और नॉनवेज से कैसे रहें दूर? दी जा रही ट्रेनिंग – INA

प्रयागराज में 12 साल के बाद 13 जनवरी 2025 पौष पूर्णिमा के दिन महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी. ऐसे में दुनिया में दुनिया में आस्था के सबसे बड़े जन समागम महाकुंभ में तैनात होने वाले पुलिसकर्मियों को कई तरह के प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं. इन पुलिस कर्मियों के खान पान से लेकर उन्हें श्रद्धालुओं के साथ व्यवहार पर नजर रखते हुए इन्हें परेड ग्राउंड में नियमित ट्रेनिंग दी जा रही है.

Table of Contents

कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की भावनाओं का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभारी अतुल सिंह के मुताबिक श्रद्धालुओं के लिए 21 दिवसीय ट्रेनिंग मॉड्यूल विकसित किया गया है. इस मॉड्यूल में अंतर्गत 700 -700 पुलिसकर्मियों का बैच बनाकर ट्रेंड किया जा रहा है.

शराब और मांसाहार से दूरी की ट्रेनिंग

प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभारी अतुल सिंह से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 1,500 पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग पूरी हो गई है. कुल 40 हजार पुलिस कर्मियों को ट्रेंड करने का लक्ष्य यहां रखा गया है. SSP कुंभ राजेश द्विवेदी का कहना है कि पुलिसकर्मी महाकुंभ में आस्था के सेवक’ के रूप में काम करे इसके लिए इन्हें प्रेरित किया जा रहा है. सुरक्षा बनाए रखने के साथ साथ पुलिस का ध्यान तीर्थयात्रियों के लिए स्वागत योग्य माहौल बनाने का होगा. पुलिस मेस में भोजन पूरी तरह से शाकाहारी बन रहा है. सभी कर्मियों को निर्देश दिया है कि वे भक्तों की आस्था का सम्मान करते हुए कार्य करें. साथ ही शराब से दूरी बनाए रखने के भी निर्देश दिए गए हैं.

पुलिस मित्र के भाव से करें ड्यूटी

मेला में सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ तैनात पुलिसकर्मियों के व्यवहार पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. पुलिस कर्मियों को शिष्टाचार और सद व्यवहार के मॉड्यूल से ट्रेनिंग दी जा रही है. पुलिसकर्मी भी इस प्रशिक्षण को गंभीरता से ले रहे हैं. महोबा के हेड कांस्टेबल विनोद कुमार सिंह का कहना है कि हमें बताया जा रहा है कि हम यहां पुलिस ड्यूटी करने नहीं बल्कि सेवा करने के लिए आए हैं और इस सेवा के भाव से हमें कुंभ क्षेत्र में पहुंचने वाले हर पुलिसकर्मी के साथ मित्रवत बर्ताव करना है. अलीगढ़ से आए हेड कांस्टेबल शिवबरन का कहना है कि हमारे लिए यहां ड्यूटी करना श्रद्धालुओं की कल्पना जैसा होगा और उसे लेकर हम सब उत्साहित है, क्योंकि हम यहां ड्यूटी करने के साथ पुण्य भी अर्जित कर रहे हैं.


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News