यूपी- मेरा नंबर-मेरा नंबर… जब खाद के लिए मच गई भगदड़, एक-दूसरे के ऊपर से गुजरे लोग – INA

उत्तर प्रदेश में धान की कटाई का काम अंतिम चरण में है. अब किसान गेहूं की बुआई की तैयारी जोरों-शोरों से कर रहे हैं, लेकिन बुआई से पहले एनपीके और डीएपी खाद के लिए मारा-मारी मची हुई है. किसान रात से ही खाद केंद्रों के बाहर लाइन में लग जाते हैं. सुबह जब केंद्र खुलते हैं तो मारा-मारी मच जाती है. एक वीडियो संभल जिले का सामने आया है, जिसमें खाद के लिए किसान एक-दूसरे के ऊपर से गुजरते हुए दिखाई दे रहे हैं.

ये वीडियो चंदौली मंडी समिति के इफको केंद्र का बताया जा रहा है. बीते मंगलवार को मंडी समिति स्थित इफको केंद्र पर किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी. किसान रात से ही इफको केंद्र पर डेरा डाले हुए थे. सुरक्षा के लिहाज से पुलिस को भी रात से ही तैनात कर दिया गया था, ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न होने पाए. वहीं जैसे ही सुबह इफको केंद्र खुला, किसानों में खाद के लिए मारा-मारी मच गई. किसान एक-दूसरे ऊपर से चढ़कर जाने लगे.

भगदड़ में महिलाएं भी हुईं घायल

इस दौरान कई किसान घायल हो गए. महिलाएं भी खाद की लाइनों में लगी थीं. वह भी भगदड़ में घायल हो गईं. पुलिस ने किसी तरह मौके पर हालात को संभाला और खाद का वितरण शुरू कराया, लेकिन इफको केंद्र पर पर्याप्त खाद न होने की वजह काफी किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ा. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

चंदौसी मंडी समिति में मची भगदड़

बताया जाता है कि संभल जिले में 30 अक्टूबर के बाद से समितियों पर एनपीके और डीएपी खाद खत्म हो गई. ऐसे में गेहूं की बुआई प्रभावित होने लगी है. किसानों की समस्या को देखते हुए डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने रामपुर जनपद से खाद की मांग की. बीते रविवार को संभल में 484 एमटी खाद पहुंचा, जिसे समितियों पर मंगलवार सुबह से वितरण किया जाना था. मंगलवार को चंदौसी मंडी समिति में स्थित इफको केंद्र पर खाद लेने के लिए किसानों की भीड़ लग गई. महिलाएं भी खाद की लाइनों में आकर लग गईं, लेकिन जैसे ही केंद्र खुला, वैसे ही किसानों में भगदड़ मच गई.

जिले में 780 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध- डीएम

संभल डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि हमारे पास 780 मीट्रिक टन डीएपी खाद प्राइवेट में उपलब्ध है. इसमें से 234 मीट्रिक टन डीएपी खाद विभिन्न सहकारी समितियों पर भिजवाई है. वो बंटना भी शुरू हो गई हैं. जो प्राइवेट केंद्रों पर 546 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है, वहां पर हमने अपने लेखपालों को तैनात किया है, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न होने पाए.

डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कहा कि एनपीके की एक रैक हमने मंगवाई है. वो भी एक-दो दिन में आ जाएगी. डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कहा कि डीएपी की कोई ऐसी शॉर्टेज नहीं है कि किसी को न मिल पाए, लेकिन जब किसी केंद्र अन्य जगहों के किसान भी आ जाते हैं तो ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है.


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