यूपी- वीर जवानों की नर्सरी गाजीपुर, 29 परिवारों ने दिया था नेताजी का साथ; बने थे आजाद हिंद फौज के सिपाही – INA

भारत देश जब अंग्रेजों के हाथ गुलाम था, तब नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजादी की जंग लड़ते हुए 21 अक्टूबर को ‘आजाद हिंद फौज’ की स्थापना की थी. इस फौज में करीब 60,000 लोगों की भर्ती भी की गई थी. उन दिनों जाति, धर्म से परे हटकर देश की आजादी के मतवाले आजाद हिंद फौज में शामिल हुए थे, जिसमें 40% करीब मुस्लिम समाज के जवान भी थे. यूपी के गाजीपुर जिले से करीब 29 लोग आजाद हिंद फौज के सिपाही बने थे, जिसमें प्रमुख नाम स्वतंत्रता सेनानी और फिल्म एक्टर नजीर हुसैन का है, जो दिलदारनगर थाना क्षेत्र के उसिया गांव के रहने वाले थे.

नेताजी सुभाष चंद्र बोस का गाजीपुर से गहरा नाता रहा है. उन्होंने भारत को आजाद कराने के लिए अहम लड़ाई लड़ी. उनके साथ गाजीपुर जिले के क्रांतिकारियों ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था. गाजीपुर के टैक्सी स्टैंड पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा और स्मारक पर प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को आजाद हिंद फौज का स्थापना दिवस भी मनाया जाता है.

नेताजी सुभाष चंद्र बोस को जानने वाले बताते हैं कि नेताजी गाजीपुर में दो बार आए थे. एक बार स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान 1938 में तत्कालीन जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बाबू परशुराम राय की पहल पर आए थे. इस दौरान उन्होंने टाउन हॉल में जनसभा भी की, जिसे सुनने के लिए बहुत सारे लोग भी पहुंचे थे. नेताजी सुभाष चंद्र बोस से प्रभावित होकर लोग आजादी के आंदोलन में भी शामिल हुए थे.

1942 में ‘आजाद हिंद फौज’ का गठन

इसके बाद 1940 में फॉरवर्ड ब्लॉक की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने नेताजी गाजीपुर आए थे. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बाबू परशुराम राय के आवास रायगंज मोहल्ले से कांग्रेस से अलग होकर फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन किया था. तब उनकी मुखालफत कांग्रेस की जनपद इकाई ने किया था, जिसकी अगुवाई पंडित दल सिंगर दुबे ने की थी. उसी के बाद से नेताजी अंडरग्राउंड हो गए और अंग्रेजों के खिलाफ आर-पार का मोर्चा खोलने के लिए 1942 में ‘आजाद हिंद फौज’ का गठन किया था.

चौखट प्रणाम अभियान चलाया

नेताजी के विचारों वाली भारतीय आवाम पार्टी राष्ट्रीय के राष्ट्रीय महासचिव कुंवर नसीम राजा खान ने गाजीपुर में साल 2022 और 2023 में चौखट प्रणाम अभियान चलाया था, जिसमें गाजीपुर के विभिन्न गांवों में आजाद हिंद फौज से जुड़े हुए फौजी और उनके परिजनों से मुलाकात की थी. नसीम कुंवर बताते हैं कि गाजीपुर में अब तक करीब 29 परिवारों से उनकी मुलाकात हुई है. बातचीत में पता चला कि उनके परिवार के लोग आजाद हिंद फौज के सिपाही रहे हैं.

29 परिवारों के घर पहुंचे कुंवर नसीम रजा खान

आजाद हिंद फौज के इन 29 सिपाहियों में सबसे प्रमुख नाम दिलदारनगर थाना क्षेत्र के उसिया गांव के रहने वाले स्वतंत्रता सेनानी और भोजपुरी फिल्म एक्टर नजीर हुसैन का नाम सबसे पहले आता है. वहीं इसी गांव के अनिरुद्ध कुशवाहा भी थे. इसके अलावा कैप्टन गनी खान और गफ्फार अंसारी, जो मिर्चा गांव के रहने वाले थे. गफ्फार खान और जहीर अहमद मानना गांव के रहने वाले थे. इसके अलावा फौजियों का गांव गहमर, जहां से छह फौजी आजाद हिंद फौज के सिपाही रहे. ऐसे ही करीब 29 परिवारों के दरवाजे पहुंचकर कुंवर नसीम रजा खान ने उन्हें चौखट प्रणाम कर परिवारों का हाल-चाल भी लिया था.


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News