यूपी- Agra Digital Arrest: इंजीनियरिंग में टॉपर, डिजिटल अरेस्ट का मास्टरमाइंड; अकरम ने कैसे ठग लिए 4 करोड़ रुपए? – INA

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में डिजिटल अरेस्ट कर साइबर अपराध को करने वाले चार शातिर अपराधियों का पुलिस ने गिरफ्तरा किया है. इस गैंग का मास्टर माइंड सुहेल अकरम है, जिसने एसआरएम से कंप्यूटर साइंस से इंजिनियरिंग वर्ष 2014 में की है और विश्विद्यालय का टॉपर छात्र रहा है. इस पर दिल्ली में साइबर अपराध के छह मामले दर्ज हैं और इस अपराध से अभी तक उसने करोड़ों रुपए कमाए हैं.

इसी साल 14 अगस्त को आगरा के नईम बेग मिर्जा ने पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि किस तरह साइबर अपराधियों ने अपने आप को ट्राई विभाग का अधिकारी बताकर उनको डिजिटल अरेस्ट करके आरटीजीएस के माध्यम से 15 लाख रुपए की ठगी की गई थी. इसकी पुलिस रिपोर्ट भी आगरा पुलिस द्वारा दर्ज की गई थी.

पुलिस ने 4 साइबर ठगों को किया गिरफ्तार

इसी रिपोर्ट के आधार पर आगरा साइबर सेल की टीम जांच में लगी थी और शिकायतकर्ता से प्राप्त मोबाइल नंबर, बैंक खातों के आधार पर तकनीकी विश्लेषण कर उसकी जानकारी प्राप्त की, जिससे सभी साइबर अपराध करने वालों के नाम और पतों की जानकारी मिली. उसी आधार पर आगरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार अभियुक्तों को अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य दस्तावेज के साथ गिरफ्तार कर लिया.

आरोपियों ने बताया कैसे करते थे ठगी?

गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में मोहम्मद राजा रफीक, मोहम्मद दानिश, मोहम्मद कादिर और मोहम्मद सुहेल अकरम है. इस काम में इनके साथ विवेक कुमार सिंह, गौरव शर्मा और महेश शिंदे भी शामिल थे. गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह लोग विभिन्न विभागों जैसे- ट्राई, सीबीआई, आईबी आदि के अधिकारी बनकर लोगों को वॉट्सऐप व टेलीग्राम आदि सोशल मीडिया के माध्यम से चैंटिंग व कॉलिंग कर गिरफ्तारी वारंट का भय दिखाकर डिजिटल अरेस्ट करके पीड़ित से कई फर्जी खातों में धनराशि हस्तांरित करा लेते थे. अब तक इन सभी के द्वारा चार करोड़ रुपए की ठगी की गई है.


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