बरेली जिले में लंबे इंतजार के बाद सहकारी समितियों पर खाद पहुंचना शुरू हो गई है। इसके साथ ही किसानों की भीड़ भी जुटने लगी है। मंगलवार सुबह कई समितियों पर डीएपी लेने के लिए किसानों की भीड़ पहुंच गई। कुछ समितियों पर धक्कामुक्की भी देखने को मिली। किसानों में मारपीट की नौबत तक आ गई। सुबह 11 बजे तक सचिव के न पहुंचने पर किसानों ने हंगामा भी किया। विकास खंड भदपुरा की सुनौर देशनगर साधन सहकारी समिति पर भारी भीड़ उमड़ी।
साधन सहकारी समितियों पर अब तक इफको और कृषको की ही डीएपी, यूरिया वितरित होती आई है, लेकिन पिछले डेढ़ माह से इफको की डीएपी नहीं आ रही है। जिले की सभी सहकारी समितियां खाली हो गई हैं। गेहूं की बोआई प्रभावित है। इससे साधन सहकारी संघ ने निजी कंपनियों से डीएपी खरीद शुरू कर दी है। सोमवार को पीपीएल कंपनी की 152 टन डीएपी खरीदी गई। उसे आंवला तहसील क्षेत्र की करीब आठ समितियों पर भेज दिया गया। एआर कोऑपरेटिव बृजेश सिंह परिहार ने बताया कि सोमवार रात तक एनएफएल कंपनी की 343 टन और आईपीएल कंपनी की 180 टन डीएपी आ रही है। उसे बहेड़ी और फरीदपुर समेत अन्य तहसील क्षेत्र में भेज दिया जाएगा।
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इफको की डीएपी आने का भी अनुमान
एआर कोऑपरेटिव ने बताया कि इफको की डीएपी भी आने का अनुमान है। बताया जा रहा है कि इसकी रैक लग गई है। संभवत: चार-पांच दिन में करीब 1300 टन डीएपी उपलब्ध हो जाएगी।
फतेहगंज पश्चिमी में 15 दिनों से नहीं है खाद फतेहगंज पश्चिमी इलाके की समितियों पर पिछले 15 दिनों से खाद नहीं है, जिसके चलते 10 नवंबर तक अधिकतर क्षेत्रों में गेहूं की बोआई नहीं हो पाई। लेट बोआई से गेहूं की पैदावार घटने की आशंका से किसान चिंतित हैं। गांव कुरतरा निवासी टीकाराम सागर, पप्पू गंगवार, नुक्ता प्रसाद, गांव अगरास निवासी मुकेश युदवंशी, खिरका निवासी केपी गंगवार,ओमपाल गंगवार आदि ने बताया कि अधिकतर क्षेत्रों में गेहूं की बोआई होने को है। निजी दुकानें तय मूल्य से खाद पर 150 रुपये अधिक वसूल रहे हैं। वे इन समितियों का चक्कर लगाकर थक चुके हैं। अब एक-दो दिन में खाद नहीं पहुंचाया तो वे प्रदर्शन करने को विवश होंगे।
एडीओ सहकारिता ज्ञानेंद्र भास्कर ने बताया कि दो दिन में फतेहगंज पश्चिमी की औंध,अगरास, खड़ौआ आदि समेत पांच समितियों और मीरगंज की भी पांच समितियों पर डीएपी खाद की रैक पहुंच जाएगी। खाद की किल्लत के सवाल पर उन्होंने बताया कि सप्लाई कम होने से खाद का संकट आया है, लेकिन अब इसका समाधान हो जाएगा।