यूपी – Farrukhabad: पुलिस चौकी से माफिया के भाई की केस फाइल चोरी, दो दरोगा निलंबित – INA

बीबीगंज चौकी से माफिया अनुपम दुबे के भाई डब्बन के खिलाफ दर्ज मुकदमे की फाइल चोरी हो गई। बुधवार को एसपी ने लापरवाही पर चौकी इंचार्ज और एसओ मऊदरवाजा को निलंबित कर दिया है। वहीं यह भी चर्चा है कि साजिश के तहत फाइल गायब तो नहीं कराई गई है।

मऊदरवाजा थाने में तैनात दरोगा बलवीर सिंह ने कुछ दिनों पहले माफिया अनुपम दुबे के 50 हजार के इनामी फरार भाई अनुराग दुबे उर्फ उब्बन, उनके वकील बृजेंद्र मोहन अग्निहोत्री उर्फ टिल्लू, मोहल्ला गोला कोहना निवासी नोटेरी वकील राजीव कुमार व गांव याकूतगंज निवासी स्टांप वेंडर ज्ञान प्रकाश गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि डब्बन के बिना आए शपथ पत्र पर उसके हस्ताक्षर को वकील बृजेंद्र ने प्रमाणित कर दिया। नोटरी वकील ने स्टांप पर नोटरी का अनुमोदन कर दिया। स्टांप वेंडर ने डब्बन के बिना आए उसके नाम का स्टांप दे दिया। इस मुकदमे की जांच बीबीगंज चौकी इंचार्ज स्वदेश कुमार को दी गई थी। दरोगा बलवीर ने चार अक्तूबर को स्वदेश कुमार को मुकदमे से संबंधित सभी दस्तावेज दे दिए थे। 11 अक्तूबर को बलवीर सिंह ने स्वदेश कुमार से मुकदमे की फाइल फोटोकॉपी कराने के लिए मांगी।


इस पर स्वदेश कुमार ने बताया कि फाइल चौकी से किसी ने चोरी कर ली है। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि उन्होंने चौकी इंचार्ज स्वदेश कुमार और एसओ मऊदरवाजा भोलेंद्र चतुर्वेदी को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया। मामले की विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। उधर दरोगा बलवीर सिंह ने फाइल चोरी करने के मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने एक शराबी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा है।

 


तीन आरोपियों की हो चुकी अंतरिम जमानत
शपथ पत्र पर फर्जी हस्ताक्षर को प्रमाणित करने के मामले में वकील बृजेंद्र मोहन अग्निहोत्री उर्फ टिल्लू, राजीव कुमार, स्टांप वेंडर ज्ञान प्रकाश गुप्ता की कोर्ट से अंतरिम जमानत मंजूर हो चुकी है। इस मुकदमे में डब्बन की जमानत होना ही बाकी है।

अनुपम के खिलाफ दर्ज गैंगस्टर की फाइल भी हो गई थी गायब
माफिया अनुपम दुबे के खिलाफ वर्ष 1997 में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज हो गया था। गैंगस्टर कोर्ट उस दौरान कानपुर में थी। यह फाइल भी गायब हो गई थी। 14 जुलाई 2021 को माफिया अनुपम ने कोर्ट में समर्पण किया तो उसका आपराधिक रिकार्ड खंगाला गया। गैंगस्टर की फाइल गायब होने पर तत्कालीन फतेहगढ़ कोतवाल जेपी पाल ने दस्तावेज एकत्र करके दोबारा विवेचना कर मुकदमे में चार्जशीट दाखिल की। गैंगस्टर के इस मुकदमे में कोर्ट में सुनवाई चल रही है।


Credit By Amar Ujala

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