यूपी – Mainpuri News: डॉक्टरों की लापरवाही से सरकारी अस्पताल में दो बच्चों की मौत, गुस्साए परिजन ने काटा हंगामा – INA

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी स्थित सौ शैया अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही नवजातों पर भारी पड़ रही है। शुक्रवार की रात अस्पताल में भर्ती दो नवजातों की मौत हो गई। परिजन ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजन का कहना है कि डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही से बच्चों की मौत हुई है। मामले में पुलिस को तहरीर दी गई है।

दन्नाहार थाना क्षेत्र के गांव रठेरा निवासी रिंकू सिंह ने अपनी भाभी राधा देवी पत्नी अरुण कुमार को प्रसव पीड़ा के लिए 10 अक्तूबर को दोपहर 12 बजे सौ शैया अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां सीजेरियन प्रसव से राधा देवी ने एक पुत्र को जन्म दिया। प्रसव के समय बच्चा सकुशल था। बच्चे में कुछ बजन कम होने की बात कहकर डॉक्टरों ने उसे सौ शैया के एनआईसीयू वार्ड में मशीन में रखवा दिया। 


11 अक्तूबर को परिजन ने डॉक्टर से बात की तो बताया गया कि बच्चे में कोई दिक्कत नहीं है थोड़े समय के लिए मशीन में रखा जाएगा बच्चा स्वस्थ है। अचानक रात 8 बजे रिंकू को बताया गया कि उनके भतीजे की मौत हो गई। बच्चे की मौत से परिजनों के होश उड़ गए। परिजन ने नाराजगी जताते हुए हंगामा काटा तो पुलिस मौके पर पहुंच गई।
 


रिंकू ने पुलिस को तहरीर दी। बताया कि उसने दिन में डॉक्टर से पूछा था कि बच्चे को काई दिक्कत हो तो बताएं। तब उसे बताया गया था कि बच्चे को कोई दिक्कत नहीं है। अचानक उसकी मौत कैसे हो गई? आरोप है कि डॉक्टरों ने बच्चे को उचित उपचार नहीं दिया। स्टाफ ने एनआईसीयू में उसकी उचित देखभाल नहीं की। यदि बच्चे की हालत बिगड़ रही थी तो उसे रेफर क्यों नहीं किया गया?
 


बेवर थाना क्षेत्र के गांव जोगा निवासी अजीत कुमार की पत्नी संगीता ने बुधवार को दोपहर एक बजे एक बच्ची को जन्म दिया था। बच्ची को एनआईसीयू में डॉक्टरों ने भर्ती किया। रविवार की रात बच्ची की मौत हो गई। अजीत ने पुलिस को बताया कि बच्ची के उपचार में डॉक्टरों और स्टाफ ने लापरवाही की है।
 


सीएमएस ने बैठाई जांच

मामले की जानकारी होने पर सीएमएस डॉ. शशांक ने दो सदस्यी टीम का गठन किया है। दोनों मामलों में डॉ. उमा और डॉ. अरुण कुमार को जांच अधिकारी बनाया गया है। सीएमएस ने दोनों डॉक्टरों को निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं।
 


सात अक्तूबर को भी एक बच्चे की हुई थी मौत

सौ शैया अस्पताल में प्रसव के दौरान सात जुलाई को भी एक बच्चे की मौत हो गई थी। इस मामले में परिजन ने प्रसव कराने में लापरवाही का आरोप लगाया था। मामले की डीएम के निर्देश पर जांच चल रही है। लेकिन अभी तक जांच पूरी नहीं हो सकी है कि दो नाए मामले सामने आ गए हैं।
 


सौ शैया अस्पताल के सीएमएस डॉ. शशांक ने बताया कि शुक्रवार की रात दो बच्चों की मौत हुई है। मामला संज्ञान में आने पर जांच टीम का गठन कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।


Credit By Amar Ujala

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